थॉमस हार्डी
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थॉमस हार्डी (2 जून 1840 -- 11 जनवरी 1928) प्रकृतिवादी आंदोलन के अंग्रेजी उपन्यासकार और कवि थे।अपने जीवनकाल में वह अपने उपन्यासों के लिए अधिक प्रसिद्ध थे जबकि उन्होंने स्वंय को मुख्य रूप से कवि माना है।
थॉमस हार्डी | |
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जन्म | 2 जून 1840 स्टिन्सफ़र्ड, डॉर्सेट, इंग्लैण्डਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
मौत | 11 जनवरी 1928(1928-01-11) (उम्र 87) डोरचेस्टर, डॉर्सेट, इंग्लैण्डਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
कब्र |
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पेशा | उपन्यासकार, कवि और लघु कथा लेखक |
उच्च शिक्षा | किंग्स कॉलेज लंदन |
आंदोलन | प्राकृतवाद, विक्टोरियन साहित्य |
उल्लेखनीय कामs | टेस ऑफ दि ड्यूबरविले फार फ्रॉम द मैडिंग क्राउड द मेयर ऑफ़ केस्टरब्रिज क्लेक्टेड पोइम्स ज्यूड द ओब्सक्योर |
जीवनसाथी |
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हस्ताक्षर |
हार्डी की अंग्रेजी साहित्य को महत्वपूर्ण देन है। उन्होंने एक छोटे से क्षेत्र का विशेष अध्ययन किया और क्षेत्रीय साहित्य की सृष्टि की। हिन्दी में इस प्रकार के साहित्य को आंचलिक साहित्य कह रहे हैं। उन्होंने मानव जीवन के संबंध में अपने साहित्य में आधारभूत प्रश्न उठाए तथा जो मर्यादा पूर्वकाल में महाकाव्य और दु:खांत नाटक को प्राप्त थी, वह उपन्यास को प्रदान की। वे अनेक पात्रों के स्रष्टा और अद्भुत् कहानीकार थे किंतु इनके पात्रों में सबसे अधिक सशक्त बेसेक्स है। इस पात्र ने काल का प्रवाह उदासीनताभरे नेत्रों से देखा है, जिनमें न्याय और उचित अनुचित की कोई अपेक्षा नहीं। टॉमस हार्डी का जन्म वेसेक्स प्रदेश में हुआ। यह प्रदेश प्राचीन काल में इंग्लैंड के नक्शे पर था, किंतु अब नहीं है। उनका सभी साहित्य वेसेक्स से संबंधित है। उनके उपन्यास 'वेसेक्स के उपन्यास' कहलाते हैं और उनकी कविता 'वेसेक्स की कविता'।