हिन्द-आर्य भाषाएँ
दक्षिण एशिया में भारोपीय भाषा परिवार / From Wikipedia, the free encyclopedia
हिन्द-आर्य भाषाएँ हिन्द-यूरोपीय भाषाओं की हिन्द-ईरानी शाखा की एक उपशाखा हैं, जिसे 'भारतीय उपशाखा' भी कहा जाता है। इनमें से अधिकतर भाषाएँ संस्कृत से जन्मी हैं। हिन्द-आर्य भाषाओं में आदि-हिन्द-यूरोपीय भाषा के घ् और ध् और भ् जैसे व्यंजन परिरक्षित हैं, जो अन्य शाखाओं में लुप्त हो गये हैं। इस समूह में यह भाषाएँ आती हैं : संस्कृत, हिन्दी, पाली, प्राकृत, उर्दू, कोंकणी, बांग्ला, कश्मीरी, सिन्धी, पंजाबी, ओड़िआ, नेपाली, रोमानी, असमिया, गुजराती, मराठी, इत्यादि।[1]
सामान्य तथ्य हिन्द-आर्य ...
हिन्द-आर्य | |
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भौगोलिक विस्तार: |
दक्षिण एशिया |
भाषा-परिवार: | हिन्द-यूरोपीय हिन्द-ईरानी हिन्द-आर्य |
उपश्रेणियाँ: | |
आइसो ६३९-२ and ६३९-५: | inc |
मुख्य हिन्द-आर्य भाषाओं का विस्तार (उर्दू, मध्य एशिया में बोली जाने वाली पारया भाषा, फ़ीजी हिन्दुस्तानी और यूरोप में बोले जानी वाली रोमानी भाषा नहीं दिखाई गई हैं) |
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