सुलेमान प्रथम
तुर्क साम्राज्य (उस्मानी सल्तनत) का सुल्तान / From Wikipedia, the free encyclopedia
सुलेमान प्रथम, सुलेमान क़ानूनी, सुलेमान महान या शानदार सुलेमान (उस्मानी तुर्की: سلطان سليمان اول सुल्तान सुलेमान अव्वल, आधुनिक तुर्की: Süleyman I या Kanunî Sultan Süleyman) उस्मानी सल्तनत के दसवें शासक थे जिन्होंने 1520 से 1566, 46 साल तक शासन किया। वे सम्भवतः उस्मानी सल्तनत के सबसे महान शासकों में से एक थे जिन्होंने अपने अनोखी न्यायप्रणाली और अतुलनीय प्रबन्धन की बदौलत समस्त इस्लामी विश्व को समृद्धि और विकास का मार्ग पर लाया था। उन्होंने सल्तनत के लिए क़ानून की विशेष व्यवस्था स्थापित की थी और इस कारण से उन्हें सुलेमान क़ानूनी के नाम से याद किया जाता है। पश्चिमी विश्व उनकी महानता से इतने प्रभावित हुए कि पश्चिमी लेखकों ने उन्हें शानदार सुलेमान का नाम दिया।
सुलेमान प्रथम | |
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ख़लीफ़ा अमीरुल मोमिनीन उस्मानी सल्तनत के सुल्तान ख़ादिम अलहरमैन अलशरीफ़ैन | |
उस्मानी सल्तनत के शासक | |
शासनकाल | 30 सितम्बर 1520 - 7 सितम्बर 1566 (46 साल) |
राज्याभिषेक | 30 सितम्बर 1520 |
पूर्ववर्ती | सलीम प्रथम |
उत्तराधिकारी | सलीम द्वितीय |
जन्म | 6 नवम्बर 1494 कांस्टेंटिनोपल, तुर्क साम्राज्य |
निधन | 7 सितम्बर 1566 (उम्र 71) सीगतवार, हंगरी |
समाधि | |
मलिका | ख़ुर्रम सुल्तान (क़ानूनी पत्नी) माहे दोराँ सुल्तान गलफ़ाम ख़ातून |
संतान | शहज़ादा मुस्तफ़ा शहज़ादा अहमद शहज़ादा मुराद शहज़ादा मोहम्मद मुहर माह सुल्तान शहज़ादा अब्दुल्ला सलीम द्वितीय राज़या सुल्तान शहज़ादा बाइज़ीद शहज़ादा जहांगीर |
शाही ख़ानदान | उस्मानी राजवंश |
पिता | सलीम प्रथम |
माता | आयशा हफ़्साह सुल्तान |
धर्म | इस्लाम |
तुग़रा |
उनकी सरकार के मुख्य इलाक़ों में हिजाज़, तुर्की, मिस्र, अल्जीरिया, इराक़, कुर्दिस्तान, यमन, शाम, फ़ारस की खाड़ी और भूमध्य तटीय क्षेत्र, यूनान और हंगरी शामिल थे।