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भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान संस्करण 3
भारतीय रॉकेट / From Wikipedia, the free encyclopedia
भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान संस्करण 3 ((अंग्रेज़ी): Geosynchronous Satellite Launch Vehicle mark 3, or GSLV Mk3, जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लाँच वहीकल मार्क 3, या जीएसएलवी मार्क 3), जिसे लॉन्च वाहन मार्क 3 (LVM 3)[2] भी कहा जाता है, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित एक प्रक्षेपण वाहन (लॉन्च व्हीकल) है।[8][9]और पढ़ें| Archived 2023-04-05 at the वेबैक मशीन
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![]() सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र की दूसरी लॉन्चिंग पैड पर लॉन्चिंग के लिए खड़ा हुआ भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान - 3 (GSLV-III) | |
कार्य | मध्यम उत्तोलन प्रक्षेपण यान |
---|---|
निर्माता | भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन |
मूल देश | ![]() |
आकार | |
ऊंचाई | 43.43 मी॰ (142.5 फीट) |
व्यास | 4.0 मी॰ (13.1 फीट) |
द्रव्यमान | 640,000 कि॰ग्राम (1,410,000 पौंड) |
चरण | 3 |
क्षमता | |
पृथ्वी की निचली कक्षा (600 किमी) के लिए पेलोड | 8,000 कि॰ग्राम (280,000 औंस) [1] |
जीटीओ के लिए पेलोड | 4,000 कि॰ग्राम (140,000 औंस) [1] |
लॉन्च इतिहास | |
वर्तमान स्थिति | सक्रिय |
लॉन्च स्थल | सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, आन्ध्र प्रदेश, भारत |
कुल लॉन्च | 4 |
सफल लॉन्च | 4 |
असफल परीक्षण | 0 |
प्रथम उड़ान | 18 दिसंबर 2014 (2 चरण संस्करण; उपकक्षा उड़ान) |
अंतिम उड़ान | 22 July 2019 |
उल्लेखनीय पेयलोड | क्रू मॉड्यूल वायुमंडलीय पुनः प्रवेश प्रयोग(CARE) , |
बूस्टर - एस200 | |
बूस्टर की संख्या | 2 |
लंबाई | 25 मी॰ (82 फीट)[1] |
व्यास | 3.2 मी॰ (10 फीट)[1] |
ईंधन वजन | 207,000 कि॰ग्राम (456,000 पौंड)[1] |
Motor | ठोस एस200 |
थ्रस्ट | 5150 किलो न्यूटन प्रत्येक [3][4][5] |
विशिष्ट आवेग | 274.5 सेकंड (निर्वात)[1] |
जलने का समय | 130 सेकंड[1] |
ईंधन | HTPB[1] |
कोर चरण - एल110 | |
लंबाई | 17 मी॰ (56 फीट)[1] |
व्यास | 4.0 मी॰ (13.1 फीट)[1] |
ईंधन वजन | 110,000 कि॰ग्राम (240,000 पौंड)[1] |
इंजन | 2 विकास इंजन |
थ्रस्ट | 1598 किलो न्यूटन[1][6][7] |
विशिष्ट आवेग | 293 सेकंड[1] |
जलने का समय | 200 सेकंड[1] |
ईंधन | UDMH/N2O4 |
अपर चरण - सी25 | |
लंबाई | 13.5 मी॰ (44 फीट)[1] |
व्यास | 4.0 मी॰ (13.1 फीट)[1] |
ईंधन वजन | 27,000 कि॰ग्राम (60,000 पौंड)[1] |
इंजन | 1 सीई-20 |
थ्रस्ट | 200 किलोन्यूटन[1] |
विशिष्ट आवेग | 443 सेकंड |
जलने का समय | 586 सेकंड |
ईंधन | तरल ऑक्सीजन/तरल हाइड्रोजन |
26 मार्च, 2023 को, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने LVM3-M3/OneWeb India-2 मिशन के सफल प्रक्षेपण के साथ भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। इस मिशन ने LVM3 लॉन्च वाहन की लगातार छठी सफल उड़ान को चिन्हित किया और एक ब्रिटिश-अमेरिकी दूरसंचार कंपनी वनवेब ग्रुप कंपनी से संबंधित 36 उपग्रहों को तैनात किया, जो पृथ्वी की निम्न कक्षा उपग्रह समूह का निर्माण कर रहा था।
और पढ़ें| Archived 2023-04-05 at the वेबैक मशीन[10]
इसे भू-स्थिर कक्षा (जियो-स्टेशनरी ऑर्बिट) में उपग्रहों और भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को प्रक्षेपित करने के लिये विकसित किया गया है।[11] जीएसएलवी-III में एक भारतीय तुषारजनिक (क्रायोजेनिक) रॉकेट इंजन की तीसरे चरण की भी सुविधा के अलावा वर्तमान भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान की तुलना में अधिक पेलोड (भार) ले जाने क्षमता भी है।[12][13] चंद्रयान-२ को भी जीएसएलवी एमके III द्वारा 22 जुलाई 2019 को चंद्रमा पर लॉन्च किया गया।[14][15] इसमें एक चंद्र ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर शामिल हैं, जो सभी स्वदेशी रूप से विकसित किए गए हैं।
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