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पामीरी भाषाएँ
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पामीरी भाषाएँ (फ़ारसी: زبانهای پامیری, ज़बानहा-ए-पामीरी; अंग्रेज़ी: Pamir languages) पूर्वी ईरानी भाषा-परिवार की एक उपशाखा हैं जिसकी सदस्य भाषाएँ पामीर पर्वत क्षेत्र में बसने वाले बहुत से समुदाय बोलते हैं, विशेषकर वह समुदाय जो पंज नदी और उसकी उपनदियों के किनारे वास करते हैं। इसे बोलने वाले इलाक़ों में पूर्वोत्तरी अफ़्ग़ानिस्तान का बदख़्शान प्रान्त और पूर्वी ताजिकिस्तान के कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त हैं। इनके अलावा एक सरिकोली नामक भाषा अफ़्ग़ानिस्तान और चीन के शिनजियांग प्रान्त के सीमावर्ती इलाक़ों में बोली जाती है। सरिकोली को चीन में 'ताजिकी भाषा' कहा जाता है लेकिन ध्यान दें कि यह ताजिकिस्तान में बोली जाने वाली ताजिकी भाषा से बिलकुल अलग है।[1]
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सन् १९९० में अंदाज़ा लगाया गया कि विश्व भर में पामिरी भाषाएँ बोलने वालों की संख्या लगभग एक लाख थी। कुछ मुख्य पामीरी भाषाएँ शुग़नी, सरिकोली, याज़गुलामी, मुन्जी, इश्काशिमी, वाख़ी, यिदग़ा और वन्जी हैं। वन्जी के बारे में भाषावैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह विलुप्त हो चुकी है क्योंकि इसे बोलने वाले अब ताजिकी भाषा बोलने लगे हैं।[2][3]