दिलीप सिंह जूदेव
भारतीय राजनीतिज्ञ / From Wikipedia, the free encyclopedia
दिलीप सिंह जूदेव (८ मार्च १९४९ – १४ अगस्त २०१३) छत्तीसगढ़ के राजनीतिज्ञ एवं अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी अभिनीत राजग सरकार में वे वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री थे।[3] वे जशपुर के राजपरिवार से संबंधित थे तथा मध्य भारत के जनजातीय लोगों में अत्यन्त लोकप्रिय थे (हैं)। वे बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से लोकसभा सांसद थे।[3]
दिलीप सिंह जूदेव | |
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जन्म |
8 मार्च 1949 जशपुर[1] |
मौत |
14 अगस्त 2013 गुरुग्राम[2] |
नागरिकता | भारत, भारतीय अधिराज्य |
पेशा | राजनीतिज्ञ |
राजनैतिक पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
ਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
जूदेव की प्रसिद्धि उनके द्वारा किए गये राष्ट्रवादी कार्यों के लिए हैं। उन्होने 'घरवापसी' नामक अभियान चलाया जिसको भारी समर्थन मिला। इस अभियान के अन्तर्गत हजारों लोगों को पुनः हिन्दू धर्म में दीक्षित किया गया जो ईसाई मिशनरियों के प्रभाव में आकर पहले ईसाई बन गये थे।[4]
जूदेव के ऊपर वर्ष २००३ में छत्तीसगढ़ में खनन अधिकारों के बदले घूस लेने का आरोप लगा। यह आरोप सण्डे न्यूज़पेपर (Sunday Newspaper) द्वारा लगाया गया था जिन्हें घूस प्रकरण का एक वीडियो प्राप्त हुआ था।[5] हालांकि उन्होंने इन आरोपों का खण्डन किया तथा, ईसाई मिशनरियों और काँग्रेस पार्टी ख़ासकर अजीत जोगी पर निशाना साधते हुए, इसे स्वयं को भ्रष्टाचार में फँसाने वाला एक षडयंत्र करार दिया।[6] जूदेव ने १७ नवम्बर २००३ को अपने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया।[7]
१४ अगस्त २०१३ को वृक्क (किडनी) और यकृत (लीवर) में संक्रमण की वजह से उनका निधन हो गया।[8]