हिन्दी
भारत में बोली जाने वाली इंडो-आर्यन भाषा / From Wikipedia, the free encyclopedia
हिन्दी विश्व की एक प्रमुख भाषा है और भारत की एक राजभाषा है। केन्द्रीय स्तर पर भारत में सह-आधिकारिक भाषा अंग्रेज़ी है। हिन्दी के मानकीकृत रूप को मानक हिन्दी कहा जाता है। मानक हिन्दी में संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्दों का प्रयोग अधिक है और अरबी–फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं बल्कि राजभाषा (official language) है क्योंकि भारत के संविधान में राष्ट्रभाषा का कहीं उल्लेख या चर्चा नहीं है।[7][8] एथनोलॉग के अनुसार, हिन्दी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।[9] विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है।[10]
हिन्दी | |
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हिन्दी या मानक हिंदी | |
देवनागरी लिपि में हिन्दी | |
बोलने का स्थान | भारत, नेपाल, दक्षिणी अफ़्रीका, और पाकिस्तान व बांग्लादेश(हिन्दुस्तानी के रूप में) |
तिथि / काल | १९९१ |
मातृभाषी वक्ता |
61.5 करोड़ [1] द्वितीय भाषा: १२ करोड़ (१९९९)[2] |
भाषा परिवार | |
लिपि | |
राजभाषा मान्यता | |
औपचारिक मान्यता | None |
नियंत्रक संस्था | केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय[6] |
भाषा कोड | |
आइएसओ 639-1 | hi |
आइएसओ 639-2 | hin |
आइएसओ 639-3 | hin |
लिंग्विस्ट लिस्ट | hin-hin |
भाषावेधशाला | 59-AAF-qf |
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में हिंदी के प्रथम भाषा स्व-रिपोर्ट किए गए वक्ताओं का वितरण। | |
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में हिंदी के प्रथम भाषा स्व-रिपोर्ट किए गए वक्ताओं का वितरण। |
भारत की जनगणना २०११ में 57.1% भारतीय जनसंख्या हिन्दी जानती है,[11] जिसमें से 43.63% भारतीय लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा या मातृभाषा घोषित किया था।[12][13][14] इसके अतिरिक्त भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में 14 करोड़ 10 लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, व्याकरण के आधार पर हिन्दी के समान है, एवं दोनों ही हिन्दुस्तानी भाषा की परस्पर-सुबोध्य रूप हैं। एक विशाल संख्या में लोग हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझते हैं। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की 14 आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग 1 अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिन्दी भारत में सम्पर्क भाषा का कार्य करती है [11][15] और कुछ हद तक पूरे भारत में सामान्यतः एक सरल रूप में समझी जाने वाली भाषा है। कभी-कभी 'हिन्दी' शब्द का प्रयोग नौ भारतीय प्रदेशों के सन्दर्भ में भी उपयोग किया जाता है, जिनकी आधिकारिक भाषा हिन्दी है और हिन्दी भाषी बहुमत है, अर्थात् बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखण्ड, जम्मू और कश्मीर (२०२० से) उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का।[16]
हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं।[17] फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम, नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात में भी हिन्दी या इसकी मान्य बोलियों का उपयोग करने वाले लोगों की बड़ी संख्या मौजूद है।[2] फरवरी 2019 में अबू धाबी में हिन्दी को न्यायालय की तीसरी भाषा के रूप में मान्यता मिली।[18][19][20]
'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेख़ता', 'आर्यभाषा' (दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली',[21] 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं, जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। हिन्दी, यूरोपीय भाषा-परिवार के अन्दर आती है। ये हिन्द ईरानी शाखा की हिन्द आर्य उपशाखा के अन्तर्गत वर्गीकृत है।
एथ्नोलॉग (2022, 25वां संस्करण) की रिपोर्ट के अनुसार विश्वभर में हिंदी को प्रथम और द्वितीय भाषा के रूप में बोलने वाले लोगों की संख्या के आधार पर हिंदी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।[22]