गोंड (जनजाति)
भारतीय जनजाति / From Wikipedia, the free encyclopedia
गोंड समुदाय भारत की एक प्रमुख प्राचीन समुदाय हैं। जो की भारत के कटि प्रदेश - विंध्यपर्वत, सिवान, सतपुड़ा पठार, छत्तीसगढ़ मैदान में दक्षिण तथा दक्षिण-पश्चिम में गोदावरी नदी तक फैले हुए द्रविड़ परिवार की एक कबीला है। जो संभवत: पाँचवीं-छठी शताब्दी में दक्षिण से गोदावरी के तट को पकड़कर मध्य भारत के क्षेत्रों में फैल गई। आज भी मोदियाल गोंड जैसे समूह हैं। जिनकी जातीय भाषा गोंडी है जो द्रविड़ परिवार के है।
सामान्य तथ्य गोंडवाना साम्राज्य, Status ...
गोंडवाना साम्राज्य | |||||||||||||||
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
157 CE–1781 CE अधिकतर क्षेत्र 1947 CE पूर्ण रूप से | |||||||||||||||
अपने सर्वाधिक विस्तार के समय | |||||||||||||||
Status | साम्राज्य | ||||||||||||||
राजधानी | गढ़ा, सिंगौरगढ़
चौरागढ़ (1564 - 1634) रामनगर (1634 - 1700) मंडला (1700 - 1781) | ||||||||||||||
सबसे बड़ा शहर | भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, भिलाई, रायगढ़, नागपुर, बैतूल, सागर, विदिशा, भवानीपटना, पूरी, राँची, जमशेदपुर | ||||||||||||||
प्रचलित भाषाएँ | गोंडी, प्राकृतिक, हिंदी, संस्कृत | ||||||||||||||
धर्म | हिन्दू (मुख्य) गोंडी (मुख्य) | ||||||||||||||
निवासीनाम | गोंडीयन | ||||||||||||||
सरकार | राजशाही | ||||||||||||||
ऐतिहासिक युग | प्राचीन भारत, मध्यकाल, और आधुनिक काल | ||||||||||||||
• स्थापित | 157 CE | ||||||||||||||
• अंत | 1781 CE अधिकतर क्षेत्र 1947 CE पूर्ण रूप से | ||||||||||||||
क्षेत्रफल | |||||||||||||||
• कुल | 649,121 कि॰मी2 (250,627 वर्ग मील) 42th) | ||||||||||||||
| |||||||||||||||
अब जिस देश का हिस्सा है | भारत |
बंद करें
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (अगस्त 2018) स्रोत खोजें: "गोंड" जनजाति – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
यह जाति उत्तर प्रदेश में सोनभद्र, मीरजपुर, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, भदोही, आजमगढ़, गाज़ीपुर, मऊ, देवरिया, बलिया, आदि जनपदों में निवास करती है। जिनकी जनसंख्या 15 लाख से भी ज्यादा है।