![cover image](https://wikiwandv2-19431.kxcdn.com/_next/image?url=https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/c/cd/Chanakya_artistic_depiction.jpg/640px-Chanakya_artistic_depiction.jpg&w=640&q=50)
चाणक्य
From Wikipedia, the free encyclopedia
चाणक्य वा कौटिल्य (वा कौटल्य) (लगभग इसा पूर्व ३७०–२८३)[2] तक्षशिलाका आचार्य, दार्शनिक तथा महान सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्यका सल्लाहकार थिए। उनले नन्द वंशको नाश गरेर चन्द्रगुप्त मौर्यलाई राजा बनाए। उनी राजनीति र कूटनीतिका ज्ञाता थिए। उनले अर्थशास्त्र , राजनीति, अर्थनीति, कृषि, समाजनीति आदिका महान ग्रन्थहरू रचना गरेका थिए। अर्थशास्त्र मौर्यकालीन समाजको दर्पण मानिन्छ। मुद्राराक्षसको अनुसार चाणक्यको वास्तविक नाम विष्णुगुप्त थियो। विष्णुपुराण, भागवत आदि पुराणहरू तथा कथासरित्सागर आदि संस्कृत ग्रन्थहरूमा त चाणक्यको नाम आएकै छ सँगै बौद्ध ग्रन्थहरूमा समेत चाणक्यको कथा भेटिने गरेको छ। बुद्धघोषद्वारा बनाइएको विनयपिटकको टीका तथा महानाम स्थविर रचित महावंशको टीकामा चाणक्यको वृत्तान्त दिइएको छ। चाणक्य तक्षशिला (वर्तमान समयमा पाकिस्तानको रावलपिण्डी नजिक) का निवासी थिए। वहाँको जीवनका घटनाहरूको विशेष सम्बन्ध मौर्य चन्द्रगुप्तको राज्यप्राप्तिसँग रहेको छ। वहाँ त्यससमयका एक प्रसिद्ध विद्वान थिए। वहाँको जीवन निकै सरल थियो भन्ने गरिन्छ वहाँ राजसी ठाट-बाट भन्दा टाढा एक सानो कुटिमा रहन्थे।
चाणक्य | |
---|---|
![]() चाणक्य | |
जन्म | अ. इसा पूर्व ३७० नखुलेको, सम्भवत पाटलिपुत्र, तक्षशिला वा दक्षिण भारत |
मृत्यु | अ. इसा पूर्व २८३ पाटलिपुत्र |
वासस्थान | पाटलिपुत्र |
अन्य नाम | कौटिल्य, विष्णुगुप्त |
मातृ शिक्षाप्रतिष्ठान | तक्षशिला |
पेशा | महान सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्यका शिक्षक तथा सल्लाहकार |
चिनारीको कारण | मौर्य साम्राज्यको स्थापना |
उल्लेखनीय कार्य | अर्थशास्त्र (विद्वानहरूविच द्वन्द), चाणक्य नीति |
धर्म | जैन[1] |