अभिजात यामिकी ही भौतिकीची एक शाखा असून मोठ्या पदार्थांच्या गतीचा अभ्यास करते..[1]
पुढील समीकरणे न्यूटनियन यामिकी आणि इतर यामिकी (जसे हॅमिल्टनियन यामिकी आणि लॅंग्रेजियन यामिकी) ह्या विश्लेषक यामिकीतून घेतलेली आहेत.
वस्तूमान आणि जडत्व
अधिक माहिती , ...
परिमाण (सामान्य नावे) |
(सामन्य) चिन्हे |
व्याख्यित समीकरण |
एसआय एकक |
मिती |
रेषीय, पृष्ठ, आकारमानीय वस्तुमान घनता |
रेषीयसाठी λ किंवा μ (विशेषतः ध्वनिकी साठी खाली पहा), पृष्ठासाठी σ, आकारमानासाठी ρ. |
|
किग्रॅ मी−न, न = १, २, ३ |
[व][लां]−न |
वस्तुमानाचा जोर[2] |
m (सामान्य नाव नाही) |
वस्तुमानबिंदू:
अक्षसापेक्ष विविक्त वस्तुमान :
अक्षसापेक्ष अखंड वस्तुमान :
|
किग्रॅ मी |
[व][लां] |
वस्तुमानकेंद्र | rcom
(इतर चिन्हेही वापरली जातात.) |
ith वस्तुमानाचा जोर
विविक्त वस्तुमान:
अखंड वस्तुमान:
|
m |
[लां] |
द्वि-पदार्थ संक्षेपित वस्तुमान |
m१२, μ वस्तुमानांची जोडी = m१ आणि m२ |
|
किग्रॅ |
[व] |
जडत्वाचा जोर (जजो) |
I |
विविक्त वस्तुमान:
अखंड वस्तुमान:
|
किग्रॅ मी२ |
[व][लां]२ |
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- Arnold, Vladimir I. (1989), Mathematical Methods of Classical Mechanics (2nd ed.), Springer, ISBN 978-0-387-96890-2
- Berkshire, Frank H.; Kibble, T. W. B. (2004), Classical Mechanics (5th ed.), Imperial College Press, ISBN 978-1-86094-435-2
- Mayer, Meinhard E.; Sussman, Gerard J.; Wisdom, Jack (2001), Structure and Interpretation of Classical Mechanics, MIT Press, ISBN 978-0-262-19455-6