स्वायत्तता
From Wikipedia, the free encyclopedia
स्वायत्तता किसी विशेष स्थान पर एक प्रकार की संप्रभुता होती हैं जिससे निर्णय लेने में बेहतरी आती हैं। यह किसी राज्य की विकासात्मक अंग भी होती हैं,जो आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।। विकास अथवा सदाचार, राजनैतिक और जैवनीति दर्शनशास्त्र में स्वायत्तता (autonomy)[1] उस शक्ति को कहते हैं जिसमें किसी को अपना स्वयं पर फैसला लेने का अधिकार मिलता है। स्वायत्त संगठन अथवा संस्थायें स्वतंत्र और स्वयंशासी होती हैं।