सुनील गावस्कर के अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट शतकों की सूची
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सुनील गावस्कर भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी और कप्तान हैं। उन्होंने अपने १६ वर्ष के खेल-जीवन में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ३५ शतक (१०० या उससे अधिक रन) बनाये।[2] क्रिकेट इतिहास के महानतम सलामी बल्लेबाजों में से एक के रूप में पहचाने जाने वाले गावस्कर ने १२५ टेस्ट मैचों में १०,१२२ रन बनाये।[3][4] वो टेस्ट क्रिकेट में १०,००० रन बनाने वाले प्रथम बल्लेबाज हैं और यह कीर्तिमान तब तक उनके नाम रहा जब तक एलन बौर्डर ने इससे अधिक रन नहीं बनाये।[5] गावस्कर का ३४ शतक लगाने का कीर्तिमान लगभग २ दशक तक उनके नाम ही रहा। दिसम्बर २००५ में सचिन तेंदुलकर ने अधिक शतक बनाकर यह कीर्तिमान अपने नाम किया।[6][7] उन्हें वर्ष १९७१ के इंडियन क्रिकेट क्रिकेटर ऑफ़ द इयर सम्मान दिया और वर्ष १९८० में विस्डन क्रिकेटर ऑफ़ द इयर के लिए चुने गये खिलाड़ियों में से एक थे।[3][8] फरवरी २०१२ में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उन्हें आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ़ फेम के लिए चुना।[2][9][10] सन् २०१३ के अन्त तक टेस्ट क्रिकेट में भारतीय खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद वो सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।[1][11]
उन्होंने मार्च १९७१ में वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।[12] गावस्कर ने अपना प्रथम शतक उसी शृंखला के तीसरे मैच में बनाया।[13] क्वींस पार्क ओवल में अन्तिम मैच में उन्होंने दोनों पारियों में १२४ और २२० रन बनाते हुए शतक लगाये। ऐसा असाधारण कार्य करने वाले वो द्वितीय भारतीय खिलाड़ी बने।[14] दिसम्बर १९७८ में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ मैच की पारियों में १०७ और नाबाद १८२ रन बनाकर वो टेस्ट क्रिकेट की दोनो पारियों में तीन बार शतक बनाने वाले प्रथम खिलाड़ी बने।[14][15][16] गावस्कर की टेस्ट क्रिकेट में उच्चतम रन संख्या नाबाद २३६ है, यह उच्चतम मान उन्होंने १९८३ में चेन्नई में प्राप्त किया।[5][क 1] यह उस समय का एक भारतीय कीर्तिमान था।[5][17] उन्होंने एक टेस्ट मैच पारी में १५० या उससे अधिक रन १२ अवसरों पर बनाये।[17] गावस्कर वेस्टइंडीज़ और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे सफल रहे जिनके विरुद्ध क्रमशः १३ और ८ शतक लगाये।[17]
गावस्कर ने १९७४ में अपना एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण इंग्लैण्ड के विरुद्ध हेडिंग्ले स्टेडियम में किया।[16] टेस्ट के विपरीत उनका एकदिवसीय जीवन कम शानदार रनों वाला रहा जिसमें उन्होंने ३५.१३ के औसत के साथ ३,०९२ रन बनाये।[16] गावस्कर का एकमात्र एकदिवसीय शतक १९८७ के विश्वकप में न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध है; यह उनका एकदिवसीय से सन्यास के अन्तिम से पहला मैच था। इस मैच में उन्होंने ८८ गेंदों पर १०३ रन बनाये; उनके इस प्रदर्शन ने मैच में भारत की जीत सुनिश्चित की, जिससे उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।[18]