समांतर (ज्यामिति)From Wikipedia, the free encyclopedia ज्यामिति में समांतर (parallel) या समानांतर रेखाएँ किसी समतल में बनी ऐसी रेखाएँ होती हैं जो कभी नहीं मिलती। यह तभी सम्भव है जब इन रेखाओं की आपस की दूरी (अंतर) एक ही रहता है, यानि कभी नहीं बदलता।[1][2][3] तीन प्रकार की समांतर रेखाएँ
ज्यामिति में समांतर (parallel) या समानांतर रेखाएँ किसी समतल में बनी ऐसी रेखाएँ होती हैं जो कभी नहीं मिलती। यह तभी सम्भव है जब इन रेखाओं की आपस की दूरी (अंतर) एक ही रहता है, यानि कभी नहीं बदलता।[1][2][3] तीन प्रकार की समांतर रेखाएँ