सबसे बड़ा खिलाड़ी 1995 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह उमेश मेहरा द्वारा निर्देशित है। इसमें अक्षय कुमार, ममता कुलकर्णी, मोहनीश बहल, गुलशन ग्रोवर और सदाशिव अमरापुरकर मुख्य कलाकार हैं। यह खिलाड़ी फिल्म श्रृंखला की फिल्मों की तीसरी किस्त थी। इससे पहले खिलाड़ी और मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी जारी हुईं थी।[1]
सबसे बड़ा खिलाड़ी | |
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सबसे बड़ा खिलाड़ी का पोस्टर | |
निर्देशक | उमेश मेहरा |
लेखक | वेद प्रकाश शर्मा |
पटकथा | उमेश मेहरा |
निर्माता | केशु रामसे |
अभिनेता |
अक्षय कुमार, ममता कुलकर्णी, मोहनीश बहल, गुलशन ग्रोवर, सदाशिव अमरापुरकर |
संगीतकार | राजेश रोशन |
प्रदर्शन तिथियाँ |
9 जून, 1995 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर व्यावसायिक रूप से सफल रही और 1995 की छठी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी। इसकी कहानी हिन्दी लेखक वेद प्रकाश शर्मा के उपन्यास लल्लू से ली गई है।
संक्षेप
लल्लू (अक्षय कुमार) एक अनाथ है जो बचपन में अपने माता-पिता और भाई से अलग हो गया था। उसका पालन-पोषण उसे गोद लिये माता-पिता ने किया है। वह नौकरी की तलाश में बंबई जाने का फैसला करता है। वहां वह अमीर व्यापारी जमना दास (अवतार गिल) के लिए एक वफादार नौकर के रूप में काम करना शुरू कर देता है। एक दिन वह जमना दास की बेटी सुनीता (ममता कुलकर्णी) को एक नाइट क्लब में नशे में धुत पाता है और उसे उसके घर ले जाता है। जमना दास को यह एहसास होता है कि लल्लू कितना वफादार है और उसने नशे की हालत में सुनीता का फायदा नहीं उठाया। वह लल्लू की शादी सुनीता से कराने का फैसला करता है। सुनीता तुरंत मना कर देती है क्योंकि वह अमित (मोहनीश बहल) से प्यार करती है। फिर जमना दास की अचानक दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो जाती है। उसकी वसीयत से पता चलता है कि सुनीता को लल्लू से शादी करनी होगी। अन्यथा वह किसी भी संपत्ति की हकदार नहीं होगी।
कोई अन्य विकल्प न देखकर वह लल्लू से शादी कर लेती है लेकिन अमित की मदद से उसे मरवाने का फैसला करती है। ताकि वह अपने पिता की सारी संपत्ति अपने लिए हासिल कर सके। सुनीता और अमित लल्लू को जहर देकर मारने की अपनी योजना में सफल हो जाते हैं। फिर उसे एक कार में डालकर दुर्घटनाग्रस्त कर देते हैं, ताकि ऐसा लगे कि उसकी दुर्घटना में मौत हो गई। उसकी मौत को संदिग्ध माना जाता है और मामला इंस्पेक्टर विजय कुमार को सौंपा जाता है। वह कथित तौर पर मृतक लल्लू का हमशक्ल भी है। अंततः पता चलता है कि विजय वास्तव में लल्लू ही है और उसने अमित पर दोष मढ़ने के लिए अपनी मौत की झूठी कहानी रची थी।
मुख्य कलाकार
- अक्षय कुमार — इंस्पेक्टर विजय कुमार / लल्लू
- ममता कुलकर्णी — सुनीता दास
- मोहनीश बहल — अमित सिंह चौधरी
- अवतार गिल — जमना दास
- गुलशन ग्रोवर — इंस्पेक्टर केकड़ा
- सदाशिव अमरापुरकर — अमर सिंह चौधरी
- अंजना मुमताज़ — गोमती चाची
- अनिल नागरथ — जज
- अरुण बाली —
- किशोर भानुशाली — हवलदार
- सुधीर दलवी — डॉक्टर
- दीना पाठक — जमना की माता
- विश्वजीत प्रधान — चिक्का
संगीत
सभी गीत देव कोहली द्वारा लिखित; सारा संगीत राजेश रोशन द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "भरो मांग मेरी भरो" | ज्योति, अभिजीत | 7:50 |
2. | "भोली भाली लड़की" | कुमार सानु, अलका यागनिक | 5:35 |
3. | "हर दिल में रब बसता" | कुमार सानु | 5:33 |
4. | "लवर्स लैट्स बिकम लवर्स" | अलीशा चिनॉय | 6:23 |
5. | "मुक्काला मुकाबला होगा" | कुमार सानु, अलका यागनिक | 5:21 |
6. | "तू है आँधी" | अभिजीत, साधना सरगम | 5:19 |
7. | "ज़हर है के प्यार है" | कुमार सानु | 5:39 |
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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