लुईस माउंटबेटन
ब्रिटिश राजनेता और नौसेना अधिकारी / From Wikipedia, the free encyclopedia
लुइस फ्रांसिस एल्बर्ट विक्टर निकोलस जॉर्ज माउंटबेटन, बर्मा के पहले अर्ल माउंटबेटन, बेड़े के एडमिरल, केजी, जीसीबी, ओएम, जीसीएसआई, जीसीआईई, जीसीवीओ, डीएसओ, पीसी, एफआरएस (पूर्व में बैटनबर्ग के राजकुमार लुइस, 25 जून 1900 - 27 अगस्त 1979), एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ और नौसैनिक अधिकारी व राजकुमार फिलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक (एलिजाबेथ II के पति) के मामा था। वह भारत के आखिरी वायसरॉय (1947) था और स्वतंत्र भारतीय संघ के पहले गवर्नर-जनरल (1947-48) था, जहां से 1950 में आधुनिक भारत का गणतंत्र उभरेगा। 1954 से 1959 तक वह पहले सी लॉर्ड था, यह पद उनके पिता बैटनबर्ग के राजकुमार लुइस ने लगभग चालीस साल पहले संभाला था। 1979 में उनकी हत्या प्रोविजनल आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (आईआरए) ने कर दी, जिसने आयरलैंड रिपब्लिक की स्लीगो काउंटी में मुल्लाग्मोर में उनकी मछली मरने की नाव, शैडो V में बम लगा दिया था।[1] वह बीसवीं सदी के मध्य से अंत तक ब्रिटिश साम्राज्य के पतन के समय के सबसे प्रभावशाली और विवादित शख्सियतों में से एक था। लार्ड माउंटबॅटन भारत के आखिरी वायसराय था।
एडमिरल ऑफ द फ्लीट द राइट ऑनरेबल लुईस माउंटबेटन, बर्मा के पहले अर्ल माउंटबेटन
| |
कार्यकाल 15 अगस्त 1947 – 21 जून 1948 | |
शासक | जॉर्ज षष्ठम |
---|---|
प्रधान मंत्री | जवाहरलाल नेहरू |
पूर्व अधिकारी | स्वयं (भारत के वाइसरॉय) |
उत्तराधिकारी | चक्रवर्ती राजगोपालाचारी |
कार्यकाल 21 फ़रवरी 1947 – 15 अगस्त 1947 | |
शासक | जॉर्ज षष्ठम |
पूर्व अधिकारी | आर्चीबाल्ड वावेल, फर्स्ट अर्ल वावेल |
उत्तराधिकारी | स्वयं (भारत के गवर्नर जनरल), मुहम्मद अली जिन्ना (पाकिस्तान के गवर्नर जनरल) |
जन्म | 25 जून 1900 विंड्सर, इंग्लैंड |
मृत्यु | 27 अगस्त 1979(1979-08-27) (उम्र 79) काउंटी सिल्गो, आयरलैंड |
जीवन संगी | एडविना एशले |
संतान | पेट्रीसिया नैचबुल लेडी पामेला हिक्स |
विद्या अर्जन | क्राइस्ट कॉलेज, कैम्ब्रिज |
पेशा | एडमिरल ऑफ द फ्लीट (रॉयल नेवी) |
धर्म | ऐंग्लिकन समुदाय |