रुद्र महालय
गुजरात के पाटण जिले के सिद्धपुर में स्थित एक ध्वस्त मन्दिर परिसर / From Wikipedia, the free encyclopedia
रुद्रमहालय (अर्थ : रुद्र का विशाल घर) गुजरात के पाटण ज़िले के सिद्धपुर में स्थित एक ध्वस्त मन्दिर परिसर है। इसका निर्माण ९४३ ई में मूलराज ने आरम्भ कराया था तथा ११४० ई में जयसिंह सिद्धराज ने इसे पूरा कराया। इस मन्दिर को पहले अलाउद्दीन खिलजी ने तोड़ा तथा बाद में अहमद शाह प्रथम ने।[1][2][3]
सामान्य तथ्य रुद्र महालय, अन्य नाम ...
रुद्र महालय | |
---|---|
Rudra Mahalaya Temple રુદ્રમહાલય | |
रुद्रमहालय के तोरण का भग्नावशेष (1874) | |
अन्य नाम | रुद्र माल |
सामान्य विवरण | |
अवस्था | खण्डहर |
वास्तुकला शैली | मारु-गुर्जर वास्तुशैली |
स्थान | सिद्धपुर, पाटण ज़िला, गुजरात |
राष्ट्र | भारत |
निर्देशांक | 23°55′09″N 72°22′45″E |
निर्माणकार्य शुरू | 943ई |
शुरुवात | 1140ई |
ध्वस्त किया गया | 1296ई व 1414ई |
प्राविधिक विवरण | |
गृहमूल | 2 |
पदनाम |
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण राष्ट्रीय महत्व का स्थापत्य (मंदिर N-GJ-164 / मस्जिद 163) |
बंद करें
सामान्य तथ्य धर्म संबंधी जानकारी, सम्बद्धता ...
धर्म संबंधी जानकारी | |
---|---|
सम्बद्धता | हिन्दू धर्मਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
देवता | रुद्र |
वास्तु विवरण | |
निर्माता | मूलराज, जयसिंह सिद्धराज व अन्य चालुक्य राजा |
बंद करें