![cover image](https://wikiwandv2-19431.kxcdn.com/_next/image?url=https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/b/b0/World_location_map_%2528equirectangular_180%2529.svg/langhi-640px-World_location_map_%2528equirectangular_180%2529.svg.png&w=640&q=50)
राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों की बैठक
From Wikipedia, the free encyclopedia
राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों की बैठक (सीएचओजीएम) एक द्विवार्षिक बैठक है जोकि राष्ट्रों के राष्ट्रमंडल का मुख्य निर्णयकारी पटल है, जहां राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्ष, जिनमें विभिन्न राष्ट्रमंडल देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपतिगण शामिल हैं, आपसी हितों के मामलों पर चर्चा करने के लिए कई दिनों हेतु एकत्रित होते हैं। यह बैठक राष्ट्रमंडल प्रधानमंत्रियों की बैठकों का उत्तराधिकारी है तथा उससे भी पहले की, इंपीरियल सम्मेलन और औपनिवेशिक सम्मेलन की भी, जिन्हें १८८७ से आयोजित किया जाता रहा है। इसके अलावा, वित्त मंत्रियों, कानून मंत्रियों, स्वास्थ्य मंत्रियों आदि की नियमित बैठकें भी होती हैं। उनके समक्ष विशेष सदस्यों के रूप में बकाया राशि के सदस्यों को या तो मंत्रिस्तरीय बैठकों या शासनाध्यक्ष-स्तरीय बैठकों में प्रतिनिधि भेजने के लिए आमंत्रित नहीं किया जाता है।
![Thumb image](http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/d/d0/The_Heads_of_Commonwealth_countries_with_the_Queen_Elizabeth_II_for_a_group_photograph_before_the_inauguration_of_the_CHOGM_2009%2C_at_Port_of_Spain_on_November_27%2C_2009.jpg/640px-thumbnail.jpg)
शासनाध्यक्षों की बैठक की मेजबानी करने वाले सरकार के प्रमुख को राष्ट्रमंडल पदासीन (कॉमनवेल्थ चेयरपर्सन-इन-ऑफिस) कहा जाता है जो अगकी बैठक तक इस पड़ पर बना रखता है।[1]