यूसुफ़ (इस्लाम)
इस्लाम के पैगम्बर / From Wikipedia, the free encyclopedia
युसुफ (इस्लाम) (अंग्रेज़ी:Joseph in Islam) क़ुरआन में वर्णित अरबी भाषा में नबी पैग़म्बर का नाम है।
इस्लाम धर्म की महत्वपूर्ण पुस्तक क़िसासुल अंबिया और ऐतिहासिक पुस्तकों के अनुसार [1] हजरत यूसुफ़ अलैहि सलाम हज़रत याकूब अलैहि सलाम के बेटे और हजरत इब्राहिम अलैहि सलाम के पड़पोते हैं। उनको यह शरफ़ हासिल है कि वह ख़ुद नबी, उनके वालिद नबी, उनके दादा नबी और परदादा हज़रत इब्राहीम अबुल अंबिया (नबियों के बाप) हैं। कुरआन में इनका जिक्र छब्बीस बार आया है और इनको यह भी फक्र हासिल है कि इनके नाम पर एक सूरः (सूरः यूसुफ़ ) कुरआन में मोजूद है जो सबक और नसीहत का बेनज़ीर जखीरा है, इसीलिए कुरआन मजीद में हज़रत यूसुफ अलैहि सलाम के वाकिए को 'अहसनुल कसस' कहा गया है।[2]
अज़ीज़ मिस्र की पत्नी की तोहमत और नबी युसुफ को भाइयों द्वारा सताने कुएं में डाल देने की कथा क़ुरआन में है।