पंजाब (भारत)
भारतीय राज्य / From Wikipedia, the free encyclopedia
पंजाब (पंजाबी: ਪੰਜਾਬ) उत्तर-पश्चिम भारत का एक राज्य है जो वृहद्तर पंजाब क्षेत्र का एक भाग है। इसका दूसरा भाग पाकिस्तान में है। पंजाब क्षेत्र के अन्य भाग (भारत के) हरियाणा और हिमाचल प्रदेश राज्यों में हैं। इसके पश्चिम में पाकिस्तानी पंजाब, उत्तर में जम्मू और कश्मीर, उत्तर-पूर्व में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व में हरियाणा, दक्षिण-पूर्व में केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और दक्षिण-पश्चिम में राजस्थान राज्य हैं। राज्य की कुल जनसंख्या 2,77,43,336 है और कुल क्षेत्रफल 50,362 वर्ग किलोमीटर है। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी है पंजाब के प्रमुख नगरों में अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला और बठिंडा हैं।
पंजाब | |
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राज्य | |
ऊपर से दक्षिणावर्त: स्वर्ण मंदिर, फतेह बुर्ज, गोबिंदगढ़ किला, किला मुबारक, पटियाला, सराय नूरमहल, पंजाबी लोक नृत्य - भांगड़ा, जलियांवाला बाग स्मारक, विभाजन संग्रहालय | |
नाम व्युत्पत्ति: पंज (अर्थात् पांच) और आब (अर्थात् जल) | |
भारत में पंजाब का स्थान | |
निर्देशांक (चण्डीगढ़): 30.79°N 75.84°E / 30.79; 75.84 | |
देश | भारत |
गठन | 1 नवम्बर 1966 |
राजधानी | चण्डीगढ़† |
सबसे बड़ा शहर | लुधियाना |
जिले | 23 |
शासन | |
• सभा | पंजाब सरकार |
• राज्यपाल | बनवारीलाल पुरोहित |
• मुख्यमन्त्री | भगवंत मान (AAP) |
• विधानमण्डल | एकसदनीय पंजाब विधान सभा (117 सीटें) |
• संसदीय क्षेत्र | लोक सभा (13 सीटें) राज्य सभा (7 सीटें) |
• उच्च न्यायालय | पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय†† |
क्षेत्रफल | |
• कुल | 50362 किमी2 (19,445 वर्गमील) |
क्षेत्र दर्जा | 19वाँ |
अधिकतम उच्चता | 551 मी (1,808 फीट) |
निम्नतम उच्चता | 150 मी (490 फीट) |
जनसंख्या (2011)[1] | |
• कुल | 2,77,43,338 |
• दर्जा | 16वाँ |
• घनत्व | 550 किमी2 (1,400 वर्गमील) |
GDP (2020–21)[2] | |
• कुल | ₹५४.२ खरब |
• प्रति व्यक्ति | ₹1,51,367 (US$2,209.96) |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+05:30) |
आई॰एस॰ओ॰ ३१६६ कोड | IN-PB |
मानव विकास सूचकांक (2019) | 0.724 (High)[3] · ९वाँ |
साक्षरता (2011) | 76.68% |
राजभाषा | पंजाबी[4] |
वेबसाइट | punjab |
^† हरियाणा के साथ संयुक्त राजधानी। ††पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लिए समान राजधानी। |
1947 भारत का विभाजन के उपरान्त बर्तानवी भारत के पंजाब प्रान्त को भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजन दिया गया था। फिर पाकिस्तान वाले भाग में बहाावलपुर राज्य जोड़़ा गया और भारतीय पंजाब में पेप्सू राज्यों को, जिससे एक भारतीय पंजाब विशाल क्षेत्र बना। 1966 में भारतीय पंजाब का विभाजन फिर से हो गया और परिणाम के रूप में हरियाणा और विशाल हिमाचल प्रदेश जन्में और पंजाब का वर्तमान राज बना। यह भारत का अकेला प्रान्त है जहाँ सिख बहुमत में हैं।
युनानी लोग पंजाब के आस पास क्षेत्र को पैंटापोटाम्या नाम के साथ जानते थे जो कि पाँच इकट्ठा होते नदियोँ का अंदरूनी डेल्टा है। पारसियों के पवित्र ग्रंथ अवैस्टा में उत्तर पश्चिम भारत क्षेत्र को पुरातन हपता हेंदू व सप्त-सिंधु (सात नदियोँ की धरती) के साथ जोड़ा जाता है। पर पंजाब नामकरण अकबर के शासनकाल में हुआ और इसमें सतलुज से दक्षिण कोई भी भाग पंजाब में सम्मिलित नहीं था। बर्तानवी लोग इस को "हमारा प्रशिया" कह कर बुलाते थे। ऐतिहासिक रूप से पंजाब युनानियों, मध्य एशियाईओं, अफ़ग़ानियों और ईरानियों के लिए भारतीय उपमहाद्वीप का प्रवेश-द्वार रहा है।
कृषि पंजाब का सब से बड़ा उद्योग है। यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं: वैज्ञानिक साज़ों सामान, कृषि, खेल और बिजली सम्बन्धित माल, सिलाई मशीनें, मशीन यंत्रों, स्टार्च, साइकिलों, खादों आदि का निर्माण, वित्तीय आजीविका, सैर-सपाटा और देवदार के तेल और खंड का उत्पादन। पंजाब में भारत में से सब से अधिक इस्पात के लुढ़का हुआ मीलों के उद्योग-स्थल हैं जो कि फ़तहगढ़ साहब की इस्पात नगरी मंडी गोबिन्दगढ़ में हैं। इस पवित्र धरती नै महाराजा रणजीत सिंह अकाली फूला सिंह और सरदार हरि सिंह नलवा जैसे योद्धाओं जन्म दिया और पंजाब के लोगों ने हिंदुस्तान को आजाद कराने के लिए 80% जाने दी