नेपाल
दक्षिण एशिया में स्थित एक देश / From Wikipedia, the free encyclopedia
नेपाल को आधिकारिक तौर पर संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य नेपाल के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह एक बहुत ख़ूबसूरत दक्षिण एशियाई स्थलरुद्ध राष्ट्र है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है। नेपाल के 81.3 प्रतिशत नागरिक हिन्दू धर्मावलम्बी हैं। नेपाल विश्व के प्रतिशत आधार पर सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल की राजभाषा नेपाली है और नेपाल के लोगों को भी नेपाली कहा जाता है।
सङ्घीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्र नेपाल |
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राष्ट्रवाक्य: जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी (संस्कृत) "माँ एवं मातृभूमि स्वर्ग से भी महान होती हैं" |
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'राष्ट्रगान: 'श्रीमान् गम्भीर नेपाली सैकड़ों तरह के फूल हम |
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राजधानी | काठमाण्डू 27°42′N 85°19′E | |||
सबसे बड़ा नगर | काठमाण्डु | |||
राजभाषा(एँ) | नेपाली (आधिकारिक) खस कुरा | |||
धर्म | हिन्दू(81.3%) (आधिकारिक), बौद्ध(9.0%), इस्लाम(4.4%), किरात(3.1%), ईसाई(1.4%), प्रकृति(0.5%), बाकी धर्म(0.3%) | |||
निवासी | नेपाली | |||
सरकार | लोकतन्त्र | |||
- | राष्ट्रपति | रामचंद्र पौडेल | ||
- | प्रधानमंत्री | KP OLI(Khadga prasad Oli) | ||
एकीकरण दिसम्बर 21, 1768 | ||||
- | गणराज्य | दिसम्बर 28, 2007 | ||
क्षेत्रफल | ||||
- | कुल | 14,75,16 km2 | ||
- | जल (%) | २.८ | ||
जनसंख्या | ||||
- | 2021 जनगणना | 2,91,92,480(सन् 2021) | ||
सकल घरेलू उत्पाद (पीपीपी) | 2006 प्राक्कलन | |||
- | कुल | $4818 करोड़ (87 वाँ) | ||
- | प्रति व्यक्ति | ₹१,२२,४४४२५ (164वाँ) | ||
गिनी (2010) | ३२.८[1] मध्यम |
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मानव विकास सूचकांक (2013) | 0.540[2] मध्यम · 145वाँ |
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मुद्रा | रुपैयाँ (एनपीआर) | |||
समय मण्डल | नेपाल मानक समय (यू॰टी॰सी॰+5:45) | |||
- | ग्रीष्मकालीन (दि॰ब॰स॰) | - (यू॰टी॰सी॰+5:45) | ||
दूरभाष कूट | 977 | |||
इंटरनेट टीएलडी | .एनपी |
एक छोटे से क्षेत्र के लिए नेपाल की भौगोलिक विविधता बहुत उल्लेखनीय है। यहाँ तराई के उष्ण फाँट से लेकर ठण्डे हिमालय की शृंखलाएँँ अवस्थित हैं। संसार का सबसे ऊँची 14 हिम शृंखलाओं में से आठ नेपाल में हैं जिसमें संसार का सर्वोच्च शिखर सागरमाथा एवरेस्ट (नेपाल और चीन की सीमा पर) भी एक है। नेपाल की राजधानी और सबसे बड़ा नगर काठमांडू है। काठमांडू उपत्यका के अन्दर ललितपुर (पाटन), भक्तपुर, मध्यपुर और किर्तीपुर नाम के नगर भी हैं अन्य प्रमुख नगरों में पोखरा, विराटनगर, धरान, भरतपुर, वीरगंज, महेन्द्रनगर, बुटवल, हेटौडा, भैरहवा, जनकपुर, नेपालगंज, वीरेन्द्रनगर, महेन्द्रनगर आदि है।
वर्तमान नेपाली भूभाग अठारहवीं सदी में गोरखा के शाह वंशीय राजा पृथ्वी नारायण शाह द्वारा संगठित नेपाल राज्य का एक अंश है। अंग्रेज़ों के साथ हुई सन्धियों में नेपाल को उस समय (1814 में) एक तिहाई नेपाली क्षेत्र ब्रिटिश इण्डिया को देने पड़े, जो आज भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में विलय हो गये हैं। बींसवीं सदी में प्रारम्भ हुए जनतांत्रिक आन्दोलनों में कई बार विराम आया जब राजशाही ने जनता और उनके प्रतिनिधियों को अधिकाधिक अधिकार दिए। अन्ततः 2008 में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि माओवादी नेता प्रचण्ड के प्रधानमंत्री बनने से यह आन्दोलन समाप्त हुआ। लेकिन सेना अध्यक्ष के निष्कासन को लेकर राष्ट्रपति से हुए मतभेद और टीवी पर सेना में माओवादियों की नियुक्ति को लेकर वीडियो फ़ुटेज के प्रसारण के बाद सरकार से सहयोगी दलों द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद प्रचण्ड को इस्तीफा देना पड़ा। गौरतलब है कि माओवादियों के सत्ता में आने से पहले सन् 2006 में राजा के अधिकारों को अत्यन्त सीमित कर दिया गया था।
नेपाल एशिया का हिस्सा है। दक्षिण एशिया में नेपाल की सेना पाँचवीं सबसे बड़ी सेना है और विशेषकर विश्व युद्धों के दौरान, अपने गोरखा इतिहास के लिए उल्लेखनीय रहे हैं और संयुक्त राष्ट्र शान्ति अभियानों के लिए महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रही है।
'नेपाल' शब्द की व्युत्पत्ति के सम्बन्ध में विद्वानों की विभिन्न धारणाएँ हैं। "नेपाल" शब्द की उत्त्पत्ति के बारे में ठोस प्रमाण कुछ नहीं है, लेकिन एक प्रसिद्ध विश्वास अनुसार यह शब्द 'ने' ऋषि तथा पाल (गुफा) मिलकर बना है। माना जाता है कि एक समय नेपाल की राजधानी काठमांडू 'ने' ऋषि का तपस्या स्थल था। 'ने' मुनि द्वारा पालित होने के कारण इस भूखण्ड का नाम नेपाल पड़ा, ऐसा कहा जाता है। तिब्बती भाषा में 'ने' का अर्थ 'मध्य' और 'पा' का अर्थ 'देश' होता है। तिब्बती लोग 'नेपाल' को 'नेपा' ही कहते हैं। 'नेपाल' और 'नेवार' शब्द की समानता के आधार पर डॉ॰ ग्रियर्सन और यंग ने एक ही मूल शब्द से दोनों की व्युत्पत्ति होने का अनुमान किया है। टर्नर ने नेपाल, नेवार, अथवा नेवार, नेपाल दोनों स्थिति को स्वीकार किया है। 'नेपाल' शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम कौटिल्य ने अपने अर्थशास्त्र में किया है। उस काल में बिहार में जो मागधी भाषा प्रचलित थी उसमें 'र' का उच्चारण नहीं होता था। सम्राट् अशोक के शिलालेखों में 'राजा' के स्थान पर 'लाजा' शब्द व्यवहार हुआ है। अत: नेपार, नेबार, नेवार इस प्रकार विकास हुआ होगा।