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2011 में बनी फरहान अख्तर निर्देशित हिन्दी फिल्म विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
डॉन २ एक बॉलीवुड फ़िल्म है जो २१ दिसम्बर २०११ को रिलीज़ हुई जिसे फरहान अख्तर द्वारा निर्मित किया गया है। फ़िल्म में शाहरुख़ ख़ान व प्रियंका चोपड़ा मुख्य भूमिका में है और लारा दत्ता, ओम पुरी व कुणाल कपूर सह-कलाकार की भूमिका में। यह 2006 में बनी डॉन का दूसरा भाग है।
डॉन २: द चेज़ कन्टिन्युज़ | |
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पोस्टर | |
निर्देशक | फरहान अख्तर |
पटकथा |
अमित मेहता अम्रिश शाह |
कहानी |
फरहान अख्तर अमित मेहता अम्रिश शाह |
निर्माता |
फरहान अख्तर रितेश सिद्धवानी शाहरुख़ ख़ान |
अभिनेता |
शाहरुख़ ख़ान प्रियंका चोपड़ा लारा दत्ता ओम पुरी कुणाल कपूर |
छायाकार | जेसन वेस्ट |
संपादक |
आनन्द सुभारा रितेश सोनी |
संगीतकार | शंकर-एहसान-लॉय |
वितरक |
रिलायंस इंटरटेन्मेंट एक्सेल इंटरटेन्मेंट |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
इसे 21 दिसम्बर 2011 को[1] 2डी और 3डी[2] में व तमिल और तेलुगू भाषाओं में रिलिज़ किया गया।[3]
यूरोपियन ड्रग्स के व्यापारियों के सारे मुखिया फ़्रांसिसी रैविरा में एशिया में बढ़ रही एक नई समस्या के बारे में चर्चा करने के लिए मिलते हैं। डॉन (शाहरुख खान) ड्रग्स को कम दामों पर बेच कर उनका धंधा चौपट कर रहा है। सारे मुखिया खबर फैला देते है कि डॉन को मारना होगा। पिछले पाँच वर्षों से डॉन थाईलैंड में रह रहा होता है और एक वीरान टापू पर कोकेन की डिलेवरी लेने जाता है। एक साधारण लेन-देन की जगह उसे वहाँ भागने के लिए लड़ना पड़ता है क्योंकि यूरोपियन डीलर्स उसे मारना चाहते हैं। वह बाद में मलेशिया जाकर रोमा (प्रियंका चोपड़ा) और इंस्पेक्टर मलिक (ओम पुरी) के सामने आत्मसमर्पण कर देता है। उसे मौत की सज़ा सुनाई जाती है और मलेशियाई कारागृह में भेज दिया जाता है जहाँ उसकी मुलाकात पुराने दुश्मन वर्धान (बोमन ईरानी) से होती है। डॉन और वर्धान सभी कैदियों को ज़हर देकर जेल से भाग निकलते हैं और ज़ुरीच, स्वित्ज़र्लंद]] पहुँच जाते हैं जहाँ डॉन अपनी प्रेमिका और भरोसेमंद साथी आयेशा (लारा दत्ता) से मिलता है।
ज़ुरीच में वह एक लॉकर से सामान निकलते हैं जिसे केवल वर्धान ही खोल सकता है। लॉकर में उन्हें एक टेप मिलती है जिसमे दीवान (अली खान), यूरो प्रिंटिंग बैंक डीज़ेडबी का अध्यक्ष, को फ़ाबियान कोल सिंघानिया को रिश्वत देकर एक प्रतिद्वंदी को मरने के लिए भेजता है। डॉन दीवान को ब्लैकमेल करके उससे बैंक के नक़्शे हासिल कर लेता है ताकि वह बैंक से प्रिंटिंग प्लेटें चुरा सके। दीवान उसे गलत जानकारी देकर उसके पीछे हत्यारों को लगा देता है। डॉन बच निकलने में कामयाब हो जाता है और हत्यारों को अपने साथ काम करने पर मजबूर कर देता है। कोई और रास्ता न होने के कारण दीवान उसे असली जानकारी दे देता है।
डॉन और उसकी नयी टीम लोगों को बंदी बनाकर बैंक लूटने की योजना बनाती है। प्लेटें चुराने के बाद डॉन को वर्धान और उसकी टीम धोखा दे देती है पर वह बच निकलने में कामयाब हो जाता है। टीम का एक सदस्य समीर (कुणाल कपूर) डॉन का वफ़ादार होता है। डॉन की योजना के मुताबिक वह पुलिस को बुला लेता है और डॉन पकड़ा जाता है। कई कोशिशों के बावजूद पुलिस बंधकों को छुड़ाने में असमर्थ होती है और न चाहते हुए भी डॉन से मदद लेने पर बध्य हो जाती है इस शर्त पर कि उसे जर्मनी में पूर्ण स्वतंत्रता दी जाएगी।
डॉन और रोमा वर्धान तक पहुँचने में सफल होते है परन्तु रोमो को गोली लग जाती है क्योंकि वह डॉन को मारने से इंकार कर देती है। इससे यह ज़ाहिर हो जाता है की रोमा डॉन को पसंद करती है इसके बावजूद कि उसने पाँच साल पहले उसके भाई को मारा था। मुठभेड़ में डॉन वर्धान और उसके साथियों को हराने में कामयाब होता है। डॉन और रोमा आखरी बार एक दूसरे को देखते है और फिर रुग्णवाहिका रोमा को लेकर चले जाती है। डॉन बाद में दीवान की कार में लगाए गए बॉम्ब में विस्फ़ोट कर देता है। बाद में यह पता चलता है कि डॉन के पास अब भी एक प्लेट मौजूद है पर पुलिस को लगता है कि वह दीवान के साथ विस्फ़ोट में नष्ट हो गई। पुलिस अब कुछ नहीं कर सकती क्योकि डॉन के पास अब पूर्ण स्वतंत्रता है और यह नहीं जानती कि उसके पास प्लेट भी है। डॉन पुलिस को एक डिस्क देता है जिसमें उसके सभी साथियों की सूची होती है परन्तु हकीकत में उस डिस्क में यूरोपियन ड्रग्स व्यापारियों के नाम होते हैं। सभी व्यापारी पकड़े जाते है और डॉन यूरोपीय अंडरवर्लड का शहंशाह बन जाता है।
डॉन के दूसरे भाग का विचार फिल्म के रिलीज़ होते ही फरहान अख्तर ने व्यक्त किया था।[4] बाद में वह अपनी अन्य प्रयोजनाओं में व्यस्त हो गया व शाहरुख खान अपनी कंधे की चोट के चलते ठीक होने के लिए रब ने बना दी जोड़ी और माइ नेम इज़ ख़ान जैसी फ़िल्मों के लिए अपनी तारीखें दे दी।[5] फरवरी 2010 में अख्तर ने फ़िल्म कि कहानी वह जगह तय होने की घोषणा की।[6] डीएनए अखबार से बात करते हुए अख्तर ने कहा कि उसने इस किरदार को इसलिए चुना क्योंकि वह बहुत कुछ कहता है, "मैं सिक्वल बनाने का आदी नही हूँ। आपको यह तभी करना चाहिए अगर आपके पास कोई अच्छी कहानी हो बताने के लिए। डॉन २ के साथ मैं आखिरकार वह एक्शन फ़िल्म बना सकता हूँ जो मैं हमेशा से चाहता था।"[7]
डॉन २ में इस बार अलग लेखकों की टीम बनाइ गई जिसमें अख्तर, अमित मेहता और अम्रिश शाह शामिल है। १५ नवम्बर को खान पहले अभिनेता बन गए जिन्होने अपना टैट्टू रजिस्टर करवाया और उनकी बांह पे बना "D" का टैट्टू कॉपिराइट करवा गया।[8]
जर्मन सरकार ने फ़िल्म को £3 मिलियन की सहुलियत प्रदान की जो जर्मनी की राजधानी में चित्रित की गई है। जर्मनी में हुए पूरे चित्रिकरण का खर्चा £6 मिलियन हुआ[9] और यह पहली फ़िल्म बन गई जिसे जर्मनी में इतनी बडी मात्रा में सहूलियत प्रदान की गई।[10]
अगस्त 2011 में यह घोषणा की गई कि फ़िल्म को 3डी में बनाया जाएगा।
फ़िल्म की घोषणा करते वक्त ज़ाहिर किया गया था कि पिछली फ़िल्म के सभी पात्र, अर्जुन रामपाल को छोड कर,[11] अपनी भूमिका में वापस दिखेंगे और लारा दत्ता एक नई भूमिका संम्भालेंगी।[12]
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "आ रहा हूँ पलट के" | शाहरुख़ ख़ान | 00:35 |
2. | "ज़रा दिल को थाम लो" | विशाल दादलानी, अनुषा मानी | 05:08 |
3. | "है ये माया" | ऊषा उत्थुप | 04:42 |
4. | "दुश्मन मेरा" | शंकर महादेवन, सुनिथा साराथी | 03:44 |
5. | "द किंग इज़ बैक" (थीम) | सुनिथा साराथी | 03:57 |
6. | "मुझको पहचान लो" | केके | 03:24 |
7. | "है ये माया" (डीजे शेन मेंडोसा द्वारा रीमिक्स) | उषा उत्थुप | 04:42 |
8. | "मुझको पहचान लो" (रीमिक्स) | केके | 04:51 |
9. | "द डॉन वाल्ट्ज़" | कार्लिसा मौंटीयेरो | 03:29 |
10. | "डॉन थीम" (रीमिक्स) | संगीत | 04:42 |
पुरस्कार | श्रेणी | प्राप्तकर्ता | परिणाम |
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57वे फ़िल्मफेयर पुरस्कार[13] | सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म | फरहान अख्तर | आगामी |
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक | फरहान अख्तर | आगामी | |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता | शाह रुख खान | आगामी | |
स्टार स्क्रीन पुरस्कार[14][15] | सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (लोकप्रिय) | शाहरुख खान (रा.वन के लिए भी) | जीत |
सर्वश्रेष्ठ स्पेशल इफेक्ट्स | नामित | ||
सर्वश्रेष्ठ एक्शन | नामित | ||
पसंदीदा पर्देपर जोड़ी | शाहरुख खान और प्रियंका चोपड़ा | जीत | |
ज़ी सिने अवार्ड[16] | सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म लोकप्रिय | फरहान अख्तर | नामित |
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक लोकप्रिय | फरहान अख्तर | नामित | |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता जूरी | शाहरुख खान | जीत | |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता लोकप्रिय | शाहरुख खान | नामित | |
18वे लायंस गोल्ड पुरस्कार[17] | पसंदीदा अभिनेता मुख्य भूमिका में | शाहरुख खान | जीत |
पसंदीदा अभिनेत्री मुख्य भूमिका में | प्रियंका चोपड़ा | जीत | |
अप्सरा फ़िल्म और टेलिविज़न निर्माता गिल्ड पुरस्कार[18] | सर्वश्रेष्ठ अभिनेता | शाहरुख खान | आगामी |
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