चींटीख़ोर
स्तनपायी उपसमूह / From Wikipedia, the free encyclopedia
चींटीख़ोर उपगण कृमिजिह्वा की चार उपस्थित प्रजातियों हेतु एक सामान्य नाम है जो दक्षिण व मध्य अमेरिका में पाया जाने वाला एक स्तनधारी प्राणी है जो अपने विचित्र मुख-आकार, थूथन और अपनी पतली व लम्बी जीभ से केवल चींटी, दीमक और अन्य छोटे कीट खाने के लिये प्रसिद्ध है। चींटीख़ोरों की चार जातियाँ पाई जाती हैं: सिर-से-पुच्छ तक १.८ मीटर लम्बा विशाल चींटीखोर, केवल ३५ सेमी लम्बा रेशमी चींटीखोर, १.२ मी लम्बा उत्तरी तामान्दुआ और लगभग उतना ही लम्बा दक्षिणी तामान्दुआ।[1]
सामान्य तथ्य चींटीख़ोरAnteater, वैज्ञानिक वर्गीकरण ...
चींटीख़ोर Anteater | |
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एक विशाल चींटीखोर | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | प्राणी |
संघ: | रज्जुकी (Chordata) |
वर्ग: | स्तनधारी (Mammalia) |
उपवर्ग: | थेरिया (Theria) |
अध:वर्ग: | युथेरिया (Eutheria) |
अधिगण: | ज़ीनारथ्रा (Xenarthra) |
गण: | पिलोसा (Pilosa) |
उपगण: | कृमिजिह्वा इलिगर, १८११ |
कुल | |
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चींटीख़ोर पिलोसा नामक जीववैज्ञानिक गण में शामिल हैं जिसमें स्लॉथ भी आते हैं, यानि स्लॉथों और चींटीख़ोरों का आनुवंशिक सम्बन्ध है।[2]