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आंबेडकर जयंती
भीमराव आम्बेडकर की जन्मतिथि / From Wikipedia, the free encyclopedia
आंबेडकर जयंती या भीम जयंती, डाॅ. भीमराव आंबेडकर जिन्हें डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म दिन 14 अप्रैल को पर्व के रूप में भारत समेत पूरे विश्व में मनाया जाता है।(विशेष रूप से भारत तथा सम्पूर्ण विश्व के अम्बेडकरवादी बौद्धों द्वारा) [1] इस दिन को 'समानता दिवस' और 'ज्ञान दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंंकि जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले आंबेडकर को समानता और ज्ञान के प्रतीक माना जाता है। आंबेडकर को विश्व भर में उनके मानवाधिकार आंदोलन संविधान निर्माता और उनकी प्रकांड विद्वता के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। आंबेडकर की पहली जयंती सदाशिव रणपिसे इन्होंने 14 अप्रैल 1928 में पुणे नगर में मनाई थी। रणपिसे आंबेडकर के अनुयायी थे। उन्होंने आंबेडकर जयंती की प्रथा शुरू की और भीम जयंती के अवसरों पर बाबासाहेब की प्रतिमा हाथी के अंबारी में रखकर रथ से, ऊँट के ऊपर कई मिरवणुक निकाली थी।[2][3]
डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती | |
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![]() चैत्य भूमि में आंबेडकर जयंती | |
आधिकारिक नाम | डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती |
अन्य नाम | भीम जयंती, आंबेडकर जयंती, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जयंती |
अनुयायी | भारत एवं +65 देशों में |
प्रकार | धर्म-निरपेक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर का जन्म दिवस |
उत्सव | पर्व |
तिथि | 14 अप्रैल |
आवृत्ति | वार्षिक |
समान पर्व | ज्ञान दिवस, समानता दिवस |
आंबेडकर के जन्मदिन पर हर साल उनके करोड़ों अनुयायी उनके जन्मस्थल भीम जन्मभूमि (डॉ. आंबेडकर नगर, मध्य प्रदेश), बौद्ध धम्म दीक्षास्थल दीक्षाभूमि, नागपुर, उनका समाधि स्थल चैत्य भूमि, मुंबई जैसे कई स्थानिय जगहों पर उन्हें अभिवादन करने लिए इकट्टा होते हैं। सरकारी दफ्तरों और भारत के बौद्ध-विहारों में भी आंबेडकर की जयंती मनाकर उन्हें नमन किया जाता है।
गूगल ने डॉ. आंबेडकर की 124वीं जयंती 2015 पर अपने 'गूगल डूडल' पर उनकी तस्वीर लगाकर उन्हें अभिवादन किया।[4][5] तीन महाद्विपों के देशों में यह डुडल था।[6]