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तमिलनाडु की राजधानी विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
चेन्नई (तमिल: சென்னை) (पूर्व नाम मद्रास) बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर स्थित यह दक्षिण भारत के सबसे बड़े सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षिक केंद्रों में से सबसे प्रमुख है। चेन्नई भारतीय राज्य तमिलनाडु की राजधानी है। 2011 की भारतीय जनगणना (चेन्नई नगर की नई सीमाओं के लिए समायोजित) के अनुसार, यह चौथा सबसे बड़ा नगर है और भारत में चौथा सबसे अधिक आबादी वाला नगरीय ढांचा है। आस-पास के क्षेत्रों के साथ नगर चेन्नई मेट्रोपॉलिटन एरिया है, जो दुनिया की जनसंख्या के अनुसार 36 वां सबसे बड़ा नगरीय क्षेत्र है। [ चेन्नई विदेशी पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा जाने-माने भारतीय नगरो में से एक है यह वर्ष 2015 के लिए दुनिया में 43 वें सबसे अधिक का दौरा किया गया था। लिविंग सर्वेक्षण की गुणवत्ता ने चेन्नई को भारत में सबसे सुरक्षित नगर के रूप में दर्जा दिया। चेन्नई भारत में आने वाले 45 प्रतिशत स्वास्थ्य पर्यटकों और 30 से 40 प्रतिशत घरेलू स्वास्थ्य पर्यटकों को आकर्षित करती है। जैसे, इसे "भारत का स्वास्थ्य पूंजी" कहा जाता है एक विकासशील देश में बढ़ते महानगरीय नगर के रूप में, चेन्नई पर्याप्त प्रदूषण और अन्य सैन्य और सामाजिक-आर्थिक समस्याओं का सामना करता है।
चेन्नई சென்னை | |
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नगर | |
फोर्ट सेंट जॉर्ज में क्लाइव हाउस, मद्रास ने 160 9 के दौरान भारत में पहला अंग्रेजी समझौता माना | |
देश | भारत |
राज्य | तमिल नाडु |
ज़िला | चेन्नई कांचीपुरम तिरुवल्लुर |
जनसंख्या (2011)[1] | |
• नगर | 46,46,732 |
• महानगर | 86,96,010 |
समय मण्डल | आइएसटी (यूटीसी+5:30) |
वेबसाइट | www |
चेन्नई में भारत की तीसरी सबसे बड़ी प्रवासी जनसंख्या 2009 में 35 लाख थी, 2011 में 85 लाख थी और 2018 तक डेढ़ करोड से अधिक का अनुमान है। राजस्थान का मारवाड़ी समुदाय यहाँ व्यापारी वर्ग में मुखत: हे चेन्नई में मारवाड़ी समुदाय की 50000 से अधिक दुकान हे , मारवाड़ीयो का रामदेवजी का वरघोड़ा मुख्य पर्व हे जिसमें प्रतिवर्ष २ लाख से ज़्यादा मारवाड़ी लोग एकत्रित होते हे ये मिंट स्ट्रीट ,आदियाप्पा, गोविंदप्पा, nsc बोस रोड ओर नेनियप्पा से गुज़रते हे 2015 में यात्रा करने के लिए पर्यटन गाइड प्रकाशक लोनली प्लैनेट ने चेन्नई को दुनिया के शीर्ष दस नगरो में से एक का नाम दिया है। चेन्नई को ग्लोबल सिटीज इंडेक्स में एक बीटा स्तरीय नगर के रूप में स्थान दिया गया है और भारत का 2014 का वार्षिक भारतीय सर्वेक्षण में भारत टुडे द्वारा भारत का सबसे अच्छा नगर रहा। 2015 में, चेन्नई को आधुनिक और पारंपरिक दोनों मूल्यों के मिश्रण का हवाला देते हुए, बीबीसी द्वारा "सबसे गर्म" नगर (मूल्य का दौरा किया, और दीर्घकालिक रहने के लिए) का नाम दिया गया। नेशनल ज्योग्राफिक ने चेन्नई के भोजन को दुनिया में दूसरा सबसे अच्छा स्थान दिया है; यह सूची में शामिल होने वाला एकमात्र भारतीय नगर था। लोनाली प्लैनेट द्वारा चेन्नई को दुनिया का नौवां सबसे अच्छा महानगर भी नामित किया गया था।
चेन्नई मेट्रोपॉलिटन एरिया भारत की सबसे बड़ी नगर अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। चेन्नई को "भारत का डेट्रोइट" नाम दिया गया है, जो नगर में स्थित भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग का एक-तिहाई से भी अधिक है। जनवरी 2015 में, प्रति व्यक्ति जीडीपी के संदर्भ में यह तीसरा स्थान था। चेन्नई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट सिटीज मिशन के तहत एक स्मार्ट नगर के रूप में विकसित किए जाने वाले 100 भारतीय नगरो में से एक के रूप में चुना गया है।
भारत में ब्रिटिश उपस्थिति स्थापित होने से पहले ही मद्रास का जन्म हुआ। माना जाता है कि मद्रास नामक पुर्तगाली वाक्यांश "मैए डी डीस" से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ है "भगवान की मां", बंदरगाह नगर पर पुर्तगाली प्रभाव के कारण। कुछ स्रोतों के अनुसार, मद्रास को फोर्ट सेंट जॉर्ज के उत्तर में एक मछली पकड़ने वाले गांव मद्रासपट्टिनम से लिया गया था। हालांकि, यह अनिश्चित है कि क्या नाम यूरोपियों के आने से पहले उपयोग में था। ब्रिटिश सैन्य मानचित्रकों का मानना था कि मद्रास मूल रूप से मुंदिर-राज या मुंदिरराज थे। वर्ष 1367 में एक विजयनगर युग शिलालेख जो कि मादरसन पट्टणम बंदरगाह का उल्लेख करता है, पूर्व तट पर अन्य छोटे बंदरगाहों के साथ 2015 में खोजा गया था और यह अनुमान लगाया गया था कि उपर्युक्त बंदरगाह रोयापुरम का मछली पकड़ने का बंदरगाह है।
चेन्नई नाम की जन्मजात, तेलुगू मूल का होना स्पष्ट रूप से इतिहासकारों द्वारा साबित हुई है। यह एक तेलुगू शासक दमारला चेन्नाप्पा नायकुडू के नाम से प्राप्त हुआ था, जो कि नायक शासक एक दमनदार वेंकटपति नायक था, जो विजयनगर साम्राज्य के वेंकट III के तहत सामान्य रूप में काम करता था, जहां से ब्रिटिश ने नगर को 1639 में हासिल किया था। चेन्नई नाम का पहला आधिकारिक उपयोग, 8 अगस्त 1639 को, ईस्ट इंडिया कंपनी के फ्रांसिस डे से पहले, सेन्नेकेसु पेरुमल मंदिर 1646 में बनाया गया था।
1 99 6 में, तमिलनाडु सरकार ने आधिकारिक तौर पर मद्रास से चेन्नई का नाम बदल दिया। उस समय कई भारतीय नगरो में नाम बदल गया था। हालांकि, मद्रास का नाम नगर के लिए कभी-कभी उपयोग में जारी है, साथ ही साथ नगर के नाम पर स्थानों जैसे मद्रास विश्वविद्यालय, आईआईटी मद्रास, मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास मेडिकल कॉलेज, मद्रास पशु चिकित्सा कॉलेज, मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज।
चेन्नई (तमिल: சென்னை IPA: [ˈtʃɛnnəɪ]), भारत में बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर स्थित तमिलनाडु की राजधानी, भारत का चोथा बड़ा नगर तथा तीसरा सबसे बड़ा बन्दरगाह है। इसकी जनसंख्या ८३ लाख ४० हजार है।[2] यह नगर अपनी संस्कृति एवं परंपरा के लिए प्रसिद्ध है। ब्रिटिश लोगों ने १७वीं शताब्दी में एक छोटी-सी बस्ती मद्रासपट्ट्नम का विस्तार करके इस नगर का निर्माण किया था। उन्होंने इसे एक प्रधान नगर एवं नौसैनिक अड्डे के रूप में विकसित किया। बीसवीं शताब्दी तक यह मद्रास प्रेसिडेंसी की राजधानी एवं एक प्रमुख प्रशासनिक केन्द्र बन चुका था।
चेन्नई में ऑटोमोबाइल, प्रौद्योगिकी, हार्डवेयर उत्पादन और स्वास्थ्य सम्बंधी उद्योग हैं। यह नगर सॉफ्टवेयर, सूचना प्रौद्योगिकी सम्बंधी उत्पादों में भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक नगर है। चेन्नई एवं इसके उपनगरीय क्षेत्र में ऑटोमोबाइल उद्योग विकसित है।[3][4] चेन्नई मंडल तमिलानाडु के जीडीपी का ३९% का और देश के ऑटोमोटिव निर्यात में ६०% का भागीदार है। इसी कारण इसे दक्षिण एशिया का डेट्रॉएट भी कहा जाता है।[5][6][7]
चेन्नई सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है, यहाँ वार्षिक मद्रास म्यूज़िक सीज़न में सैंकड़ॊ कलाकार भाग लेते हैं। चेन्नई]] में रंगशाला संस्कृति भी अच्छे स्तर पर है और यह भरतनाट्यम का एक महत्त्वपूर्ण केन्द्र है। यहाँ का तमिल चलचित्र उद्योग, जिसे कॉलीवुड भी कहते हैं, भारत का द्वितीय सबसे बड़ा फिल्म उद्योग केन्द्र है।
मद्रास नाम मद्रासपट्नम से लिया गया है। मद्रासपट्नम ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा सन् १६३९ में चुना गया स्थायी निवास स्थल है। इसके दक्षिण में चेन्नपट्नम नामक गाँव स्थित था। कुछ समय बाद इन दोनों गाँवों के संयोग से मिलकर बने नगर को "मद्रास" नाम दिया गया। परन्तु उसी जगह के निवासी इसे "चेन्नपट्नम" या "चेन्नपुरी" कहते थे। सन् १९९६ में नगर का नाम बदल कर "चेन्नै" रखा गया (हिन्दी में "चेन्नई" भी लिखा जाता है), क्योंकि "मद्रास" शब्द को पुर्तगी नाम माना जाता था। यह माना जाता है कि इस नगर का पुर्तगी नाम "माद्रे-डि-सॉइस" नामक पुर्तगी सरकारी अफ़सर के नाम से लिया गया था, जो लगभग सन् १५५० में इस जगह को अपने स्थायी निवास बनाने वाले पहले लोगों में शामिल थे। पर कुछ लोग यह मानते हैं कि "मद्रास" शब्द ही तमिल मूल का है, तथा "चेन्नई" शब्द किसी अन्य भाषा का हो सकता है।
वर्ष | जन. | %± |
---|---|---|
१८८१ | 4,05,848 | — |
१८९१ | 4,52,518 | 11.5% |
१९०१ | 5,09,346 | 12.6% |
१९११ | 5,18,660 | 1.8% |
१९२१ | 5,26,000 | 1.4% |
१९३१ | 6,45,000 | 22.6% |
१९४१ | 7,76,000 | 20.3% |
१९५१ | 14,16,056 | 82.5% |
१९६१ | 17,29,141 | 22.1% |
१९७१ | 24,20,000 | 40.0% |
१९८१ | 32,66,034 | 35.0% |
१९९१ | 38,41,398 | 17.6% |
२००१ | 42,16,268 | 9.8% |
चेन्नई एवं आस-पास का क्षेत्र पहली सदी से ही महत्त्वपूर्ण प्रशासनिक, सैनिक, एवं आर्थिक गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र रहा है। यह दक्षिण भारत के बहुत से महत्त्वपूर्ण राजवंशों यथा, पल्लव, चोल, पांड्य, एवं विजयनगर इत्यादि का केन्द्र बिन्दु रहा है। मयलापुर नगर जो अब चेन्नई नगर का हिस्सा है, पल्लवों के जमाने में एक महत्त्वपूर्ण बंदरगाह हुआ करता था। आधुनिक काल में पुर्तगालियों ने १५२२ में यहाँ आने के बाद एक और बंदरगाह बनाया जिसे साओ तोमे कहा गया। पुर्तगालियों ने अपना बसेरा आज के चेन्नई के उत्तर में पुलीकट नामक स्थान पर बसाया और वहीं डच इस्ट इंडिया कंपनी की नींव रखी।
२२ अगस्त १६३९, को संत फ्रांसिस दिवस के मौके पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने विजयनगर के राजा पेडा वेंकट राय से कोरोमंडल तट चंद्रगिरी में कुछ जमीन खरीदी। इस इलाके में दमरेला वेंकटपति, जो इस इलाके के नायक थे, उनका शासन था। उन्होंने ब्रितानी व्यापारियों को वहाँ एक फैक्ट्री एवं गोदाम बनाने की अनुमति दी। एक वर्ष वाद, ब्रितानी व्यापारियों ने सेंट जॉर्ज किला बनवाया जो बाद में औपनिवेशिक गतिविधियों का केन्द्र बिन्दु बन गया। १७४६ में, मद्रास एवं सेंट जॉर्ज के किले पर फ्रासिंसी फौजों ने अपना कब्जा जमा लिया। बाद में ब्रितानी कंपनी का इस क्षेत्र पर नियंत्रण पुनः १७४९ में एक्स ला चैपल संधि (१७४८) की बदौलत हुआ। इस क्षेत्र को फ्रांसिसियों एवं मैसूर के सुल्तान हैदर अली के हमलों से बचाने के लिए इस पूरे क्षेत्र की किलेबंदी कर दी गयी। अठारहवीं सदी के अंत होते-होते ब्रिटिशों ने लगभग पूरे आधुनिक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक के हिस्सों को अपने अधीन कर लिया एवं मद्रास प्रेसिडेंसी की स्थापना की जिसकी राजधानी मद्रास घोषित की गयी।[8] ब्रिटिशों की हुकुमत के अधीन चेन्नई नगर एक महत्त्वपूर्ण आधुनिक नगरीय क्षेत्र एवं जलसेना केन्द्र बनकर उभरा।
चेन्नई भारत के दक्षिण पूर्वी तट पर तमिलनाडु प्रदेश के उत्तरी पूर्वी तटीय क्षेत्र में स्थित है। इस तटीय क्षेत्र को पूर्वी तटीय मैदानी क्षेत्र भी कहा जाता है। इस क्षेत्र की समुद्र तल से औसत ऊँचाई ६.७ मीटर है[9] और सबसे ऊँचा स्थान ६० मीटर की ऊँचाई पर है।[10] मरीना बीच के नाम से प्रसिद्ध चेन्नई के समुद्र तट का विस्तार १२ किलोमीटर तक है। नगर के मध्य में बहने वाली कूवम नदी और दक्षिण से बहने वाली अड्यार नदी आज की तारीख में बहुत ही ज्यादा प्रदूषित हो चुकी हैं। अड्यार नदी कूवम से कम प्रदूषित है और इसके तट पर अनेक पशु-पक्षियों का बसेरा है।[11][12] इन दोनों नदियों को बकिंघम नहर के द्वारा जोड़ा गया है। यह नहर अपनी ४ किलोमीटर की दूरी सागर तट के सामानान्तर तय करती है। नगर के पश्चिमी भाग में कई झीलें हैं, जिनमें से रेड हिल्स, शोलावरम और चेम्बरामबक्क्म से पेय जल की आपूर्ति होती है। चेन्नई का भूमिगत जल भी प्रदूषित होता जा रहा है।[13]
चेन्नई नगर को उत्तर, मध्य, दक्षिण और पश्चिमी चेन्नई नामक चार भागों में बँटा है। है। उत्तरी चेन्नई एक औद्योगिक क्षेत्र है। मध्य चेन्नई नगर का व्यावसायिक केंद्र है। यहाँ पर स्थित पेरिज कार्नर, जिसे स्थानीय लोग पेरिज भी कहते हैं, एक प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र है। दक्षिण और पश्चिमी चेन्नई सूचना प्रौद्योगिकी का क्षेत्र बनता जा रहा है। बढ़ती आबादी के कारण नगर विभिन्न दिशाओं में बढ़ता जा रहा है। जिन क्षेत्रों में सर्वाधिक विकास हो रहा है वह हैं- पुराना महाबलीपुरम रोड, दक्षिणी ग्रांड ट्रंक रोड और पश्चिम में अंबात्तुर, कोयमबेडु और श्रीपेरम्बदूर की दिशा के क्षेत्र।[14] चेन्नई की नगर सीमा में एक राष्ट्रीय उद्यान भी है, जिसे गुंडी राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता है।[15]
चेन्नई में वार्षिक तापमान लगभग एक समान होता है। इसका कारण चेन्नई का सागर तट पर एवं थर्मल इक्वेटर पर स्थित होना है। वर्ष भर मौसम आम तौर पर गर्म एवं उमस भरा होता है। मई एवं जून का प्रथम सप्ताह वर्ष का सबसे गर्म समय होता है। इस समय जब तापमान ३८-४२ डिग्री सेल्सियस के आस-पास पहुँच जाता है, तो स्थानीय लोग इसे अग्नि नक्षत्रम या कथिरि वेय्यी कहते है।[16] वर्ष का सबसे ठंडा महीना जनवरी का होता है, जब न्यूनतम तापमान १८-२० डिग्री सेल्सियस तक पँहुच जाता है। अब तक यहाँ का सबसे न्यूनतम तापमान १५.८ डिग्री सेल्सियस और उच्चतम तापमान ४५ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।[17][18] चेन्नई में वर्ष में औसतन १,३०० मिलीमीटर वर्षा होती है। मुख्यतः वर्षा सितम्बर से दिसम्बर के मध्य होती है। देश के अन्य भागों से विपरीत चेन्नई में वर्षा मानसून के लौटने के दौरान उत्तर-पूर्वी हवाओं के चलते होती है। बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात कई बार चेन्नई भी पहुँच जाते है। सन २००५ में आज तक की सबसे ज्यादा वर्षा २,५७० मिलीमीटर दर्ज की गई थी।[19] नवम्बर २, २०१७ को श्रीलंका के नजदीक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के कारण चेन्नई में लगातार पांच घंटे बारिश हुई थी जिसके कारण अनेक इलाकों में पानी भर गया था। [20]
चेन्नई, भारत के लिए मौसम के औसत | |||||||||||||
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महीने | जनवरी | फ़रवरी | मार्च | अप्रैल | मई | जून | जुलाई | अगस्त | सितम्बर | अक्टूबर | नवम्बर | दिसम्बर | वर्ष |
औसत उच्च°C (°F) | 28 (83.12) |
30 (85.82) |
32 (89.42) |
34 (92.48) |
36 (97.52) |
37 (97.88) |
35 (94.46) |
34 (93.02) |
34 (92.3) |
31 (88.52) |
29 (84.56) |
28 (82.58) |
32 (90.14) |
औसत निम्न °C (°F) | 21 (69.08) |
21 (70.16) |
23 (73.58) |
26 (78.62) |
28 (81.68) |
27 (80.96) |
26 (78.62) |
25 (77.54) |
25 (77.54) |
24 (75.74) |
23 (73.04) |
22 (70.88) |
24 (75.62) |
वर्षा mm (इंच) | 16.2 (0.64) |
3.7 (0.15) |
3.0 (0.12) |
13.6 (0.54) |
48.9 (1.93) |
53.7 (2.11) |
97.8 (3.85) |
149.7 (5.89) |
109.1 (4.3) |
282.7 (11.13) |
350.3 (13.79) |
138.2 (5.44) |
1,266.9 (49.88) |
स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग[21] 25 जनवरी 2009 |
नगर के अधिकारीगण, (सितं. ०७)
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चेन्नई नगर का प्रशासन चेन्नई नगर निगम के पास है। १६८८ में स्थापित हुआ यह निगम भारत में ही नहीं, ब्रिटेन के बाहर किसी भी राष्ट्रमंडल देश में सबसे पहला नगर निगम है। इसमें १५५ पार्षद है, जो चेन्नई के १५५ वार्डों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनका चुनाव सीधे चेन्नई की जनता ही करती है। ये लोग अपने आप में से ही एक महापौर एवं एक उप-महापौर चुनते हैं जो छः समितियों का संचालन करता है।[24] चेन्नई, तमिल नाडु राज्य की राजधानी होने से राज्य की कार्यपालिका और न्यायपालिका के मुख्यालय नगर में मुख्य रूप से फोर्ट सेंट जॉर्ज में सचिवालय इमारत में और शेष कार्यालय नगर में विभिन्न स्थानों पर अनेक इमारतों में स्थित हैं। मद्रास उच्च न्यायालय का अधिकार-क्षेत्र तमिल नाडु राज्य और पुदुचेरी तक है। यह राज्य की सर्वोच्च न्याय संस्था है और चेन्नई में ही स्थापित है। चेन्नई में तीन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं – चेन्नई उत्तर, चेन्नई मध्य और चेन्नई दक्षिण और १८ विधान-सभा निर्वाचन क्षेत्र हैं।
चेन्नई का महानगरीय क्षेत्र कई उपनगरों तक व्याप्त है, जिसमें कांचीपुरम जिला और तिरुवल्लुर जिला के भी क्षेत्र आते हैं। बडए उपनगरों में वहां की टाउन-नगर पालिकाएं हैं और छोटे क्षेत्रों में टाउन-परिषद हैं जिन्हें पंचायत कहते हैं। नगर का क्षेत्र जहां १७४ कि॰मी॰² (६७ मील²) है,[25] वहीं उपनगरीय क्षेत्र ११८९ कि॰मी॰² (४५८ मील²) तक फैले हुए हैं।[26] चेन्नई महानगर विकास प्राधिकरण (सी.एम.डी.ए) ने नगर के निकट उपग्रह-नगरो के विकास के उद्देश्य से एक द्वितीय मास्टर प्लान का ड्राफ़्ट तैयार किया है। निकटस्थ उपग्रह नगरो में महाबलिपुरम (दक्षिण में), चेंगलपट्टु और मरियामलै नगर दक्षिण-पश्चिम में, श्रीपेरंबुदूर, तिरुवल्लुर और अरक्कोणम पश्चिम में आते हैं।
ग्रेटर चेन्नई पुलिस विभाग तमिल नाडु पुलिस का ही एक अनुभाग है, जो नगर में कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था की देखरेख में संलग्न है। नगर की पुलिस के अध्यक्ष पुलिस आयुक्त, चेन्नई हैं और प्रशासनिक नियंत्रण राज्य गृह मंत्रालय के पास है। इस विभाग में ३६ उप-भाग और १२१ पुलिस-स्टेशन है। नगर खा यातायात चेन्नई सिटी ट्रैफिक पुलिस द्वारा नियंत्रित होता है। महानगर के उपनगर चेन्नई मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अधीन आते हैं, एवं बाहरी जेले कांचीपुरम एवं तिरुवल्लुर पुलिस विभागों के अन्तर्गत्त हैं।
चेन्नई नगर निगम और उपनगरीय नगरपालिकाएं नागरिक सुविधाएं मुहैया कराती हैं। अधिकांश क्षेत्रों में कूड़ा-प्रबंधन नील मेटल फैनालिका एन्वायरनमेंट मैनेजमेंट; एक निजी कंपनी और कुछ अन्य क्षेत्रों में नगर निगम देखता है। जल-आपूर्ति एवं मल-निकास (सीवेज ट्रीटमेंट) चेन्नई मेट्रोपॉलिटन वॉटर सप्लाई एंड सीवेज बोर्ड देखाता है। विद्युत आपूर्ति तमिल नाडु विद्युत बोर्ड प्रबंध करता है।[27] नगर की दूरभाष सेवा छः मोबाइल और चार लैंडलाइन कंपनियों के द्वारा प्रबंध होता है,[28][29] और यही कंपनियां तथा सिफी और हैथवे ब्रॉडबैंड सेवा द्वारा इंटरनेट भी उपलब्ध कराती हैं।
नगर के क्षेत्र से कोई मुख्य नदी नहीं गुजरती है, अतः चेन्नई में वार्षिक मानसून वर्षा के जल को सरोवरों में सहेज कर रखने का इतिहास रहा है। नगर की बढ़ती आबादी और भूमिगत जल के गिरते स्तर के कारण नगर को जल अभाव का सामना करना पड़ा है। इस दिशा में वीरानम झील परियोजना भी कारगर नहीम सिद्ध हुई है। नई वीरानम परियोजना ने काफ़ी हद तक इस समस्या का समाधान किया है और शाहर की सुदूर स्रोतों पर निर्भरता घटी है।[30] हाल के वर्षों में भारी मानसीनी वर्षाओं के चलते अन्ना नगर में जल पुनर्चक्रीकरण को सहारा मिला है और इससे नगर में जलाभावों की काफ़ी कमी आयी है।[31] इसके साथ साथ तेलुगु गंगा परियोजना जैसे नई परियोजनाओं द्वारा आंध्र प्रदेश से कृष्णा नदी का जल भी पहुचाया जा रहा है, जिसने इस संकट को लगभग समाप्त ही कर दिया है। नगर में सागरीय जल के अलवणीकरण-संयंत्र की स्थापना भी प्रगति पर है, जिससे सागर के जल को भी जलापूर्ति में प्रयोग किया जा सकेगा।[32][33]
चेन्नई भारत की सांस्कृतिक एवं संगीत राजधानी है।[34] नगर शास्त्रीय नृत्य-संगीत कार्यक्रमों और मंदिरों के लि प्रसिद्ध है। प्रत्येक वर्ष चेन्नई में पंच-सप्ताह मद्रास म्यूज़िक सीज़न कार्यक्रम का आयोजन होता है। यह १९२७ में मद्रास संगीत अकादमी की स्थापना की वर्षगांठ मानने के साथ आयोजित होता है।[35] इसमें नगर और निकट के सैंकड़ों कलाकारों के शास्त्रीय कर्नाटक संगीत के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। एक अन्य उत्सम चेन्नई संगमम प्रत्येक वर्ष जनवरी में तमिल नाडु राज्य की विभिन्न कलाओं को दर्शाता है। चेन्नई को भरतनाट्यम के लिए भी जाना जाता है। यह दक्षिण-भारत की प्रसिद्ध नृत्य शैली है। नगर के दक्षिणी भाग में तटीय क्षेत्र में कलाक्षेत्र नामक स्थान भरतनाट्यम का प्रसिद्ध सांस्कृतिक केन्द्र है।[36] चेन्नई में भारत के कुछ सर्वोत्तम कॉयर्स हैं, जो क्रिसमस के अवसर पर अंग्रेज़ी और तमिल में विभिन्न कैरल कार्यक्रम करते हैं।[37][38] मद्रास म्यूज़िकल असोसियेशन भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठावान क्वायर्स में से एक हैं और इन्होंने विश्व भर में कार्यक्रम दिये हैं।[39][40]
चेन्नई तमिल चलचित्र उद्योग, जिसे कॉलीवुड भी कहते हैं, का आधार नगर है। यह उद्योग कोडमबक्कम में स्थित है, जहां अधिकांश फिल्म स्टूडियों हैं।[41] इस उद्योग के द्वारा आजकल १५० से अधिक फिल्में वार्षिक बनायी जाती हैं[42] और इनके साउण्डट्रैक के एल्बम भी नगर को संगीतमय करते हैं। इस उद्योग से जुड़े कुछ व्यक्तियों के नामों में इलैयाराजा, के बालाचंदर, शिवाजी गणेशन, एम जी रामचंद्रन, रजनीकांत, कमल हसन, मणि रत्नम और एस शंकर हैं।
ए आर रहमान ने चेन्नई को अन्तर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि दिलायी है। रहमान को २००९ में स्लमडॉग मिलेनियर के लिए दो ऑस्कर सम्मान मिले थे।[43] चेन्नई में रंगमंच पर तमिल नाटक मंचित किये जाते हैं, जिनमें राजनीतिक, व्यंग्य, हास्य, पौराणिक, आदि सभी रसों का मिश्रण होता है।[44][45][46] इनके अलावा अंग्रेज़ी नाटकों का भी मंचन आयोजित होता है।
नगर के उत्सवों में जनवरी माह में आने वाला पंच-दिवसीय पोंगल प्रमुख है। इसके अलावा सभी मुख्य त्यौहार जैसे दीपावली, ईद, क्रिसमस आदि भी हर्षोल्लास से मनाये जाते हैं। तमिल व्यंजनों में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों ही व्यंजनों का सम्मिलन है। नगर में विभिन्न स्थानों पर अल्पाहार या टिफिन भी उपलब्ध है, जिसमें पोंगल, दोसा, इडली, वड़ा, आदि मिलते हैं, जिसको गर्मा गर्म या ठंडी कॉफी के साथ परोसा जाता है।
चेन्नई दक्षिण भारत के प्रमुख व्यवसाय-वाणिज्य एवं यातायात का केन्द्र है। १९वीं शताब्दी के अन्त में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना चेन्नई में हुई। चेन्नई के निकट पेराम्बूर में भारत सरकार द्वारा एशिया का सबसे विशाल रेलवे डिब्बा निर्माण का कारखाना इन्टीग्रल कोच बिल्डिंग फैक्टरी स्थापित किया गया है। यहाँ के उद्योगों में सूती वस्त्र उद्योग, रासायनिक उद्योग, कागज एवं कागज से निर्मित वस्तुओं के उद्योग, मुद्रण यंत्र एवं इससे सम्बन्धित उद्योग, चमड़ा, डीजल इंजन, मोटरगाड़ी, साइकिल, सीमेन्ट, चीनी, दियासलाई, रेल के डिब्बे तैयार करने के उद्योग आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार के उद्योग एवं कारखाने चेन्नई में अवस्थित हैं। इनमें इण्टिग्रल कोच फैक्टरी, हिन्दुस्तान टेलीप्रिन्टर, चेन्नई रिफाईनरी एवं चेन्नई फर्टिलाइजर आदि प्रमुख हैं। मद्रास पेट्रोकेमिकल्स में पेट्रो-रसायन पदार्थ का उत्पादन होता है।
चेन्नई के वासी को अंग्रेज़ी में चेन्नैयाइट और हिन्दी में प्रायः मद्रासी कह दिया जाता है। २००१ में भारत की जनगणना के अनुसार चेन्नई नगर की जनसंख्या ४३.४ लाख थी जबकि कुल महानगरीय जनसंख्या ७०.४ लाख थी।[47] २००६ की अनुमानित महानगरीय जनसंख्या ४५ लाख आयी है।[48] २००१ में नगर का जनसंख्या घनत्व २४,६८२ वर्ग कि॰मी॰ (६३,९२६ प्रति वर्ग मील) था, जबकि महानगरीय क्षेत्र का घनत्व ५,९२२ प्रति वर्ग कि॰मी॰ था, जिससे यह विश्व के सर्वोच्च जनसंख्या वाले नगरो में गिना जाने लगा।[47][49] यहां का लिंग अनुपात ९५१ स्त्रियां/१००० पुरुष है,[50] जो राष्ट्रीय औसत ९४४ से कुछ अधिक ही है।[51] नगर की औसत साक्षरता दर ८०.१४% है,[52] जो राष्ट्रीय औसत दर ६४.५% से कहीं अधिक है। नगर में झुग्गी-झोंपड़ी निवासियों की जनसंख्या भारत के अन्य महानगरों के मुकाबले चौथे स्थान पर आती है, जिसमें ८,२०,००० लोग (कुल जनसंख्या का १८.६%) लोग हैं।[53] यह संख्या भारत की कुल जनसंख्या का ५% है। २००५ में नगर में अपराध दर ३१३.३ प्रति १ लाख व्यक्ति थी, जो भारत के सभी प्रधान नगरो में हुए अपराधों का ६.२% है।[54] ये आंकड़े २००४ से ६१.८% बढ़े हैं।[55]
चेन्नई में तमिल लोग बहुसंख्यक हैं। यहां की मुख्य भाषा तमिल ही है। व्यापार, शिक्षा और अन्य अधिकारी वर्ग के व्यवसायों एवं नौकरियों में अंग्रेज़ी मुख्यता से बोली जाती है। इनके अलावा कम किंतु गणनीय संख्या तेलुगु तथा मलयाली लोगों की भी है।[56] चेन्नई में तमिल नाडु के अन्य भागों व भारत के सभी भागों से आये लोगों की भी अच्छी संख्या है। २००१ के आंकड़ों के अनुसार नगर के ९,३७,००० प्रवासियों (चेन्नई की कुल जनसंख्या का २१.५७%) में से; ७४.५% राज्य के अन्य भागों से आये थे, २३.८% देश के अन्य भागों से तथा १.७% विदेशियों की जनसंख्या थी।[57] कुल जनसंख्या में ८२.२७% हिन्दू, ८.३७% मुस्लिम, ७.६३% ईसाई और १.०५% जैन हैं।[58]
चेन्नई दक्षिण भारत के प्रवेशद्वार की भांति प्रतीत होता है, जिसमें अन्ना अन्तर्राष्ट्रीय टर्मिनल एवं कामराज अन्तर्देशीय टार्मिनल सहित चेन्नई अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत का तीसरा व्यस्ततम विमानक्षेत्र है।[59][60] चेन्नई नगर दक्षिण एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया, पूर्वी एशिया, मध्य पूर्व, यूरोप एवं उत्तरी अमरीका के प्रधान बिन्दुओं पर ३० से अधिक राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय विमान सेवाओं से जुड़ा हुआ है। यह विमानक्षेत्र देश का दूसरा व्यस्ततम कार्गो टर्मिनस है। वर्तमान विमानक्षेत्र में अधिक आधुनिकीकरण और विस्तार कार्य प्रगति पर हैं। इसके अलावा श्रीपेरंबुदूर में नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट लगभग २००० करोड़ रु. की लागत से बनना तय हुआ है।[61] नगर में दो प्रधान सागरपत्तन (बंदरगाह) हैं, चेन्नई पोर्ट जो सबसे बड़े कृत्रिम बंदरगाहों में एक है, तथा एन्नोर पोर्ट। चेन्नई पोर्ट बंगाल की खाड़ी में सबसे बड़ा बंदरगाह और भारत का दूसरा सबसे बड़ा सागरीय-व्यापार केन्द्र है, जहां ऑटोमोबाइल, मोटरसाइकिल, सामान्य औद्योगिक माल और अन्य थोक खनिज की आवाजाही होती है।[62] मुम्बई के बाद भारत का यही सबसे बड़ा पत्तन है। इस कृत्रिम बन्दरगाह में जलयानों के लंगर डालने के लिए कंक्रीट की मोटी दीवारें सागर में खड़ी करके एक साथ दर्जनों जलयानों के ठहराने योग्य पोताश्रय बना लिया गया है। दक्षिणी भारत का सारा दक्षिण-पूर्वी भाग (तमिलनाडु, दक्षिणी आन्ध्रप्रदेश तथा कर्नाटक राज्य) इसकी पृष्ठभूमि है। यहाँ मुख्य निर्यात मूँगफली और इसका तेल, तम्बाकू, प्याज, कहवा, अबरख, मैंगनीज, चाय, मसाला, तेलहन, चमड़ा, नारियल इत्यादि हैं तथा आयात में कोयला, पेट्रोलियम, धातु, मशीनरी, लकड़ी, कागज, मोटर-साइकिल, रसायन, चावल और खाद्यान्न, लम्बे रेशे वाली कपास, रासायनिक पदार्थ, प्रमुख हैं। एक छोटा बंदरगाह रोयापुरम में भी है, जो स्थानीय मछुआरों और जलपोतों द्वारा प्रयोग होता है। पूर्वी तट पर चेन्नई की महत्त्वपूर्ण स्थिति ने प्राकृतिक सुविधा के अभाव में भी कृत्रिम व्यवस्था द्वारा एक पत्तन का विकास पाया है। एक बन्दरगाह होने के कारण कोलकाता, विशाखापट्टनम, कोलम्बों, रंगून, पोर्ट ब्लेयर आदि स्थानों से समुद्री मार्ग द्वारा सम्बद्ध है।
आज रेलमार्गों और सड़कों का मुख्य जंक्शन होने के कारण यह नगर देश के विभिन्न नगरो से जुड़ा हुआ है। यह वायु मार्ग द्वारा बंगलोर, कोलकाता, मुम्बई, दिल्ली, हैदराबाद आदि देश के विभिन्न नगरो से जुड़ा हुआ है। चेन्नई देश के अन्य भागों से रेल द्वारा भी भली-भांति जुड़ा हुआ है। यहां से पाँच मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग नगर को मुंबई, कोलकाता, तिरुचिरापल्ली, तिरुवल्लुर, तिंडिवनम और पुदुचेरी को जोड़ते हैं।[63] चेन्नई मोफस्सिल बस टर्मिनस, चेन्नई से सभी अन्तर्राज्यीय बस सेवाओं का अड्डा है। यह एशिया का सबसे बड़ा बस-अड्डा है।[64] सात सरकारी यातायात निगम अन्तर-नगरीय और अन्तर्राज्यीय बस सेवाएं संचालित करते हैं। बहुत सी निजी बस सेवाएं भी चेन्नई को अन्य नगरो से सुलभ कराती हैं।
चेन्नई दक्षिण रेलवे का मुख्यालय है। नगर में दो मुख्य रेलवे टार्मिनल हैं। चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन, जहां से सभी बड़े नगरो जैसे मुंबई, कोलकाता, बंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद, कोच्चि, कोयंबतूर, तिरुवनंतपुरम, इत्यादि के लिए रेल-सुविधा उपलब्ध हैं।[65] चेन्नई एगमोर रेलवे स्टेशन से प्रायः तमिलनाडु के नगरो की रेल सेवाएं ही उपलब्ध हैं। कुछ निकटवर्ती राज्य के नगरो की भी रेलगाड़ियां यहां से चलती हैं।[66]
नगर में लोक यातायात हेतु बस, रेल, ऑटोरिक्शा आदि सर्वसुलभ यातायात हैं।चेन्नई उपनगरीय रेलवे नेटवर्क भारत में सबसे पुराना है। इसमें चार ब्रॉड गेज रेल क्षेत्र हैं जो नगर में दो स्थानों चेन्नई सेंट्रल और चेन्नई बीच रेलवे स्टेशन पर मिलते हैं। इन टर्मिनल से नगर में निम्न सेक्टरों के लिए नियमित सेवाएं उपलब्ध हैं:
चेन्नई मेट्रो चेन्नई मेट्रो चेन्नई के लिए अनुमोदित एक त्वरित यातायात सेवा है। इसके प्रथम चरण में दो लाइने प्रयोग में है एवम् अन्य लाइनों का कार्य निर्माणाधीन है यह पूरी परियोजना पहले चरण के दो गलियारों की लागत १४,६०० करोड़ रुपये है। जो ५०.१ कि॰मी॰ लंबे है २००७ के अनुंआन से ९५९६ करोड लागत आयी थी।[3].[67]
मेट्रोपॉलिटन ट्रांस्पोर्ट कार्पोरेशन (MTC) नगर में बस यातायात संचालित करता है। निगम का २७७३ बसों का बेड़ा २८८ मार्गों पर ३२.५ लाख यात्रियों को दैनिक परिवहन उपलब्ध कराता है।[68]
नगर के बहुत से मार्गों पर मैक्सी कैब नाम से वैन और सवारी भाड़े पर ऑटोरिक्शा भी चलते हैं, जो बस सेवा का विकल्प देते हैं। चेन्नई की यातायात संरचना अच्छा संपर्क उपलब्ध कराती है, किंतु बढती हुई जनसंख्या को देखते हुए यातायात संकुलन (कंजेशन) और प्रदूषण की समस्याएं भी खड़ी हो गयी हैं। प्रशासन ने इन समस्याओं के समाधान स्वरूप फ्लाईओवर तथा ग्रेड-सेपरेटर निर्माण किये हैं, जिसका शुभारंभ १९७३ में जेमिनी फ्लाईओवर से नगर की सबसे महत्त्वपूर्ण सड़क अन्ना सालै से हुआ था।[69][70] और हाल ही में तैयार हुआ इस शृंखला की नवीनतम कड़ी काठीपाड़ा फ़्लाईओवर है।
चेन्नई में सरकारी एवं निजी दोनो प्रकार के विद्यालय है। शिक्षा का माध्यम तमिल अथवा अंग्रेजी होता है। अधिकांश विद्यालय तमिलनाडु राज्य शिक्षा मंडल या केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से जुड़े है।[71] नगर में कुल १,३८९ विद्यालय है जिस में से ७३१ प्राथमिक, २३२ माध्यमिक और ४२६ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है।[72]
इंजीनियरिंग शिक्षा के लिये चेन्नई में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, १७९४ में स्थापित कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग गिन्डी, १९४९ में स्थापित मद्रास प्रौद्योगिकी संस्थान (Madras Institute of Technology) और एस आर एम विश्वविद्यालय जाने माने संस्थान है। अधिकांश इंजीनियरिंग महाविद्यालय अन्ना विश्वविद्यालय से संबंधित है। मद्रास मेडिकल कॉलेज, स्तेनली मेडिकल कॉलेज, किलपौक मेडिकल कॉलेज और एस आर एम मेडिकल कॉलेज एवं अनुसंधान संस्थान चेन्नई के प्रमुख चिकित्सीय महाविद्यालय है।
विज्ञान, कला एवं वाणिज्य क्षेत्र में शिक्षा प्रदान कराने वाले अधिकांश महाविद्यालय मद्रास विश्वविद्यालय से संबद्धित है। मद्रास विश्वविद्यालय की नगर में तीन परिसर है। मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, लोयोला कॉलेज, द न्यू कॉलेज और पेट्रीसियन कॉलेज कुछ प्रसिद्ध स्वशासी महाविद्यालय है। चेन्नई में कई अनुसंधान केन्द्र भी है।
चेन्नई नगर विविध खेलो के लिये प्रसिद्ध है। नगर ने भारत को कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी दिये हैं। एस वेन्कट राघवन और कृष्णम्माचारी श्रीकांत ने क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।[73][74] इंगलैंड के प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी नासिर हुसैन का जन्म भी चेन्नई में हुआ था। एम आर एफ़ पेस फ़ाउंडेशन एक प्रसिद्ध तेज गेंदबाजी सिखाने की संस्था है जो सन १९८७ से चेन्नई में संचालित हो रही है। इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई के स्थानीय टीम का नाम चेन्नई सुपर किंग्स है जिसके कप्तान महेन्द्र धोनी है। चेपुक में स्थित एम ए चिदंबरम स्टेडियम भारत के सबसे पुराने क्रिकेट के मैदानो में से एक है।[75]
मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम हॉकी का एक लोकप्रिय मैदान है। यहां एशिया कप एवं चैम्पियन ट्रॉफ़ी जैसी प्रमुख हॉकी प्रतियोगिताएं आयोजित हो चुकीं है।[76][77] प्रिमियर हॉकी लीग में चेन्नई का प्रतिनिधि चेन्नई वीरन्स नामक टीम करती है।
चेन्नई ओपन चेन्नई में आयोजित होने वाली एक प्रसिद्ध टेनिस प्रतियोगिता है। यह भारत की एक मात्र ए टी पी प्रतियोगिता है। विजय अमृतराज और रमेश कृष्णन प्रसिद्ध टेनिस खिलाड़ी है जो चेन्नई से संबंध रखते है।[78][79][80][81]
सन १९९५ में चेन्नई दक्षिण एशियन गेम्स का मेजबान रहा है।[82] जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम फ़ुटबॉल एवं एथलेटिक स्पर्धाओं के लिये उपयोग होता है। कई अंतरंग स्पर्धाए जैसे वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और टेबल टेनिस का आयोजन इसी स्टेडियम में होता है। जल क्रीड़ा स्पर्धाओं का आयोजन वेलाचेरी अक्वेटिक कॉम्पलेक्स में होता है।
कार दौड़ प्रतियोगिताओं में चेन्नई का नाम भारत में सर्वप्रथम लिया जाता है। श्रीपेरम्बदूर में स्थित इरुन्गट्टुकोट्टाइ में एक रेस ट्रेक जो अन्तरराष्ट्रीय कार दौड़ प्रतियोगिता के लिये उपयोग में लिया जाता है।[83] घुड़दौड़ गिंडी रेस कोर्स में आयोजित होती है। मद्रास बोट क्लब नौकायान प्रतियोगिता का आयोजन करता है। चेन्नई में दो गोल्फ़ के मैदान है: कॉस्मोपालिटन क्लब और जिमखाना क्लब। विश्वप्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथ आनंद का बचपन भी चेन्नई में बीता है।[84][85][86] २००६ के राष्ट्रमंडल खेलो में टेबल टेनिस में स्वर्ण जीतने वाले शरथ कमाल[87] और दो बार की विश्व कैरम विजेता मारिया इरुदयम भी चेन्नई के निवासी है।[88]
चेन्नई को सुपर प्रसारित नगर कहते हैं यहाँ अनेक दर्शनीय स्थल हैं जिनमें मद्रास विश्वविद्यालय, चेपॉक महल, मत्स्य पालन केन्द्र, कपिलेश्वर और पार्थसारथी का मंदिर, अजायबघर और चिड़ियाघर आदि प्रमुख हैं। चेन्नई का एक अन्य महत्वपूर्ण आकर्षण है सेंट जॉर्ज फोर्ट। इसे सन् १६४० में ईस्ट इंडिया कंपनी के फ्रांसिंस डे ने बनाया था। यह किला ईस्ट इंडिया कंपनी का व्यापारिक केंद्र था। १५० वर्षों तक यह युद्धों और षड्यंत्रों का केंद्र बना रहा। इस किले में पुरानी सैनिक छावनी, अधिकारियों के मकान, सेंट मेरी गिरजाघर एवं रॉबर्ट क्लाइव का घर है। सेंट मेरी गिरजाघर अँगरेजों द्वारा भारत में बनवाया गया सबसे पुराना चर्च माना जाता है।
चेन्नई का मरीना बीच पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण है। यह विश्व का दूसरा सबसे लंबा समुद्र तट है। इसके दो सौ से तीन सौ गज चौड़े रेतीले तट पर शाम को इतनी अधिक भीड़ होती है कि लगता है मानो सारा नगर वहीं आ गया है। सारे दिन की थकान को चेन्नई वासी शाम को मरीना बीच की अथाह जल राशि में बहा देना चाहते हों। पर्यटकों की सुविधा के लिए मेरीना बीच पर एक स्वीमिंग पूल है जो दुर्घटनाओं को घटने से रोकता है क्योंकि यहाँ समुद्र की गहराई और लहरों का तेज प्रवाह खतरनाक है। शार्क मछलियों की अधिकता भी है, अतः स्नान या तैरने के लिए स्वीमिंग पूल का ही लाभ लेना चाहिए। इसी के पास एक मछलीघर भी है, जिसमें तरह-तरह की देशी-विदेशी मछलियाँ दर्शनार्थ रखी गई हैं। मरीना तट का उत्तरी भाग पूर्व मुख्यमंत्री अन्नादुरै के समाधि-स्थल के रूप में विकसित किया गया है। यहाँ लोगों को श्रद्धानवत होते देखा जा सकता है। साथ ही एम.जी.आर. स्मारक भी है जिसका प्रवेश द्वार दो विशाल हाथी दाँत के रूप में बनाया गया है। यहाँ एक मशाल हमेशा प्रज्वलित रहती है।
चेन्नई का स्नेक पार्क भी पर्यटकों को प्रभावित करता है। यह अपनी तरह का एक अलग ही पार्क है जिसका निर्माण रोमुलस व्हिटेकर नामक अमेरिकी ने किया था। यह पाँच सौ से भी ज्यादा खतरनाक भारतीय साँपों का जीवित संग्रहालय कहा जा सकता है। रेंगते हुए ये विषधर भय मिश्रित रोमांच पैदा करते हैं। यहाँ पर साँपों के अलावा सरीसृप वर्ग के अन्य जीव जैसे मगरमच्छ, घड़ियाल इत्यादि भी रखे गए हैं। चेन्नई महानगर की कलात्मक संस्कृति के दर्शन पैंथियान रोड स्थित नेशनल आर्ट गैलरी में सहज ही किए जा सकते हैं।
धार्मिक दृष्टिकोण से संपूर्ण दक्षिण भारत एक तीर्थ है जहाँ वास्तुकला और मूर्तिकला के अद्वितीय उदाहरण हैं। इन मंदिरों में भव्यता और कलाशिल्प देखने योग्य है। उत्तर भारत से एकदम अलग शैली के मंदिर होने के बावजूद श्रद्धा और भक्ति में ये समस्त भारतीय आस्तिकों को आकर्षित करते हैं। तिरुषैलिफेनी स्थित पार्थ सारथि मंदिर के लिए उल्लेख है कि इसका निर्माण आठवीं शताब्दी में राजा पल्लव ने करवाया था। इस देवस्थान की दीवारों पर सुंदर कलाकृतियाँ अंकित हैं। दूसरा आकर्षक मंदिर है द्रविड़ शिल्पकला में निर्मित मिलापोर स्थित कालीश्वर मंदिर। यहाँ माता पार्वती की उपासना की गाथा अंकित है। समुद्र की रेत से तपता यह क्षेत्र अत्यंत गरम जलवायु लिए हुए है जो केले, नारियल और पाम के पेड़ों से खूबसूरत लगता है।
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