गोपीचंद नारंग (11 फरवरी 1931 – 15 जून 2022) हिन्दी-उर्दू साहित्यकार थे जिन्हें भारत सरकार द्वारा सन 2004 में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इनके द्वारा रचित एक समालोचना साख्तियात पस–साख्तियात और मशरीक़ी शेरियात के लिये उन्हें सन् १९९५ में साहित्य अकादमी पुरस्कार (उर्दू) से सम्मानित किया गया।[1]
सामान्य तथ्य गोपीचंद नारंग, जन्म ...
गोपीचंद नारंग |
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साहित्य अकादेमी फेलोशिप स्वीकार करते हुए नारंग |
जन्म | 11 फ़रवरी 1931 डुक्की, बलूचिस्तान, ब्रिटिश भारत |
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मौत | 15 जून 2022(2022-06-15) (उम्र 91 वर्ष) यू एस |
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पेशा | उर्दू लेखक |
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राष्ट्रीयता | भारतीय |
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नागरिकता | भारतीय |
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उच्च शिक्षा | दिल्ली विश्वविद्यालय |
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खिताब | पद्मभूषण (2004) साहित्य अकादमी पुरस्कार (1995), गालिब पुरस्कार (1985), पाकिस्तान राष्ट्रपति स्वर्ण पतक (1977), इक़बाल सम्मान (2011), पाकिस्तान राष्ट्रपति "सितारा ए इम्तियाज़ " पुरस्कार (2012), प्रोफेसर एमेरिटस दिल्ली विश्वविद्यालय (2005–2022), प्रोफेसर एमेरिटस जामिया मिलिया इस्लामिया (2013–2022), मूर्ति देवी पुरस्कार (2012), सर सय्यद एक्सीलेंस राष्ट्रीय पुरस्कार (2021) |
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नारंग ने भाषा, साहित्य, कविता और सांस्कृतिक अध्ययन पर 60 से अधिक विद्वतापूर्ण और आलोचनात्मक पुस्तकें प्रकाशित की हैं; कई का अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
उर्दू
- हिंदुस्तानी किस्सों से मखुज उर्दू मसनवियां (1961)
- इम्ला नामा (1974)
- पुराणों की कहानियां (1976)
- अनीस शनासी (1981)
- सफर आशना (1982)
- इकबाल का फैन (सं. 1983)
- उस्लोबियत-ए-मीर (1985)
- उर्दू अफसाना, रिवायत और मसाइल (सं. 1986)
- सनिहा-ए-करबाला बतौर शेरी इस्तिआरा (1986)
- आमिर खुसरो का हिंदवी कलाम (1987)
- अद्बी तनकीद और उस्लोबियत (1989)
- कारी आस तनकीद (1992)
- सख्तियत, पास-सख्तियत और मशरिकी शेरियत (1993)
- उर्दू ग़ज़ल और हिंदुस्तानी जहाँ-ओ तहज़ीब (2002)
- हिंदुस्तान की तहरीक-ए-आजादी और उर्दू शायरी (2003)
- तारक़ी पसंददी, जदीदियत, मबद-ए-जदीदियत (2004)
- अनीस और दबीर (2005)
- जदीदियात के बाद (2005)
- उर्दू की नई बस्ती (2006)
- उर्दू ज़बान और लिसानियत (2006)
- सज्जाद ज़हीर: अदाबी ख़िदमत और तारक़ी पसंद तहरीक (2007)
- फिराक गोरखपुरी: शायर, नक्काद, दानीश्वर (2008)
- देखना तकरीर की लज्जत (2009)
- फिक्शन शेरियत (2009)
- ख्वाजा अहमद फारूकी के खुटौत गोपी चंद नारंग के नाम (2010)
- काग़ज़-ए आतिश ज़दाह (2011)
- तपीश नामा-ए तमन्ना (2012)
- आज की कहानियां (2013)
- गालिब: मानी-अफरीनी, जदलियाती वजा', शून्यता और शेरियत (गालिब: अर्थ, मन, द्वंद्वात्मक विचार और काव्य) (2013)
- कुलियात-ए हिंदवी अमीर खुसरो: मा'ए तशरीह ओ ताजज़िया नुस्खा-ए बर्लिन। (2017)
- मशहर के खुतूत गोपी चंद नारंग के नाम। खंड I, खंड II, खंड III, खंड IV (2017)
- इम्ला नामा पाकिस्तानी संस्करण। (2021)
अंग्रेज़ी
- दिल्ली उर्दू की करखंडारी बोली (1961)
- उर्दू भाषा और साहित्य: महत्वपूर्ण परिप्रेक्ष्य (1991)
- साहित्यिक उर्दू गद्य में पढ़ना (सं. 1965)
- राजिंदर सिंह बेदी: चयनित लघु कथाएँ (सं. 1989)
- कृष्ण चंदर: चयनित लघु कथाएँ (सं. 1990)
- बलवंत सिंह: चयनित लघु कथाएँ (सं. 1996)
- गालिब: इनोवेटिव मीनिंग एंड द इंजिनियस माइंड। (2017)
- फैज अहमद फैज: थॉट स्ट्रक्चर, इवोल्यूशनरी लव एंड एस्थेटिक सेंसिबिलिटी (2019)
- 'उर्दू ग़ज़ल: भारत की समग्र संस्कृति का उपहार। (2020)
- द हिडन गार्डन: मीर तकी मीर (2021)
हिंदी
- आमिर खुसरो का हिंदवी कलाम (1987)
- पाठकवादी आलोचना (1999)
- उर्दू पर खुलता दरीचा (2004)
- बिसविन शताब्दी में उर्दू साहित्य (2005)
- संरचनावाद, उत्तर-संरचनावाद और प्राच्य काव्यशास्त्र (2000)
- उर्दू कैसे लिखे (2001)
- उर्दू ग़ज़ल और भारतीय मानस वी संस्कृति (2016)
- भारतीय लोक कथाएँ पर आधार उर्दू मसनवियाँ (2016)
- गालिब: अर्थवत्ता, रचनातमक्त एवं शून्यता (2020)
- आमिर खुसरो: हिंदवी लोक काव्य संकल्प (2021)