अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली
एक अनोखा सांस्कृतिक तीर्थ विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
एक अनोखा सांस्कृतिक तीर्थ विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
Jhajjar में बना स्वामिनारायण अक्षरधाम मन्दिर एक अनोखा सांस्कृतिक तीर्थ है। इसे ज्योतिर्धर भगवान स्वामिनारायण की पुण्य स्मृति में बनवाया गया है। इसके मुख्य देव भगवान स्वामीनारायण है। यह परिसर १०० एकड़ भूमि में फैला हुआ है। दुनिया का सबसे विशाल हिंदू मन्दिर परिसर होने के नाते २६ दिसम्बर २००७ को यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल किया गया।
अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली | |
---|---|
स्वामीनारायण अक्षरधाम | |
धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | भगवान स्वामिनारायण |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | रा.रा. 24, नोएडा मोड़, नई दिल्ली, भारत |
भौगोलिक निर्देशांक | 28°36′50.35″N 77°16′39.73″E |
वास्तु विवरण | |
प्रकार | वास्तु शास्त्र एवं पंचरात्र शास्त्र |
निर्माता | BAPS स्वामीनारायण संस्था, प्रमुख स्वामी |
ये द्वार दसों दिशाओं के प्रतीक हैं, जो कि वैदिक शुभकामनाओं को प्रतिबिंबित करते हैं।
यह द्वार परंपरागत भारतीय शैली का है। भक्ति एवं उपासना के २०८ स्वरूप भक्ति द्वार में मंडित हैं।
भारत का राष्ट्रीय पक्षी मयूर, अपने सौन्दर्य, संयम और शुचिता के प्रतीक रूप में भगवान को सदा ही प्रिय रहा है। यहां के स्वागत द्वार में परस्पर गुंथे हुए भव्य मयूर तोरण एवं कलामंडित स्तंभों के ८६९ मोर नृत्य कर रहे हैं। यह शिल्पकला की अत्योत्तम कृति है।
अक्षरधाम मन्दिर को गुलाबी, सफेद संगमरमर और बलुआ पत्थरों के मिश्रण से बनाया गया है। इस मंदिर को बनाने में स्टील, लोहे और कंक्रीट का इस्तेमाल नहीं किया गया। मंदिर को बनाने में लगभग पांच साल का समय लगा था। श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था के प्रमुख स्वामी महाराज के नेतृत्व में इस मंदिर को बनाया गया था। करीब 100 एकड़ भूमि में फैले इस मंदिर को 11 हजार से ज्यादा कारीगरों की मदद से बनाया गया। पूरे मंदिर को पांच प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है। मंदिर में उच्च संरचना में 234 नक्काशीदार खंभे, 9 अलंकृत गुंबदों, 20 शिखर होने के साथ 20,000 मूर्तियां भी शामिल हैं। मंदिर में ऋषियों और संतों की प्रतिमाओं को भी स्थापित किया गया है।
मंदिर में रोजाना शाम को दर्शनीय फव्वारा शो का आयोजन किया जाता है। इस शो में जन्म-मरण चक्र का उल्लेख किया जाता है। फव्वारे में कई कहानियों का बयां किया जाता है। यह मंदिर सोमवार को बंद रहता है। अक्षरधाम मंदिर में 2870 सीढियां बनी हुई हैं। मंदिर में एक कुंड भी है, जिसमें भारत के महान गणितज्ञों की महानता को दर्शाया गया है।
मंदिर में प्रवेश फ्री है लेकिन अंदर जाने के अलग-अलग चार्ज हैं।
मंदिर में अंदर जाने के लिए कुछ विशेष नियम भी बने हैं। प्रवेश करने के लिए ड्रेस कोड भी बना है। आपके कपड़े कंधे और घुटने तक ढके होने चाहिए। क्योंकि वस्त्र भी संस्कार व संस्कृति के परिचायक होते हैं। अगर आपने ऐसे वस्त्र नहीं पहने हैं तो आप यहां 100 रुपये शुल्क देकर वस्त्र किराए पर भी ले सकते हैं।
अक्षरधाम मन्दिर को दुनिया का सबसे विशाल हिंदू परिसर होने के नाते गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में बुधवार, २६ दिसंबर २००७ को शामिल कर लिया गया है।[1] गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के एक वरिष्ठ अधिकारी एक सप्ताह पहले भारत की यात्रा पर आए और स्वामी नारायण संस्थान के प्रमुख स्वामी महाराज को विश्व रिकार्ड संबंधी दो प्रमाणपत्र भेंट किए। गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड की मुख्य प्रबंध समिति के एक वरिष्ठ सदस्य माइकल विटी ने बोछासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामी नारायण संस्थान को दो श्रेणियों के तहत प्रमाणपत्र दिए हैं। इनमें एक प्रमाणपत्र एक व्यक्ति विशेष द्वारा सर्वाधिक हिंदू मंदिरों के निर्माण तथा दूसरा दुनिया का सर्वाधिक विशाल हिंदू मन्दिर परिसर की श्रेणी में दिया गया।
प्रमाणपत्र में कहा गया है,
मन्दिर के कुछ प्रमुख आकर्षण निम्न हैं:
Seamless Wikipedia browsing. On steroids.
Every time you click a link to Wikipedia, Wiktionary or Wikiquote in your browser's search results, it will show the modern Wikiwand interface.
Wikiwand extension is a five stars, simple, with minimum permission required to keep your browsing private, safe and transparent.