सरोजिनी नायडू
भारतीय राजनीतिक कार्यकर्ता और कवि (1879-1949) / From Wikipedia, the free encyclopedia
सरोजिनी नायडू (१३ फरवरी १८७९ - २ मार्च १९४९) का जन्म भारत के हैदराबाद नगर में हुआ था। इनके पिता अघोरनाथ चट्टोपाध्याय एक नामी विद्वान तथा माँ कवयित्री थीं और बांग्ला में लिखती थीं। बचपन से ही कुशाग्र-बुद्धि होने के कारण उन्होंने १२ वर्ष की अल्पायु में ही १२हवीं की परीक्षा अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण की और १३ वर्ष की आयु में लेडी ऑफ दी लेक नामक कविता रची। सर्जरी में क्लोरोफॉर्म की प्रभावकारिता साबित करने के लिए हैदराबाद के निज़ाम द्वारा प्रदान किए गए दान से "सरोजिनी नायडू" को इंग्लैंड भेजा गया था सरोजिनी नायडू को पहले लंदन के किंग्स कॉलेज और बाद में कैम्ब्रिज के गिरटन कॉलेज में अध्ययन करने का मौका मिला।[1]
सामान्य तथ्य सरोजिनी नायडू, जन्म ...
सरोजिनी नायडू | |
---|---|
1964 की डाक टिकट पर श्रीमती सरोजिनी नायडू का चित्र | |
जन्म |
सरोजिनी चट्टोपाध्याय 13 फ़रवरी 1879 हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, भारत |
मौत |
मार्च 2, 1949(1949-03-02) (उम्र 70) इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत |
जीवनसाथी | श्री मुत्तयला गोविंदराजुलु नायडु |
बच्चे | जयसूर्य, पद्मजा, रणधीर और लीलामणि |
ਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
बंद करें