मंगल पांडे
भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी / From Wikipedia, the free encyclopedia
मंगल पाण्डेय एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने 1857 में भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वो ईस्ट इंडिया कंपनी की 34वीं बंगाल इंफेन्ट्री के सिपाही थे। तत्कालीन अंग्रेजी शासन ने उन्हें बागी करार दिया जबकि आम हिंदुस्तानी उन्हें आजादी की लड़ाई के नायक के रूप में सम्मान देता है। भारत के स्वाधीनता संग्राम में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर भारत सरकार द्वारा उनके सम्मान में सन् 1984 में एक डाक टिकट जारी किया गया। तथा मंगल पांडे द्वारा गाय की चर्बी मिले कारतूस को मुँह से काटने से मना कर दिया था,फलस्वरूप उन्हे गिरफ्तार कर 8 अप्रैल 1857 को फांसी दे दी गई|
सामान्य तथ्य मंगल पाण्डेय, जन्म ...
मंगल पाण्डेय | |
---|---|
![]() | |
जन्म | नगवा, बलिया, भारत |
मौत |
8 अप्रैल 1857 बैरकपुर, भारत |
पेशा | बैरकपुर छावनी में बंगाल नेटिव इन्फैण्ट्री की ३४वीं रेजीमेण्ट में सिपाही |
प्रसिद्धि का कारण | भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी |
धर्म | हिन्दू |
ਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
बंद करें
![Thumb image](http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/5/5d/Pattern1853Rifle.jpg/220px-Pattern1853Rifle.jpg)