भातखंडे संगीत संस्थान समविश्वविद्यालय
From Wikipedia, the free encyclopedia
भातखण्डे संगीत संस्थान विश्वविद्यालय लखनऊ में स्थित भारत का एक बड़ा ललित-कला (नृत्य-संगीत) समविश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय का आदर्श वाक्य है नादाधीनम् जगत् अर्थात यह संपूर्ण विश्व नाद या संगीत के अधीन है [1] इस विश्वविद्यालय का नाम यहां के महान संगीतकार पंडित विष्णु नारायण भातखण्डे के नाम पर रखा हुआ है। इस महाविद्यालय की स्थापना १९२६ में राय उमानाथ बली एवं राजराजेश्वर बली, संयुक्त प्रान्त के तत्कालीन शिक्षा मंत्री के प्रयासों से पंडित भातखंडे द्वारा की गई थी।[2] पूर्व नाम मैरिस कॉलेज ऑव म्यूज़िक हुआ करता था। यह संगीत का पवित्र मंदिर है। श्रीलंका, नेपाल आदि बहुत से एशियाई देशों एवं विश्व भर से साधक यहाँ नृत्य-संगीत की साधना करने आते हैं। लखनऊ ने कई विख्यात गायक दिये हैं, जिनमें से नौशाद अली, तलत महमूद, अनूप जलोटा और बाबा सहगल कुछ हैं।
सामान्य तथ्य पूर्व नाम, प्रकार ...
पूर्व नाम | मैरिस काॅलेज ऑव म्यूज़िक |
---|---|
प्रकार | समविश्वविद्यालय |
स्थापित | 1926 |
उपकुलपति | मांडवी सिंह |
छात्र | ਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
स्थान | कैसरबाग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत ਬਿਜਲੀ ਰਾਜਭਰ |
जालस्थल | http://bhatkhandemusic.edu.in/ |
बंद करें