हिंदुत्व
भारत में हिंदू राष्ट्रवादी बिचारधारा / From Wikipedia, the free encyclopedia
हिंदुत्व एगो राजनीतिक बिचारधारा हवे जे हिंदू राष्ट्रवाद के सांस्कृतिक रूप से न्यायसंगत ठहरावे ले।[1][2][3] एह राजनीतिक बिचारधारा (आइडियोलॉजी) के रचना विनायक दामोदर सावरकर द्वारा 1923 में कइल गइल।[4] ई आइडियोलॉजी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), विश्व हिंदू परिषद, भारतीय जनता पार्टी आ अन्य दोसर संस्था-संगठन सभ द्वारा इस्तेमाल कइल जाले,[5][6] जिनहन के समेकित रूप से संघ परिवार कहल जाला।
हिंदुत्व आंदोलन के दक्खिनपंथी अतिवाद के एगो रूप मानल जाला, आ 'परंपरात रूप में लगभग फासिस्ट' मानल जाला जे बहुमत के एकरूपतावाद आ सांस्कृतिक बर्चस्व के आपन आदर्श बनावे ला।[7][8][9] कुछ लोग हिंदुत्व के अलगाववादी बिचारधारा (सेप्रेटिस्ट आइडियोलॉजी) के रूप में बर्णित करे ला।[10][11] कुछ बिश्लेष्क लोग हिंदुत्व के पहिचान फासीवाद से करे के ऊपर बिबाद करे ला आ एकरा के अतिवादी पुरातनपंथी धारणा भा एथनिक एब्सोल्यूटिज्म के रूप में देखे ला।[12]