जब लोग के काम न होखे आ काम के खोज क रहल होखे From Wikipedia, the free encyclopedia
बेरोजगारी (अंग्रेजी: Unemployment) अइसन दसा हऽ जब ब्यक्ति काम के खोज में होखे बाकी ओकरा के कौनों रोजगार ना मिले। कौनों अर्थब्यवस्था में जब अइसन ब्यापक स्तर पर होखे लागे तब ई एक तरह के समस्या के रूप में देखल जाला।
अर्थव्यवस्था में बेरोजगारी के माप के बेरोजगारी दर कहल जाला आ एकर गणना करे खाती कुल बेरोजगार ब्यक्ति लोग के संख्या से कुल लेबर फोर्स (काम क सके लायक उमिर के जनसंख्या) के भाग दे के प्रतिशत निकाल लिहल जाला। मने कि कुल काम क सके लोग के केतना प्रतिशत लोग बेरोजगार बाटे, इहे बेरोजगारी दर होला। आमतौर पर जब अर्थब्यवस्था में मंदी के स्थिति होखे ले, बेरोजगारी दर अधिका होखे ले।[1] बिस्व मजदूर संगठन (आइएलओ) के एगो रपट के अनुसार साल 2012 में कुल 600 मिलियन लोग, मने कि पूरा दुनियाँ के लेबर फोर्स के 6% लोग बेरोजगार रहलें।[2]
बेरोजगारी कवना कारन से होला एह बात पर अर्थशास्त्री लोग में बहुत बिबाद बाटे।[3] क्लासिकल, नियो-क्लासिकल आ ऑस्ट्रियन स्कूल के मत बा कि बजार के मैकेनिज्म बेरोजगारी के समस्या सोझुरावे में सक्षम होला। कीन्सियन अर्थशास्त्र ई माने ला कि बेरोजगारी के दसा चक्रीय रूप से आवे ले आ एकरा से निपटे में सरकार के हस्तक्षेप के जरूरत होला।
जैसे कि कई लोगों को नहीं काम मिलता है जिसके कारण की घर में खर्च नहीं चल पाता है इसका कारण एक यह भी है कि बाहर से लोग आते हैं कई राज्यों से और जिस राज्य में काम या रोजगार होता है उसमें जाते हैं उसे राज्य के कई लोग बेरोजगार हो जाते हैं और जो बाहर से जाते हैं उन्हें कम तनक पर रख दिया जाता है अगर इसकी समस्या से समाधान पाना हो तो जो लोग जहां रहते हैं वहीं पर ही उनके लिए रोजगार दिया जाए और जो यहां जहां पर वह लोग जाते हैं उनको वहां पर ही रोजगार दिया जाए
Seamless Wikipedia browsing. On steroids.
Every time you click a link to Wikipedia, Wiktionary or Wikiquote in your browser's search results, it will show the modern Wikiwand interface.
Wikiwand extension is a five stars, simple, with minimum permission required to keep your browsing private, safe and transparent.