कपिलवस्तु
प्राचीन, बुद्ध काल के, शहर / From Wikipedia, the free encyclopedia
कपिलवस्तु भारतीय उपमहादीप के उत्तरी इलाका में एगो प्राचीन शहर रहल जे लौह युग के अंत में, लगभग 6वीं आ 5वीं सदी ईसा पूर्व में शाक्य लोग के कुल गणसंघ भा "गणतंत्र" के राजधानी रहल। मानल ई जाला कि राजा शुद्धोदन आ रानी माया कपिलवस्तु में रहत रहल लोग आ इनहन लोग के बेटा राजकुमार सिद्धार्थ गौतम ( गौतम बुद्ध ) सुरुआत में एहिजे रहलें जबले कि ऊ 29 बरिस के उमिर में महल से बाहर ना निकल गइलें।[1]
कपिलवस्तु के वर्तमान संभावित लोकेशन
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पाली कैनन नियर बौद्ध ग्रंथ सभ में बतलावल गइल बा कि कपिलवस्तु गौतम बुद्ध के बचपन के घर रहल, आ एह तरीका से ई शाक्य लोग के राजधानी रहल, जिनहन लोगन पर सिद्धार्थ गौतम पिता के शासन रहल। [1] कपिलवस्तु उ जगह ह जहवाँ सिद्धार्थ गौतम जी आपन जिनगी के सुरुआती 29 साल बितवलन। बौद्ध स्रोत सभ के मोताबिक कपिलवत्थु नाँव के मतलब होला "भूअर इलाका", एह इलाका में लाल-भुअराहूँ रंग के बालू के भरमार के कारण। [2] [3]
कपिलवस्तु कबो दूर ना लुम्बिनी में बुद्ध के जनम स्थल निहन प्रमुख तीर्थस्थल ना बनल, जवना से अचूक अवशेष रह जाता। ई बस्ती शायद कबो ओतना बड़हन ना रहल जेतना कि सुरुआती बौद्ध कला में चित्रण बतावे ला आ भारत में बौद्ध धर्म के पतन के बाद एकर लोकेशन अस्पष्टता में फीका पड़ गइल। अब नेपाल आ भारत के सीमा के लगे दू गो जगह बाड़ी सऽ जिनहन के कपिलवस्तु होखला के दावा कइल जाला। उत्तर प्रदेश के पिप्रहवा के इतिहासकार लोग नेपाल के तिलौरकोट से ज्यादा स्वीकार करेला। पिप्रहवा में मिलल चीज (जवना में कीचड़ के स्तूप के भीतर मिलल अवशेष भी सामिल बा) बौद्ध गतिविधि के संकेत देला जे 5वीं-4वीं सदी ईसा पूर्व के हवे, इहे काल लगभग बुद्ध के निधन के काल ह। [4]