भारतीय उपमहादीप के कुछ देसन के एकट्ठा बिना बँटवारा के होखला के कांसेप्ट From Wikipedia, the free encyclopedia
अखंड भारत (बिना बिभाजन भा बँटवारा के भारत) चाहे अखंड हिंदुस्तान, एगो टर्म ह जे बिसाल-बड़हन भारत (ग्रेटर इंडिया) के बिचार के ब्यक्त करे ला। एह बिचार के तहत ई कहल जाला की आज्काल्ह के अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, नेपाल, तिब्बत, भूटान, बांग्लादेश, बर्मा (म्यांमा), श्रीलंका आ मालदीव एकही नेशन (राष्ट्र) हवें।
भारत के आजादी के लड़ाई के दौरान कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी अखंड हिंदुस्तान[1] खातिर आवाज उठवलें आ महात्मा गाँधी एह बिचार के सपोर्ट कइलें — ई मान के कि ब्रिटिश लोग भारत के "बाँटऽ आ राज करऽ" नीति पर चल के आपन राज बरकरार रखल चाहत बाटे। भारत के बँटवारा के खिलाफ मुंशी आवाज उठवलें आ एकर अगुआई गाँधी कइलें जब हरिजन पत्र में मुंशी के स्पीच अखंड हिंदुस्तान के नाँव से छपल।[2] पाकिस्तानी पत्रकार आ लेखक मज़हर अली खान लिखे लें कि खान बंधू लोग हिंदू-मुस्लिम एकता के समर्थन करे आ मुस्लिम लीग के ललकारल कि अलगा से इलेक्टोरेट के माँग से पहिले एह मुद्दा खातिर लड़ल जरूरी बाटे।
आज्काल्ह एह बिचार के समर्थन दक्खिनपंथी हिंदुत्ववादी लोग द्वारा, खास क के आरएसएस आ भाजपा के नेता लोग द्वारा कइल जा रहल बा। कई सेकुलरो लोग एह बिचार के समर्थन करे ला आ भारत के दोबारा एकीकरण (रीयूनीफिकेशन) के वकालत करे ला; जइसे इंडियन रीयूनिफिकेशन एसोसिएशन (आईआरए) जेकर चेयरमैन भारत क पूर्ब चीफ जस्टिस मार्कंडेय काटजू बाड़ें।
Seamless Wikipedia browsing. On steroids.
Every time you click a link to Wikipedia, Wiktionary or Wikiquote in your browser's search results, it will show the modern Wikiwand interface.
Wikiwand extension is a five stars, simple, with minimum permission required to keep your browsing private, safe and transparent.