वर्षे दिवङ्गतः । भारतदेशे कबीरदासस्य जयन्ती महोत्सवं जूनमासे आचरन्ति । hi:भक्तिकाल hi:भक्त कवियों की सूची hi:हिंदी साहित्य Gutenberg: Songs of Kabir by Rabindranath
कर्ता आप है, दूजा नाहिं कोय। दादू पूरन जगत को, भक्ति दृढ़ावत सोय।। ठेका पूरन होय जब, सब कोई तजै शरीर। दादू काल गँजे नहीं, जपै जो नाम कबीर।। आदमी की आयु घटै