पांडुरंग सखाराम पिसुर्लेकर
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डॉ. पांडुरंग सखाराम शेणवी - पिसुर्लेकर (३० मे, १८९४; (पिसुर्ले) - १० जुलै, १९६९; पणजी) हे गोवेकर इतिहास संशोधक व मराठी-कोंकणी लेखक होते. मराठा साम्राज्य व भारतातील पोर्तुगीज वसाहतींच्या परस्परसंबंधांवर त्यांनी लिहिलेला "पोर्तुगीज मराठे संबंध: अर्थात पोर्तुगीजांचा दप्तरातील मराठ्यांचा इतिहास" हा ऐतिहासिक ग्रंथ मराठ्यांच्या इतिहास-साधनांमध्ये महत्त्वाचा ग्रंथ मानला जातो.
जलद तथ्य पांडुरंग पिसुर्लेकर, जन्म नाव ...
पांडुरंग पिसुर्लेकर | |
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जन्म नाव | पांडुरंग सखाराम शेणवी - पिसुर्लेकर |
जन्म |
३० मे, १८९४ पिसुर्ले, गोवा |
मृत्यू |
१० जुलै, १९६९ (वय ७५) पणजी, गोवा |
राष्ट्रीयत्व | भारतीय |
कार्यक्षेत्र | इतिहास |
भाषा | कोकणी, मराठी, पोर्तुगीज, इंग्रजी |
साहित्य प्रकार | इतिहास |
विषय | पोर्तुगीज इतिहास,मराठा इतिहास |
प्रसिद्ध साहित्यकृती | पोर्तुगीज मराठे संबंध: अर्थात पोर्तुगीजांचा दप्तरातील मराठ्यांचा इतिहास |
प्रभाव | विश्वनाथ काशीनाथ राजवाडे[1] |
वडील | सखाराम पिसुर्लेकर |
आई | कृष्णाबाई पिसुर्लेकर |
पत्नी | रमाबाई बोरकर (माहेरचे नाव) |
अपत्ये | लीलावती |
पुरस्कार | नाइट ऑफ द मिलिटरी ऑर्डर ऑफ सॅंटिएगो, पोर्तुगाल |
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