सिख
सिख पंथ के अनुयायी / From Wikipedia, the free encyclopedia
सिख धर्म के अनुयायियों को सिख कहते हैं। इन्हें कभी-कभी सिक्ख भी लिखा जाता है। इनके पहले गुरू गुरू नानक देव जी हैं। गुरु ग्रंथ साहिब सिखों का पवित्र ग्रन्थ है। इनके प्रार्थना स्थल को गुरुद्वारा कहते हैं। भारत की आर्थिक प्रगति में सिखों का बहुत बड़ा योगदान है। सिख शब्द संंस्कृृत के शिष्य का अपभ्रंश हैं।
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सामान्य तथ्य कुल जनसंख्या, विशेष निवासक्षेत्र ...
कुल जनसंख्या | |
---|---|
२ करोड़ ७० लाख[1] | |
विशेष निवासक्षेत्र | |
भारत | 20,815,730[2] |
United Kingdom | 423,158[3] |
United States | 500,000-700,000[4][5][6] |
कनाडा | 468,673[7] |
मलेशिया | 100,000[8] |
पाकिस्तान | 50,000[9] |
ऑस्ट्रेलिया | 72,000[10] |
इटली | 70,000[11] |
थाईलैंड | 70,000[12] |
संयुक्त अरब अमीरात | 50,000[13] |
फिलीपींस | 30,000[14] |
न्यूज़ीलैंड | 19,191[15] |
सिंगापुर | 15,000[16] |
भाषाएँ | |
पंजाबी (गुरमुखी) सिखों द्वारा बोली जाने वाली भाषाएँ: | |
धर्म | |
सिख धर्म |
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सिख धर्म दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा धर्म है। यह दुनिया के सबसे युवा धर्मों में से एक है क्योंकि इसकी स्थापना 1500 सीई के आसपास उत्तरी भारत और पाकिस्तान में पंजाब क्षेत्र में धार्मिक शिक्षक गुरु नानक द्वारा की गई थी। पंजाबी में सिख शब्द का अर्थ है ईश्वर का शिष्य। सिख धर्म का अनुयायी एक ईश्वर की पूजा करता है और ईमानदारी, दान, समानता और विश्वास के शांतिपूर्ण जीवन जीने की इच्छा रखता है।