मृत्यु
महत्वपूर्ण कार्यों का स्थायी समाप्ति / From Wikipedia, the free encyclopedia
मृत्यु शब्द नही बल्कि, हिन्दू धर्म के महाभारत ग्रंथ में बताई गई मृत्यु एक परम पवित्र मंगलकारी देवी है। सामान्य भाषा मे किसी भी जीवात्मा अर्थात प्राणी के जीवन के अन्त को मृत्यु कहते हैं। लालच, मोह,रोग,कुपोषण के परिणामस्वरूप होती है। मुख्यतया मृत्यु के 101 स्वरूप होते है, लेकिन मुख्य 8 प्रकार की होती है। जिसमे बुढ़ापा, रोग, दुर्घटना, अकस्मती आघात, शोक,चिंता, ओर लालच मृत्यु के मुख्य रूप है।
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