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माइकल फैराडे
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माइखल फ़ैरडे एक अंग्रेजी वैज्ञानिक थे जिन्होंने विद्युच्चुम्बकत्व और विद्युद्रसायन के अध्ययन में योगदान दिया था। उनकी मुख्य खोजों में विद्युच्चुम्बकीय प्रेरण, प्रतिचुम्बकत्व और विद्युदपघटन अंतर्निहित सिद्धांत अन्तर्गत हैं।
माइखल फ़ैरडे | |
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जन्म |
22 सितंबर 1791 |
मृत्यु |
25 अगस्त 1867 (आयु 75) |
प्रसिद्धि |
फ़ैरडे का विद्युच्चुम्बकीय प्रेरण का नियम |
वह एक प्रायोगिक भौतिकविज्ञानिक थे। उन्होंने कोई औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की। अपने जीवन के आरम्भिक काल में उन्होंने पुस्तक-बन्धन की दुकान पर कार्य किया। वह दुकान पर आनेवाली पुस्तकों का अध्ययन करते थे। इससे उनकी विज्ञान में रुचि उत्पन्न हो गई। उन्हें रॉयल इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक सर हम्फ्री डेवी के सार्वजनिक व्याख्यान सुनने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने सावधानीपूर्वक डेवी के व्याख्यानों के नोट तैयार किए और उन्हें डेवी के पास भेज दिया। शीघ्र ही उन्हें रॉयल इंस्टीट्यूट में डेवी की प्रयोगशाला में सहायक बना दिया गया। फ़ैरडे ने बहुत सी क्रांतिकारी खोज (उपरोक्त) कीं। अनेक विश्वविद्यालयों ने उन्हें मानद उपाधियाँ प्रदान करने का प्रयास किया, परन्तु उन्होंने इस प्रकार के सम्मानों को त्याग दिया। फ़ैरडे को किसी भी सम्मान की तुलना में अपने वैज्ञानिक कार्यों से अधिक प्रेम था।