फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान
भारतीय राज्य उत्तराखंड में विश्व धरोहर स्थल / From Wikipedia, the free encyclopedia
फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान एक फूलों की घाटी का नाम है, जिसे अंग्रेजी में Valley of Flowers कहते हैं। यह भारतवर्ष के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में है। यह फूलों की घाटी विश्व संगठन, यूनेस्को द्वारा सन् 1982 में घोषित विश्व धरोहर स्थल नन्दा देवी अभयारण्य नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान का एक भाग है। हिमालय क्षेत्र पिंडर घाटी अथवा पिंडर वैली के नाम से भी जाना जाता है,
सामान्य तथ्य फूलों की घाटी (नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान) फूलों की घाटी का जन्म पिंडर से हुआ है जिसे पिंडर घाटी या(pindervalley) भी कहते हैं। पिंड+घाटी पिंड का अर्थ हिम और घाटी का अर्थ पहाड़ों का क्षेत्र जहां महादेव भगवान शिव का निवास होता है जो मुख्य रूप से चमोली जिले के पिंडर घाटी का ही क्षेत्र में स्थित है। और देवी देवताओं का निवास स्थान है आज भी पिंडर घाटी में भगवान शिव के गण और देवताओं के वंशज निवास है, और हर वर्ष माता पार्वती नंदा देवी को हिमालय तक भगवान शिव के तपावस्वी स्थान तक पहुंचाने आते हैं जिसे वर्तमान में नंदा देवी यात्रा या भगवती भैट से भी जाना जाता है Image =, देश ...
फूलों की घाटी (नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान) फूलों की घाटी का जन्म पिंडर से हुआ है जिसे पिंडर घाटी या(pindervalley) भी कहते हैं।
पिंड+घाटी पिंड का अर्थ हिम और घाटी का अर्थ पहाड़ों का क्षेत्र जहां महादेव भगवान शिव का निवास होता है जो मुख्य रूप से चमोली जिले के पिंडर घाटी का ही क्षेत्र में स्थित है। और देवी देवताओं का निवास स्थान है आज भी पिंडर घाटी में भगवान शिव के गण और देवताओं के वंशज निवास है, और हर वर्ष माता पार्वती नंदा देवी को हिमालय तक भगवान शिव के तपावस्वी स्थान तक पहुंचाने आते हैं जिसे वर्तमान में नंदा देवी यात्रा या भगवती भैट से भी जाना जाता है Image = | |
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विश्व धरोहर सूची में अंकित नाम | |
देश | भारत |
प्रकार | प्राकृतिक |
मानदंड | vii, x |
सन्दर्भ | 335 |
युनेस्को क्षेत्र | एशिया-प्रशांत |
शिलालेखित इतिहास | |
शिलालेख | 1988 (12वां सत्र) |
विस्तार | 2005 |
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