नेहरू–गांधी परिवार
भारत का सबसे पुराना राजनीतिक परिवार / From Wikipedia, the free encyclopedia
नेहरू–गांधी परिवार भारत का एक प्रमुख राजनीतिक परिवार है, जिसका देश की स्वतन्त्रता के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पर करीब-करीब वर्चस्व रहा है। नेहरू परिवार के साथ गान्धी नाम फिरोज गान्धी से लिया गया है, जो इन्दिरा गान्धी के पति थे। गान्धी नेहरू परिवार में गान्धी शब्द महात्मा गान्धी से जुड़ा हुआ नहीं है।
नेहरू–गांधी परिवार | |
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क्षेत्र | नई दिल्ली, भारत |
उद्गमस्थान | जम्मू और कश्मीर, भारत भरूच, गुजरात, भारत |
सदस्य | राज कौल गंगाधर नेहरू नन्दलाल नेहरू मोतीलाल नेहरू बृजलाल नेहरू रामेश्वरी नेहरू जवाहरलाल नेहरू विजय लक्ष्मी पंडित उमा नेहरू कृष्णा हठीसिंह इन्दिरा गांधी बृज कुमार नेहरू नयनतारा सेहगल श्याम कुमारी खान फिरोज़ गांधी राजीव गांधी संजय गांधी अरुण नेहरू सोनिया गांधी मेनका गांधी राहुल गांधी प्रियंका वाड्रा रॉबर्ट वाड्रा वरुण गांधी यामिनी राय चौधरी |
परम्पराएँ | हिन्दू[1][2] |
इस परिवार के तीन सदस्य - पण्डित जवाहर लाल नेहरू, इंन्दिरा गान्धी और राजीव गान्धी देश के प्रधानमन्त्री रह चुके थे, जिनमें से दो - इन्दिरा गान्धी और राजीव गान्धी की हत्या कर दी गयी। नेहरू–गांधी परिवार के चौथे सदस्य राजीव गान्धी के पुत्र राहुल गान्धी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।वर्तमान में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी हैं "जो कि इटली की रहने वाली थी"राजीव गांधी से शादी करने के बाद सोनिया गांधी भारत की नागरिक है। राहुल गान्धी ने 2004 , 2009,2014 अपने पारिवारिक सीट अमेठी (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंचे. वर्तमान में राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद हैं। 2019 के चुनाव में राहुल गांधी 2 सीट से चुनाव लड़े एक अपने पारिवारिक सीट अमेठी (उत्तर प्रदेश)और दूसरि वायनाड (केरल) अमेठी से वह बीजेपी नेत्री स्मृति ईरानी से हार गये।
राजीव गान्धी के छोटे भाई संजय गांधी की विधवा पत्नी मेनका गान्धी व उनके पुत्र वरुण गांधी को परिवार की सम्पत्ति में कोई हिस्सा न मिलने के कारण[उद्धरण चाहिए] वे माँ-बेटे भारतीय जनता पार्टी में चले गये जो देश का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है।