जलविद्युत ऊर्जा
जलविद्युत द्वारा उत्पन्न विद्युत / From Wikipedia, the free encyclopedia
भारत जैसे देश के लिए जल विद्युत का विशेष महत्व है क्योंकि (1) यहां कोयले की अधिकांश खाने पूर्वी क्षेत्र में ही है जहां से पश्चिम और दक्षिणी क्षेत्रों में कोयला प्राप्त करने में परिवहन लागत और समय दोनों ही अधिक लगते हैं (2) यहां उत्तम कोयले के भंडार सीमित हैं अंतत इस अभाव को भंडार सीमित हैं (3) भारत में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के भंडार भी सीमित है विक्रम सा 600 करोड़ और 54100 करोड़ घन मीटर के अनुमति के गए हैं अंता जल शक्ति का उपयोग भी अवश्य हैं (4) सतलुज और गंगा के मैदान तथा पश्चिमी राजस्थान में कई स्थानों पर जल काफी गहराई पर मिलती है तथा पूर्वाग्रह में प्राचीन काल की स्थिति दावती और घाघरा नदियों के विलुप्त हो गई मानी जाती है इनके जल को सिंचाई के लिए बेहद किए जाने हेतु नलकूपों के लिए सस्ती जनशक्ति अत्यंत आवश्यक होती हैं अंता जल शक्ति का विकास अवश्य अमावी है