कुश
माता सीता के पुत्र / From Wikipedia, the free encyclopedia
वाल्मीकि रामायण के अनुसार माता सीता के छोटे पुत्र कुश हुए और लव बड़े पुत्र हुए थे कुश से वर्तमान कछवाहा कुश वंश चला और लव से कूर्मवंश(कुर्मी) शाखाएं निकली
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कुश ने राम के अश्वमेघ घोड़े को पकड़ कर राम को युद्ध के लिये चुनौती दे डाली थी।अयोध्या के सभी वीरों को छोटे से बालक ने हराकर यह सिद्ध कर दिया था; शक्ति का गुरूर खतरनाक होता है।लव के भाई होने के कारण कुश ने अपनी माँ सीता को न्याय दिलाने के लिये अयोध्या राजा से भरी सभा में संवाद किया और माँ सीता को सत्य साबित किया। अग्नि परीक्षा से व्यथित होकर सीता माता ने अपनी सत्यता सिद्ध करते हुवे धरती माँ से खुद को अपनी गोद मे स्थान देने का निवेदन किया तब धरती माता ने प्रकट होकर सीतामाता को अपनी गोद मे बिठाकर धरती में समा लिया।