सनमाही धर्म
मीटी मूल की धार्मिक परंपरा विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
सनमाही धर्म (ꯁꯅꯥꯃꯍꯤ ꯂꯥꯏꯅꯤꯡ) भारत के मणिपुर राज्य के मेइतेइ लोगों में प्रचलित एक धार्मिक परम्परा है। इसे काङ्लेइ भी कहते हैं। यह एक जीववादी धर्म है जिसमें पूर्वजों की पूजा की परम्परा है। [2]
![]() सनमाही धर्म का प्रतीक (स्रोत:Wakoklon Heelel Thilen Salai Amailon Pukok Puya) | |
धर्मावलंबियों की संख्या | |
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लगभग 235,000[1] | |
महत्वपूर्ण आबादी वाले क्षेत्र | |
मणिपुर, भारत | |
धर्मग्रंथ | |
मेइतेइ मयेक लिपि में रचित पुया | |
भाषाएँ | |
मेइतेइ भाषा | |
यह धर्म २००० वर्ष पुराना है और विश्व के प्राचीनतम धर्मों में से एक है। |
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सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
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