पारम्परिक रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी की तुलना में सतह की परत का काफी कम योगदान होता है। स्पष्ट एंटी-स्टोक्स रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी (केएआरएस (CARS)) - दो लेज़र बीमों का
अपने स्नातक अनुसंधान शुरू किया। उनके निबंध कार्य ने इलेक्ट्रॉन स्पेक्ट्रोस्कोपी, लेजर डिस्प्शन और फूरियर ट्रांससमर्स मास स्पेक्ट्रोमेट्री तकनीक का उपयोग
वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेकट रमण द्वारा खोजे गये रमण-प्रभाव के आधार पर रमण-स्पेक्ट्रोस्कोपी कहा जाता है। चंद्रशेखर वेंकट रमण को अपनी खोज के लिए 1930 में भौतिक