रहे हैं और यह 21वी शताब्दीं में रमन प्रभाव की विरासत के महत्त्व को दर्शाता है। रमन स्पेक्ट्रमिकी (रमनस्पेक्ट्रोस्कोपी) Explanation from Hyperphysics in
वैज्ञानिक हैं। अनुसंधान के उनके क्षेत्रों में बायोमोलेक्युलर स्पेक्ट्रोस्कोपी, रमनस्पेक्ट्रोस्कोपी प्रोटीन, और न्यूक्लिक एसिड शामिल हैं। उन्होंने भारतीय विज्ञान
प्रयोग होती हैं। क्रिस्टल एक्स-किरण क्रिस्टलिकी रमन वर्णक्रमीयता (स्पेक्ट्रोस्कोपी) कैलोरीमिति "Microcrystaline and Nanocrystalline Semiconductors - 2000
अंशकालिक अनुसंधान का क्षेत्र था - ध्वनि के कम्पन और कार्यों का सिद्धान्त। रमन वाद्यों की भौतिकी का ज्ञान इतना गहरा था कि सन् १९२७ ई. में जर्मनी में प्रकाशित