ब्लू-रे डिस्क (BD या ब्लू-रे नाम से भी प्रचलित) एक प्रकाशीय (Optical) डिस्क संग्रहण माध्यम है, जिसे मानक DVD प्रारूप का स्थान लेने के लिए बनाया गया है।

सामान्य तथ्य मिडिया प्रकार, एन्कोडिंग ...
Blu-ray Disc
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मिडिया प्रकार High-density optical disc
एन्कोडिंग MPEG-2, H.264/MPEG-4 AVC, and VC-1
क्षमता 25 GB (single-layer)
50 GB (dual-layer) (1 TB to 10PB)Future 2010 afterwards
ब्लाक आकार 64kb ECC
पढ़ने की विधि 400 nm laser:
1× @ 36 Mbit/s (4.5 MByte/s)
2× @ 72 Mbit/s (9 MByte/s)
4× @ 144 Mbit/s (18 MByte/s)
6× @ 216 Mbit/s[1] (27 MByte/s)
8× @ 288 Mbit/s (36 MByte/s)
12× @ 432 Mbit/s (54 MByte/s)
उपयोग Data storage
1080p High-definition video
High-definition audio Quad HD 2160p
future possibility Ultra HD
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मुख्य रूप से इसका प्रयोग उच्च-परिभाषा वाले वीडियो (High-Definition Video), प्लेस्टेशन 3 (PlayStation 3) वीडियो गेम्स तथा अन्य डाटा को, प्रत्येक एकल परत वाले प्रोटोटाइप पर 25 GB तक और दोहरी परत वाले पर 50 GB तक, संग्रहित करने के लिए किया जाता है। यद्यपि ये संख्याएं ब्लू-रे डिस्क के लिए मानक संग्रहण को बताती हैं, तथापि यह एक मुक्त (Open-ended) विनिर्देशन है, जिसमें ऊपरी सैद्धांतिक संग्रहण सीमा अस्पष्ट छोड़ दी गई है। 200 GB डिस्क उपलब्ध हैं, तथा 100 GB डिस्क को किसी भी अतिरिक्त उपकरण या संशोधित फर्मवेयर के बिना पढ़ा जा सकता है।[2] डिस्क के भौतिक आयाम मानक DVDs तथा CDs के ही समान होते हैं।

ब्लू-रे डिस्क का नाम इसे पढ़ने में प्रयुक्त नीले-बैंगनी (blue-violet) लेज़र से लिया गया है। एक मानक DVD में 650 नैनोमीटर लाल लेज़र का प्रयोग किया जाता है, जबकि ब्लू-रे डिस्क कम तरंग-दैर्घ्य का प्रयोग करती है, 400 nm वाला नीला-बैंगनी लेज़र, तथा एक DVD की तुलना में लगभग दस गुना अधिक डाटा संग्रहण की अनुमति देती है।

उच्च-परिभाषा वाली प्रकाशीय डिस्क के प्रारूप पर जारी युद्ध के दौरान, ब्लू-रे डिस्क ने HD DVD प्रारूप से प्रतिस्पर्धा की. HD DVD का समर्थन करने वाली प्रमुख कम्पनी, तोशिबा, ने फरवरी 2008 में हार मान ली और यह प्रारूप युद्ध समाप्त हो गया;[3] जुलाई 2009 में तोशिबा ने यह घोषणा की कि वह 2009 के अंत तक अपना स्वयं का ब्लू-रे डिस्क उपकरण प्रस्तुत करेगी.[4]

ब्लू-रे डिस्क का विकास उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक्स, कम्प्यूटर हार्डवेयर, तथा चल चित्र (Motion Pictures) निर्माताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले एक समूह, ब्लू-रे डिस्क एसोसियेशन, द्वारा किया गया था। जून 2009 तक प्राप्त जानकारी के अनुसार आस्ट्रेलिया में 1,500 से अधिक; साथ ही जापान में 2,500, यूनाइटेड किंगडम में 1,500 और यूनाइटेड स्टेट्सकनाडा में 2,500 ब्लू-रे डिस्क शीर्षक (Titles) उपलब्ध हैं।[5][6]

इतिहास

अधिक जानकारी Optical media types, Standards ...
Optical discs

  • Optical disc
  • Optical disc drive
  • Optical disc authoring
  • Authoring software
  • Recording technologies
    • Recording modes
    • Packet writing
Optical media types

  • Blu-ray Disc (BD): BD-R, BD-RE
  • DVD: DVD-R, DVD+R, DVD-R DL, DVD+R DL, DVD-R DS, DVD+R DS, DVD-RW, DVD+RW, DVD-RAM, DVD-D, HVD, EcoDisc
  • Compact Disc (CD): Red Book, CD-ROM, CD-R, CD-RW, 5.1 Music Disc, SACD, Photo CD, CD Video (CDV), Video CD (VCD), SVCD, CD+G, CD-Text, CD-ROM XA, CD-i
  • Universal Media Disc (UMD)
  • Enhanced Versatile Disc (EVD)
  • Forward Versatile Disc (FVD)
  • Holographic Versatile Disc (HVD)
  • China Blue High-definition Disc (CBHD)
  • HD DVD: HD DVD-R, HD DVD-RW, HD DVD-RAM
  • High definition Versatile Multilayer Disc (HD VMD)
  • VCDHD
  • GD-ROM
  • MiniDisc (MD) (Hi-MD)
  • Laserdisc (LD)
  • Video Single Disc (VSD)
  • Ultra Density Optical (UDO)
  • Stacked Volumetric Optical Disk (SVOD)
  • Five dimensional disc (5D DVD)
  • Nintendo optical disc (NOD)
Standards

  • SFF ATAPI/MMC
    • Mount Rainier (packet writing)
    • Mount Fuji (layer jump recording)
  • Rainbow Books
  • File systems
    • ISO 9660
      • Joliet
      • Rock Ridge / SUSP
      • El Torito
      • Apple ISO 9660 Extensions
    • Universal Disk Format (UDF)
    • ISO 13490
See also

  • History of optical storage media
  • High definition optical disc format war
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एक खाली रीराइटेबल ब्लू-रे डिस्क (BD-RE).
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1998 के आस-पास उपभोक्ता बाज़ार में वाणिज्यिक HDTV सेट्स दिखाई देने शुरू हुए, लेकिन HD सामग्री को रिकार्ड करने या चलाने का कोई एक सामान्य रूप से स्वीकृत, सस्ता तरीका उपलब्ध नहीं था। वस्तुत: HD कोडेक्स (Codecs) को रखने के लिए आवश्यक संग्रहण वाला कोई भी माध्यम, JVC के डिजिटल VHS तथा सोनी के HDCAM के सिवाय, उपलब्ध नहीं था।[7] परन्तु फिर भी, यह अच्छी तरह ज्ञात था कि कम तरंग दैर्घ्य वाले लेज़र का प्रयोग करके उच्च घनत्व के साथ प्रकाशीय संग्रहण की क्षमता प्राप्त की जा सकती है। शुजी नाकामुरा (Shuji Nakamura) ने व्यावहारिक नीले लेज़र डायोड का अविष्कार किया; इसने कम्प्यूटर संग्रहण-माध्यम समुदाय के बीच सनसनी फैला दी, हालांकि पेटेंट की लम्बी कानूनी प्रक्रिया के चलते वाणिज्यिक उत्पादन में समय लगा.[8]

उत्पत्तियां

नए डायोड्स का प्रयोग करते हुए Sony (सोनी) ने दो परियोजनाएं शुरू कीं: UDO (अल्ट्रा डेन्सिटी ऑप्टिकल) तथा DVR ब्लू (पायनियर के साथ), पुनर्लेखन योग्य डिस्क का एक प्रारूप, जो अंतत: ब्लू-रे डिस्क (अधिक स्पष्ट रूप से, BD-RE) बनने वाला था।[9] प्रारूपों की मूल प्रौद्योगिकियां आवश्यक रूप से समान हैं।

पहले DVR ब्लू प्रोटोटाइप का अनावरण अक्टूबर 2000 में CEATEC प्रदर्शनी में किया गया।[10] 19 फ़रवरी 2002 को ब्लू-रे के रूप में इस परियोजना की औपचारिक रूप से घोषणा हुई,[11][12] तथा प्रारम्भिक नौ सदस्यों द्वारा ब्लू-रे डिस्क फाउन्डर्स की स्थापना की गई।

पहला उपभोक्ता उपकरण 10 अप्रैल 2003 को दुकानों में आया। यह उपकरण सोनी BDZ-S77 था, एक BD-RE रिकार्डर, जो केवल जापान में उपलब्ध कराया गया था। इसके लिए US$3800 कीमत की सिफारिश की गई थी;[13] हालांकि, पूर्व में रिकार्ड किये गए वीडियो के लिए इसमें कोई मानक नहीं था तथा इस प्लेयर के लिए कोई फिल्म भी रीलीज़ नहीं की गईं थीं। ब्लू-रे डिस्क मानक अब भी वर्षों दूर था, क्योंकि हॉलीवुड स्टूडियो- जो मानक DVDs पर प्रयुक्त सामग्री दुरुपयोग तंत्र (Content Scramble System) की विफलता को दोहराना नहीं चाहता था, द्वारा इसे स्वीकृत किये जाने से पूर्व एक नए, अधिक सुरक्षित [[डिजिटल अधिकार प्रबंधन (Digital Rights Management [DRM])]] तंत्र की आवश्यकता थी। 4 अक्टूबर 2004 को, ब्लू-रे डिस्क फाउन्डर्स को आधिकारिक रूप से बदलकर ब्लू-रे डिस्क एसोसियेशन (BDA) कर दिया गया और 20th सेंचुरी फॉक्स इसके निदेशक मंडल में शामिल हुआ।[14]

ब्लू-रे डिस्क प्रारूप को अंतिम रूप दिया गया

ब्लू-रे डिस्क का भौतिक विनिर्देशन 2004 में पूरा हुआ।[15] जनवरी 2005, में सोनी ने घोषणा की कि उन्होंने ब्लू-रे डिस्क के लिए एक सख्त पॉलीमर आवरण विकसित किया है।[16] मूलत: खरोंच से सुरक्षा के लिए प्रयोग किये जाने वाले कार्ट्रिज की अब कोई आवश्यकता नहीं रह गई थी और उन्हें हटा दिया गया। BD-ROM विनिर्देशन को 2006 के आरम्भ में अंतिम रूप दिया गया।[17] 2004 में स्थापित एक संघ, AACS LA, ऐसा DRM प्लैटफॉर्म विकसित करता रहा है, जिसका प्रयोग उपभोक्ताओं तक फिल्मों का सुरक्षित रूप से वितरण करने के लिए किया जा सके.[18] हालांकि, AACS मानक विलम्ब से आया[19] और इसके बाद जब ब्लू-रे डिस्क समूह के एक महत्वपूर्ण सदस्य ने अपनी चिंताएं व्यक्त कीं, तो इसमें और भी देर लगी.[20] प्रारम्भिक हार्डवेयर निर्माताओं, जिनमें तोशिबा, पायनियर, व सैमसंग शामिल हैं, की मांग पर एक आतंरिक मानक प्रकाशित किया गया, जिसमें कुछ विशेषताएं, जैसे प्रबंधित प्रतिलिपि, शामिल नहीं थीं।[21]

विमोचन और विक्रय विस्तार

शुरुआती BD-ROM प्लेयर्स मध्य-जून 2006 में भेजे गए, हालांकि HD DVD प्लेयर्स ने कुछ ही महीनो में उन्हें बाज़ार की प्रतिस्पर्धा में हरा दिया.[22][23]

पहला ब्लू-रे डिस्क शीर्षक 20 जून 2006 को रिलीज़ किया गया। 2003 फिल्म ब्लू-रे डिस्क पर रिलीज़ होने वाली सबसे पहली फिल्म थी।Charlie's Angels: Full Throttle प्रारम्भिक रिलीज़ में MPEG-2 वीडियो सम्पीड़न का प्रयोग किया जाता था, जो मानक DVDs में भी प्रयोग की जाने वाली विधि है। नए VC-1 तथा AVC कोडेक्स का उपयोग कर नई रिलीज़ सितम्बर 2006 में प्रस्तुत की गई।[24] दोहरी परत वाली डिस्क (50 GB) का प्रयोग करके पहली फिल्में अक्टूबर 2006 में प्रस्तुत की गईं.[25] पहली केवल-ऑडियो (audio-only) रिलीज़ मार्च 2008में की गई।[26]

जन-सामान्य के PC के लिए पहली पुनर्लेखन योग्य (rewritable) ब्लू-रे डिस्क ड्राइव BWU-100A थी, जिसे सोनी द्वारा 18 जुलाई 2006 को बाज़ार में प्रस्तुत किया गया।[55] यह BD-R तथा साथ ही BD-RE, दोनों में एकल- व दोहरी-परत रिकार्ड करती थी और इसके लिए सुझाया गया खुदरा मूल्य US $699 था।

HD DVD से प्रतिस्पर्धा

तोशिबा की अध्यक्षता वाले DVD फोरम में इस बात को लेकर गहरा मतभेद था कि अधिक महंगी ब्लू लेज़र प्रौद्योगिकी का विकास किया जाना चाहिए या नहीं. मार्च 2002 में, फोरम ने वॉर्नर ब्रदर्स और अन्य मोशन पिक्चर्स स्टूडियोज़ द्वारा समर्थित प्रस्ताव को मंज़ूर करने के लिए मतदान किया, जिसमें दोहरी-परत वाली मानक DVD-9 डिस्क पर HD सामग्री को संपीडित करने का प्रस्ताव शामिल था।[27][28] हालांकि, इस निर्णय के बावजूद DVD फोरम के संचालक मंडल ने अप्रेल में यह घोषणा की कि वह अपने स्वयं के ब्लू-लेज़र उच्च-परिभाषा समाधान पर कार्य कर रहा है। अगस्त में तोशिबा और NEC ने अपने प्रतिस्पर्धी मानक, एडवांस्ड ऑप्टिकल डिस्क, की घोषणा की.[29] DVD फोरम के सदस्यों, जो ब्लू-रे डिस्क एसोसियेशन के सदस्य भी थे, द्वारा दो बार इसके खिलाफ मतदान किये जाने के बाद अंतत: DVD फोरम द्वारा अगले साल इसे स्वीकृत कर लिया गया और इसका नाम बदलकर HD DVD रखा गया[30]-जिसकी वजह से अमरीकी न्याय विभाग (U.S. Department of Justice) को स्थिति की प्राथमिक जांच करने की आवश्यकता महसूस हुई.[31][32]

HD DVD उच्च परिभाषा वीडियो के बाज़ार में तेज़ी से प्रचलित हो गया, जबकि बाज़ार में हिस्सेदारी पाने की ब्लू-रे डिस्क की गति बहुत ही धीमी थी। पहले ब्लू-रे डिस्क प्लेयर को महंगा और "त्रुटिपूर्ण (Buggy)" माना गया और इसके लिए बहुत थोड़े-से शीर्षक ही उपलब्ध थे।[33] प्लेस्टेशन 3 के विमोचन के बाद यह स्थिति बदल गई क्योंकि प्रत्येक PS3 इकाई ब्लू-रे डिस्क प्लेयर के रूप में भी कार्य करती थी। CES 2007 में, वार्नर ने Total Hi Def- एक ओर ब्लू-रे तथा दूसरी ओर HD DVD युक्त एक संकरित (Hybrid) डिस्क-प्रस्तावित की, लेकिन यह कभी रिलीज़ नहीं हो सकी. जनवरी 2007 तक, ब्लू-रे डिस्क ने बिक्री में HD DVDs को पीछे छोड़ दिया था[34] और 2007 की पहली तीन तिमाहियों के दौरान BD की बिक्री HD DVDs की तुलना में लगभग दोगुनी हो गई थी। 28 जून 2007 को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में, ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स ने ब्लू-रे डिस्क प्रारूप का समर्थन करने के अपने निर्णय के एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में ब्लू-रे डिस्क के BD+ प्रतिलिपि-निरोधी तंत्र (anticopying system) का उल्लेख किया।[35][36] फरवरी 2008 में, तोशिबा ने HD DVD प्रारूप से अपना समर्थन हटा लिया और ब्लू-रे विजयी हुआ।[37]

कुछ विश्लेषक मानते हैं कि सोनी के प्लेस्टेशन 3 वीडियो गेम कंसोल ने प्रारूप युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, माना जाता है कि इसने ब्लू-रे डिस्क के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य किया क्योंकि प्लेस्टेशन 3 ने अपने प्राथमिक सूचना संग्रहण माध्यम के रूप में ब्लू-रे डिस्क ड्राइव का प्रयोग किया था।[80] उन्होंने सोनी के अधिक व्यापक और प्रभावी विपणन अभियान को भी इसका श्रेय दिया.[82]

प्रारूप युद्ध का अंत और भावी संभावनाएं

4 जनवरी 2008 को, CES 2008 से एक दिन पूर्व, वार्नर ब्रदर्स (HD DVD एवं ब्लू-रे, दोनों प्रारूपों में अब तक फिल्में रिलीज़ कर रहा एकमात्र प्रमुख स्टूडियो) ने घोषणा की कि मई 2008 के बाद वह केवल ब्लू-रे डिस्क में ही रिलीज़ करेगा. इसमें वार्नर-छत्र के अंतर्गत आने वाले अन्य स्टूडियोज, जैसे न्यू लाइन सिनेमा और HBO, प्रभावी रूप से शामिल थे, हालांकि यूरोप में HBO के वितरण भागीदार बीबीसी ने यह घोषणा की कि बाज़ार की शक्तियों पर नज़र रखते हुए वह दोनों प्रारूपों में उत्पाद को रिलीज़ करना जारी रखेगा. इसके फलस्वरूप उद्योग में एक श्रृंखलाबद्ध प्रतिक्रिया हुई, जिसके तहत प्रमुख अमरीकी खुदरा विक्रेताओं, जैसे बेस्ट-बाय (Best Buy), वॉल-मार्ट (Wal-Mart) और सर्किट सिटी (Circuit City) तथा कनाडाई श्रृंखलाओं, जैसे फ्यूचर शॉप (Future Shop) ने अपनी दुकानों से HD DVD को हटा दिया. यूरोप के पूर्व प्रमुख खुदरा विक्रेता, वूल्वर्थ्स (Woolworths) ने अपनी सूची से HD DVD को हटा दिया.[उद्धरण चाहिए] नेटफ्लिक्स (Netflix) और ब्लॉकबस्टर (Blockbuster)-किराए पर DVD देने वाली प्रमुख कम्पनियां- ने कहा कि वे अब HD DVD नहीं रखेंगी. इन नए घटनाक्रमों को देखते हुए 19 फ़रवरी 2008 को, तोशिबा ने घोषणा की कि वह HD DVD उपकरणों का उत्पादन बंद कर देगी,[38] जिससे ब्लू-रे डिस्क उच्च-घनत्व वाली प्रकाशीय डिस्क के लिए औद्योगिक मानक बन गई। तोशिबा की घोषणा के कुछ ही समय बाद यूनिवर्सल स्टूडियोज़, इसके प्रारम्भ से ही HD DVD का समर्थन करने वाला एकमात्र स्टूडियो, ने कहा "हालांकि तोशिबा के साथ अपनी घनिष्ठ साझेदारी को यूनिवर्सल मूल्यवान मानती है, लेकिन अब यह नए और सूचीबद्ध टाईटल्स को ब्लू-रे डिस्क पर रिलीज़ करने की ओर ध्यान केन्द्रित करने का समय है।"[39] पैरामाउंट स्टूडियोज़, जिसने 2007 के अंतिम दौर में केवल HD DVD प्रारूप में फिल्में रिलीज़ करना शुरू किया, ने भी कहा कि वह केवल ब्लू-रे डिस्क में रिलीज़ करना शुरू करेगा. दोनों स्टूडियोज़ ने मई-2008 में अपनी प्रारम्भिक ब्लू-रे उत्पाद श्रेणी की घोषणा की. इसके साथ ही, सभी प्रमुख हॉलीवुड स्टूडियोज़ अब ब्लू-रे का समर्थन करते हैं।[40]

एडम्स मीडिया रिसर्च के अनुसार, उच्च-परिभाषा सॉफ्टवेयर की बिक्री शुरुआती दो वर्षों में मानक DVD सॉफ्टवेयर की बिक्री की तुलना में धीमी थी।[41] पहले दो वर्षों (1997-98) में बेचीं गई 16.3 मिलियन मानक DVD सॉफ्टवेयर इकाइयों की तुलना में 8.3 मिलियन उच्च-परिभाषा सॉफ्टवेयर इकाइयां बेचीं गईं (2006-07).[41][42] अपेक्षाकृत छोटा बाज़ार (1998 में 100 मिलियन SDTVs की तुलना में 2007 में 26.5 मिलियन HDTVs) इस अंतर के लिए दिए जाने वाले कारणों में से एक था।[41][42] पूर्व HD DVD समर्थक Microsoft ने कहा है कि Xbox 360 के लिए ब्लू-रे डिस्क ड्राइव बनाने की उसकी कोई योजना नहीं है।[43]

प्रारूप युद्ध के समाप्त होते ही ब्लू-रे डिस्क ने लम्बी छलांग लगानी शुरू कर दी. नील्सन वीडियोस्कैन (Nielsen VideoScan) के बिक्री आंकड़ों ने यह दर्शाया कि कुछ शीर्षकों, जैसे 20th सेंचुरी फ़ॉक्स का हिटमैन, की कुल बिक्री में ब्लू-रे की हिस्सेदारी 14% तक थी, हालांकि उस वर्ष के पूर्वार्ध में इसका औसत लगभग 5% था। प्रारूप युद्ध की समाप्ति के शीघ्र बाद, NPD समूह (The NPD Group) के एक अध्ययन में यह पाया गया कि ब्लू-रे डिस्क के प्रति जागरूकता 60% अमरीकी घरों तक पहुंच चुकी थी। दिसंबर 2008 में, द डार्क नाईट (The Dark Knight) के विमोचन के पहले ही दिन संयुक्त राज्य अमरीका, कनाडा और युनाइटेड किंगडम में इसकी 600,000 प्रतियां बेचीं गईं.[44] विमोचन के एक सप्ताह बाद पूरे विश्व में द डार्क नाईट की 1.7 मिलियन से अधिक BD प्रतियां बेचीं जा चुकीं थीं, जिससे यह रिलीज़ के पहले ही सप्ताह में एक मिलियन से अधिक प्रतियां बेचने वाला पहला ब्लू-रे डिस्क शीर्षक बन गया।[45]

सिंगुलस टेक्नोलोजीज AG (Singulus Technologies AG) के अनुसार, DVD प्रारूप के विकास के दौरान इसे जिस गति से अपनाया गया था, उतने ही समय में ब्लू-रे को अधिक तेज़ गति से अपनाया जा रहा है। यह निष्कर्ष इस तथ्य पर आधारित था कि सिंग्युलस टेक्नोलोजीज को 2008 की पहली तिमाही के दौरान दोहरी-परत वाली 21 ब्लू-रे मशीनों के निर्माण के आदेश मिले, जबकि 1997 में इसी अवधि के दौरान इस प्रकार की 17 DVD मशीनें बनाएं गईं थीं।[46] और प्रकाशीय डिस्क के एक अन्य प्रमुख आपूर्तिकर्ता, एन्वेल टेक्नोलोजीज लिमिटेड (Anwell Technologies Limited) ने मई 2008 में विश्व की सबसे बड़ी व्यापार प्रदर्शन- मीडिया-टेक एक्सपो- के लिए अपने ब्लू-रे डिस्क उत्पादन उपकरण फ्रैंकफर्ट भेजे थे और उन्हें ब्लू-रे उत्पादन श्रेणी के लिए नया आदेश भी मिल गया था।[47] GfK रिटेल एंड टेक्नोलोजी (GfK Retail and Technology) के अनुसार, नवम्बर 2008 के प्रथम सप्ताह में, ब्लू-रे रिकार्डर की बिक्री जापान में DVD रिकार्डर की बिक्री से आगे निकल चुकी थी।[48] डिजिटल एंटरटेनमेंट ग्रुप (Digital Entertainment Group) के अनुसार, 2008 के अंत तक ब्लू-रे डिस्क प्लेबैक उपकरणों (सेट-टॉप बॉक्स और गेम कंसोल दोनों) की कुल संख्या 9.6 मिलियन तक पहुंच गई थी।[49] स्विकर एंड असोसिएट्स (Swicker & Associates) के अनुसार, संयुक्त राज्य अमरीका व कनाडा में 2006 में 1.2 मिलियन, 2007 में 19.2 मिलियन और 2008 में 82.4 मिलियन ब्लू-रे डिस्क सॉफ्टवेयर बेचे गए।[49] कुछ टिप्पणीकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि ब्लू-रे को किराए पर दिया जाना इस प्रौद्योगिकी को वहन कर पाने योग्य बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही इसे आगे बढ़ने की भी अनुमति देगा.[50]

2009 में क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान जब ब्लू-रे प्लेयर्स की कीमतें $100 से नीचे गिर गईं, तो DVDs पर अधिक फिल्में बिकीं क्योंकि ब्लू-रे डिस्क्स कम्प्यूटर, कार और शयन-कक्ष में पाए जाने वाले मानक DVD प्लेयर्स पर नहीं चलाईं जा सकती. सामान्यत: ब्लू-रे डिस्क की कीमत DVDs से $10 अधिक रखी जाती है, लेकिन इनके उत्पादन में बहुत अधिक लागत नहीं आती. बिक्री बढ़ाने के एक प्रयास के अंतर्गत, स्टूडियोज़ ब्लू-रे डिस्क तथा DVDs के संयुक्त (Combo) पैक रिलीज़ कर रहे हैं और साथ ही "डिजिटल प्रतियां" भी, जिन्हें कंप्यूटर तथा आइपॉड (iPods) पर चलाया जा सकता है। कुछ को "फ्लिपर (Flipper)" डिस्क पर रिलीज किया जाता है, जिनमें एक ओर ब्लू-रे डिस्क और दूसरी ओर DVD होती है। फिल्मों की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं को केवल ब्लू-रे डिस्क पर रिलीज़ करना और उन्हें DVDs में शामिल न करना अन्य रणनीतियां हैं। ब्लू-रे की नई प्रतिस्पर्धा इंटरनेट पर वीडियो और फिल्मों के साथ ही डिजिटल एंटरटेनमेंट कंटेंट इकोसिस्टम (Digital Entertainment Content Ecosystem) या डिज्नी के कीचेस्ट (Keychest) की तरह किसी भी उपकरण अथवा प्रारूप में फिल्मों का अभिगमन कर पाने की प्रौद्योगिकी विकसित करने में है।[51]

तकनीकी विनिर्देशन

अधिक जानकारी प्रकार, भौतिक आकार ...
प्रकार भौतिक आकार एकल परत क्षमता दोहरी परत क्षमता
डिस्क का मानक आकार 12 cm 25 GB / 23,866 MiB / 25025314816 B 50 GB / 47,732 MiB / 50050629632 B
मिनी डिस्क का आकार  8 cm 7.8 GB / 7430 MiB / 7791181824 B 15.6 GB / 14,860 MiB / 15582363648 B
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उच्च परिभाषा वीडियो को ब्लू-रे ROM डिस्क पर 1920x1080 पिक्सेल तक रेजोल्यूशन पर 60 फ्रेम्स प्रति सेकण्ड इंटरलेस्ड या 24 फ्रेम्स प्रति सेकण्ड प्रोग्रेसिव पर संग्रहित किया जा सकता है।[52]

अधिक जानकारी रेजोल्यूशन, फ्रेम दर ...
रेजोल्यूशन फ्रेम दर पहलू अनुपात कोडेक NTSC अन्य क्षेत्र
1920x1080 59.94-i1 16.9   हां हां
1920x1080 50-i2 16.9   नहीं हां
1920x1080 24-P 1, 23.976 p-1 16.9   हां हां
1920x1080 25-p 2 16.9   नहीं हां
1440x1080 59.94-i1 4.3 केवल MPEG-4 AVC / SMPTE VC-1 हां नहीं
1440x1080 50-i2 4.3 केवल MPEG-4 AVC / SMPTE VC-1 नहीं हां
1440x1080 24-P 1, 23.976 p-1 4.3 केवल MPEG-4 AVC / SMPTE VC-1 हां नहीं
1440x1080 25-p2 4.3 केवल MPEG-4 AVC / SMPTE VC-1 नहीं हां
1280x720 24-P 1, 23.976 p-1 16.9   हां नहीं
1280x720 25-p 2 16.9   नहीं हां
720x480 59.94-i1 4.3   हां नहीं
720×576 50-i2 4.3   नहीं हां
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नोट: 1 केवल NTSC क्षेत्र : 2 अन्य सभी क्षेत्र

लेजर और प्रकाशिकी

ब्लू-रे डिस्क में सूचनाओं को पढ़ने व लिखने के लिये 450 nm तरंग-दैर्घ्य पर संचालित होने वाले एक “नीले” (तकनीकी रूप से बैंगनी) लेज़र का प्रयोग किया जाता है। इसके द्वियग्र (Diodes) इंडीयम गैलियम नाइट्राइड (InGaN) लेज़र होते हैं; जो सीधे ही, अर्थात आवृत्ति दोहराव या किसी भी अन्य अरेखीय ऑप्टिकल पद्धति के बिना, 450 nm फ़ोटॉन्स उत्पन्न करते हैं। पारंपरिक DVDs तथा CDs लाल व लगभग अवरक्त (Infrared) लेज़र्स का प्रयोग क्रमशः 650 nm और 780 nm पर करती हैं।

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पैनासौनिक इन्टरनल ब्लू-रे ROM नोटबुक ड्राइव.शिप्स विथ Sony VAIO नोटबुक

नीली-बैंगनी लेज़र के संक्षिप्त तरंग-दैर्घ्य के कारण 12 सेमी की CD/DVD आकार की डिस्क पर अधिक मात्रा में सूचना को संग्रहित कर पाना संभव होता है। वह न्यूनतम “बिंदु-आकार” (Spot-size) जिस पर किसी लेज़र को केंद्रित किया जा सकता है, विवर्तन के द्वारा सीमित होता है तथा प्रकाश की तरंग-दैर्घ्य व इसे केंद्रित करने में प्रयुक्त लेन्स के अंकीय-छिद्र (Numerical Aperture) पर निर्भर करता है। तरंग-दैर्घ्य को घटाकर, अंकीय-छिद्र को 0.60 से 0.85 तक बढ़ाकर और अवांछित प्रकाशीय प्रभावों से बचने के लिये आवरण परत को पतला करके लेज़र किरण को एक छोटे बिंदु पर केंद्रित किया जा सकता है। ऐसा करने पर उतने ही स्थान का प्रयोग करके अधिक जानकारी संग्रहित की जा सकती है। ब्लू-रे डिस्क के लिये बिंदु-आकार 580 nm होता है। प्रकाशीय सुधारों के अतिरिक्त, ब्लू-रे डिस्क सूचना कोडीकरण में सुधार को भी प्रदर्शित करती है, जिससे इसकी क्षमता और अधिक बढ़ जाती है। (प्रकाशीय डिस्क की भौतिक संरचना की जानकारी के लिये कॉम्पैक्ट डिस्क देखें.)

हार्ड कोटिंग प्रौद्योगिकी

चूंकि ब्लू-रे डिस्क की सूचना परत DVD मानक की तुलना में डिस्क की सतह के ज्यादा करीब होती है, अतः इसमें खरोंच आने का खतरा अधिक था।[53] ब्लू-रे डिस्क की सुरक्षा के लिये प्रारंभ में इन्हें कवच (Cartridge) में रखा जाता था, जिनका आकार 2003 में सोनी द्वारा प्रस्तुत प्रोफेशनल डिस्क जैसा ही था।

कवच का प्रयोग करने पर इस डिस्क की कीमत और अधिक बढ़ जाती, जो कि पहले ही महंगी थी। अतः इसकी बजाय ऊपरी सतह को सख़्त बनाने (Hard-Coating) का विकल्प चुना गया। ब्लू-रे डिस्क को खरोंच से बचाने के लिये एक कार्यशील परत को विकसित करने वाली पहली कंपनी TDK थी। इसे ड्यूरेबिस नाम दिया गया। इसके अलावा सोनी और पैनासॉनिक, दोनों की प्रतिकृति विधियों में उनके स्वामित्व वाली हार्ड-कोटिंग प्रौद्योगिकियां शामिल हैं। सोनी के पुनर्लेखन माध्यम एक खरोंच-प्रतिरोधी और स्थिरता-विरोधी कोटिंग के उपयोग द्वारा चक्रीय रूप से लिपटे हुए होते हैं। वर्बेटिम की रिकॉर्ड व पुनर्लेखन-योग्य ब्लू-रे डिस्क स्वयं की हार्ड-कोट प्रौद्योगिकी का प्रयोग करती है, जिसे स्क्रैचगार्ड (ScratchGuard) कहा जाता है।

विनिर्देशन के अनुसार सभी ब्लू-रे डिस्क माध्यम खरोंच-प्रतिरोधी (Scratch-reistant) होने आवश्यक है।[54] DVD माध्यमों के लिए खरोंच-प्रतिरोधी होना आवश्यक नहीं है, लेकिन इस प्रौद्योगिकी के विकास के बाद कुछ कंपनियों, जैसे वर्बेटिम, ने रिकार्ड कर पाने योग्य (Recordable) DVD की महंगी श्रेणी के लिए हार्ड-कोटिंग लागू की है।

रिकॉर्डिंग गति

अधिक जानकारी ड्राइव की गति, डाटा दर ...
ड्राइव की गति डाटा दर ब्लू-रे डिस्क पर लिखने में लगानेवाला समय (मिनट में)
Mbit/s MB/s एकल-परत दोहरी-परत
1 × 36 4.5 90 180
2 × 72 9 45 90
4 × 144 18 23 45
6 × 216 27 15 30
8 × 288 36 12 23
12×[55] 432 8 15
बंद करें

अन्य वीडियो प्रारूपों से तुलना

विभिन्न माध्यमों के लिए आधुनिक, डिजिटल-शैली वाले रेजोल्यूशन (तथा पारंपरिक एनालॉग "प्रति चित्र ऊंचाई में TV पंक्तियां" मापन) की एक सूची नीचे दी गई है। इस सूची में केवल लोकप्रिय प्रारूप शामिल हैं। सभी मान NTSC में अनुमानित हैं। PAL सिस्टम के लिए "480" के स्थान पर "576" रखें.

  • 350x240 (निम्न-परिभाषा में 250 पंक्तियां): वीडियो CD
  • 350x480 (250 पंक्तियां): यूमैटिक, बीटामैक्स, VHS, Video8
  • 420x480(300 पंक्तियां): सुपर बीटा मैक्स, बीटाकैम (व्यावसायिक)
  • 460x480 (330 पंक्तियां): एनालॉग प्रसारण
  • 590x480 (420 पंक्तियां): लेज़रडिस्क (LaserDisc, सुपर VHS, Hi8
  • 700x480 (500 पंक्तियां): उन्नत परिभाषा बीटामैक्स (Enhanced Definition Betamax)

डिजिटल प्रारूप:

  • 720x480 (500 पंक्तियां): DVD, miniDV, Digital8
  • 720x480 (380 पंक्तियां): Widescreen DVD
  • 1280×720 (680 पंक्तियां): ब्लू-रे, D-VHS
  • 1440×1080 (760 पंक्तियां): miniDV (उच्च-परिभाषा संस्करण)
  • 1920×1080 (1020 पंक्तियां): ब्लू-रे, D-VHS
  • 2000×1080 (2010 पंक्तियां): new age plastic

सॉफ्टवेयर मानक

कोडेक्स

BD-ROM विनिर्देशन के अनुसार हार्डवेयर डीकोडर्स (प्लेयर्स) तथा मूवी सॉफ्टवेयर (सामग्री) दोनों के लिए विशिष्ट कोडेक्स संगतताएं अनिवार्य हैं।

वीडियो

वीडियो के लिए, सभी प्लेयर्स के लिए MPEG-2 Part 2, H.264/MPEG-4 AVC तथा SMPTE VC-1 का समर्थन करना आवश्यक है।[56] MPEG-2 नियमित DVDs पर प्रयोग किया जाने वाला कोडेक है, जो पश्चगामी संगतता (Backward Compatibility) की अनुमति देता है। MPEG-4 AVC का विकास MPEG एवं VCEG द्वारा किया गया था। कोडेक VC-1 को मुख्यत: Microsoft ने विकसित किया था। वीडियो युक्त BD-ROM शीर्षकों में वीडियो को तीन अनिवार्य कोडेक्स में से किसी एक का प्रयोग करके संग्रहित किया जाना चाहिए; एक ही शीर्षक में अनेक कोडेक्स का प्रयोग किया जा सकता है।

कोडेक का चुनाव उत्पादक की लाइसेंसिंग/रायल्टी लागत को तथा साथ ही, सम्पीड़न दक्षता में अंतर के कारण, अधिकतम प्रयोग समय को भी प्रभावित करता है। विशिष्टतया MPEG-2 वीडियो में कूटबद्ध (Encoded) डिस्क सामग्री उत्पादकों को एकल-परत (25 GB) BD-ROM पर लगभग दो घंटे की उच्च-परिभाषा सामग्री पर सीमित कर देती है। अधिक उन्नत वीडियो कोडेक्स (VC-1 तथा MPEG-4 AVC) का प्रयोग समय, सदृश्य गुणवत्ता के साथ, MPEG-2 से दोगुना होता है।

2006 के दौरान रिलीज़ की गई ब्लू-रे डिस्क की पहली श्रृंखला के लिए अनेक स्टूडियोज (पैरामाउंट पिक्चर्स सहित, जिसने प्रारम्भ में HD DVD रिलीज़ के लिए VC-1 कोडेक का प्रयोग किया था) द्वारा MPEG-2 का प्रयोग किया जाता था।[उद्धरण चाहिए] आधुनिक रिलीज़ अक्सर MPEG-4 AVC या VC-1 में कूटबद्ध होती हैं, जो फिल्म स्टूडियोज को एक ही डिस्क पर पूरी सामग्री रखने की अनुमति देती हैं, जिससे लागत कम होती है और प्रयोग की सरलता बढ़ती है। अधिकांश शीर्षकों के लिए विशिष्टत: प्रयुक्त SD (480i/p) के विपरीत, इन कोडेक्स का प्रयोग करने पर HD (1080i/p) में अतिरिक्त सामग्री रखने के लिए बहुत-सा स्थान भी मुक्त हो जाता है। कुछ स्टूडियोज, जैसे वार्नर ब्रदर्स, ने यह अतिरिक्त सामग्री मुख्य फीचर शीर्षक से भिन्न कोडेक में कूटबद्ध डिस्क पर रिलीज़ की है। उदाहरण के लिए, सुपरमैन रिटर्न्स की ब्लू-रे डिस्क रिलीज़ में फीचर फिल्म के लिए VC-1 और अतिरिक्त सामग्री के लिए MPEG-2 का प्रयोग किया गया है।[उद्धरण चाहिए] आज, वार्नर तथा अन्य स्टूडियोज अतिरिक्त सामग्री भी फीचर से मिलते-जुलते वीडियो कोडेक में ही प्रदान करते हैं।

ऑडियो

ऑडियो के लिए BD-ROM प्लेयर्स द्वारा डॉल्बी डिजीटल (AC-3), DTS तथा रेखीय PCM का समर्थन किया जाना आवश्यक है। वैकिल्प रूप से प्लेयर्स डॉल्बी डिजिटल प्लस एवं DTS-HD उच्च रेजोल्यूशन ऑडियो तथा साथ ही हानिरहित प्रारूपों Dolby TrueHD एवं DTS-HD मास्टर ऑडियो का समर्थन भी कर सकते हैं।[57] प्राथमिक साउंडट्रैक के लिए BD-ROM शीर्षकों द्वारा अनिवार्य योजनाओं में से एक का प्रयोग किया जाना आवश्यक है। यदि द्वितीयक ऑडियोट्रैक हो, तो उसमें किसी भी अनिवार्य या वैकल्पित्क कोडेक का प्रयोग किया जा सकता है।

बिट दर

डिजिटल टेलीविजन कार्यक्रमों को रिकॉर्ड कर रहे प्रयोक्ताओं के लिए, रिकार्डेबल ब्लू-रे डिस्क मानक की प्रारंभिक 36 Mbit/s डाटा दर किसी भी स्रोत (IPTV, केबल/उपग्रह अथवा स्थलीय) से आने वाले उच्च-परिभाषा प्रक्षेपण को रिकार्ड करने के लिए पर्याप्त होती है। BD वीडियो फिल्मों की अधिकतम डाटा अंतरण दर 54 Mbit/s, अधिकतम AV बिट दर 48 Mbit/s (ऑडियो व वीडियो डाटा दोनों के लिए) और अधिकतम वीडियो बिट दर 40 Mbit/s होती है। इसकी तुलना HD DVD मूवीज से की जा सकती हैं, जिनकी अधिकतम डाटा अंतरण दर 36 Mbit/s, अधिकतम बिट दर 30.24 Mbit/s व अधिकतम वीडियो बिट दर 29.4 Mbit/s होती है।[58]

कंटेनर प्रारूप

ऑडियो, वीडियो तथा अन्य धाराएं बहुरुपित (Multiplexed) होती हैं तथा ब्लू-रे वीडियो डिस्क में MPEG परिवहन धारा पर आधारित एक कंटेनर प्रारूप में संग्रहित की जाती हैं। इसे BDAV MPEG-2 परिवहन धारा के नाम से भी जाना जाता है और यह फ़ाइलनाम विस्तार .m2ts का प्रयोग कर सकती है।[59][60] मेनू समर्थन के साथ प्राधिकृत ब्लू-रे डिस्क वीडियो शीर्षक BDMV (ब्लू-रे डिस्क मूवी) प्रारूप में होते हैं तथा इनमें ऑडियो, वीडियो तथा अन्य धाराएं BDAV कंटेनर में अन्तर्निहित होती हैं।[61][62] BDAV (ब्लू-रे डिस्क ऑडियो/विजुअल) नामक एक अन्य प्रारूप भी पाया जाता है, जो मूवी रिलीज़ के लिए निर्मित BDMV डिस्क का एक उपभोक्ता उन्मुख विकल्प है। BDAV डिस्क प्रारूप का प्रयोग BD-RE तथा BD-R डिस्क पर ऑडियो/वीडियो रिकार्डिंग के लिए किया जाता है।[62] ब्लू-रे में MPEG परिवहन धारा (transport stream) रिकार्डिंग विधि का प्रयोग किया जाता है। यह परिवहन धाराओं को प्रारूप में परिवर्तन किये बिना डिजिटल प्रक्षेपणों को उनके मूल रूप में रिकार्ड करने में सक्षम बनाती है।[63] यह मूल रूप में रिकार्ड किये गए डिजिटल प्रक्षेपण के सुविधाजनक सम्पादन को भी सक्षम बनाती है, जिसमें डाटा को प्लेबैक धारा के पुनर्लेखन मात्र से संपादित किया जा सकता है। हालांकि यह अत्यंत स्वाभाविक है, एक उच्च-गति वाला तथा प्रयोग-में सरल पुनर्प्राप्ति तंत्र अंतनिर्हित होता है।[63][64] DVD की MPEG प्रोग्राम धाराओंकी तुलना में ब्लू-रे डिस्क वीडियो में MPEG परिवहन धारा का प्रयोग किया जाता है। यह अनेक वीडियो कार्यक्रमों को एक ही फ़ाइल में संग्रहित करने की अनुमति देता है ताकि उन्हें एक साथ (उदा. "चित्र में चित्र (Picture in picture)" प्रभाव के साथ) चलाया जा सके.

जावा सॉफ्टवेयर समर्थन

2005 के जावावन (JavaOne) व्यापार शो में यह घोषणा की गई कि सन माइक्रोसिस्टम्स का जावा क्रॉस-प्लैटफॉर्म सॉफ्टवेयर वातावरण सभी ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स में मानक के अनिवार्य भाग के रूप में शामिल किया जाएगा.[उद्धरण चाहिए] DVD वीडियो डिस्क में प्रयुक्त विधि के विपरीत ब्लू-रे डिस्क में जावा का प्रयोग अंत:सक्रिय (Interactive) मेनू के क्रियान्वयन के लिए किया जाता है। DVDs में पूर्व-प्रदत्त (pre-rendered) MPEG खण्डों तथा चयन-योग्य उप-शीर्षक चित्रों का प्रयोग किया जाता है, जो बहुत अधिक पुराने और बहुत ही कम सीवनहीन (Seamless) होते हैं। सम्मलेन में, जावा के निर्माता जेम्स गौस्लिंग (James Gosling) ने सुझाव दिया कि कुछ BD उपकरणों में जावा वर्चुअल मशीन तथा साथ ही नेटवर्क संयोजकता का प्रयोग इंटरनेट के माध्यम से ब्लू-रे डिस्क को अद्यतन करने एवं डिस्क का निर्माण करते समय उसमें शामिल न की गई सामग्री, जैसे उप-शीर्षक भाषाएं तथा प्रचार सामग्री, को जोड़ने की अनुमति देगा.[उद्धरण चाहिए] इस जावा संस्करण को BD-J कहा जाता है तथा यह वैश्विक रूप से निष्पादन योग्य (Globally Executable) MHP (GEM) मानक का एक उप-समुच्चय है; GEM मल्टीमीडिया होम प्लैटफॉर्म मानक का विश्वव्यापी संस्करण है। BD-J मेनू वाली अधिकांश ब्लू-रे डिस्क किसी फिल्म को उसी बिंदु से स्वत: ही आगे चलाने की अनुमति ब्लू-रे डिस्क प्लेयर को नहीं देती, जहां उसे रोका गया था।[उद्धरण चाहिए]

क्षेत्र कोड

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ब्लू-रे क्षेत्र के लिए मानक:[65][143][144][145]

DVDs के साथ प्रयुक्त क्षेत्रीय कोड्स के क्रियान्वयन के समान ही विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में बेचे जाने वाले ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स भी केवल उसी क्षेत्र के सामग्री प्रदाताओं द्वारा प्राधिकृत डिस्क को चलाने के लिए ही बनाए जाते हैं। ऐसा करने का उद्देश्य सामग्री प्रदाताओं (मोशन पिक्चर स्टूडियोज आदि) को सामग्री, मूल्य, रिलीज़ तिथि इत्यादि में क्षेत्र के आधार पर उत्पादों में भिन्नता का समर्थन करने की क्षमता प्रदान करना है। ब्लू-रे डिस्क एसोसियेशन के अनुसार, "सभी ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स...(तथा) ब्लू-रे डिस्क से सुसज्जित कम्प्यूटर तंत्रों द्वारा क्षेत्रीय कोडिंग का समर्थन करना आवश्यक है।" हालांकि, "क्षेत्र प्लेबैक कोड का प्रयोग सामग्री प्रदाताओं के लिए वैकल्पिक है।.."[66] कुछ मौजूदा आकलनों का सुझाव है कि प्रमुख स्टूडियोज से उपलब्ध ब्लू-रे (मूवीज) डिस्क में से 70% क्षेत्र-कोड-मुक्त हैं और इसलिए उन्हें किसी भी क्षेत्र में किसी भी ब्लू-रे डिस्क प्लेयर पर चलाया जा सकता है।[67]

मूवी स्टूडियोज की क्षेत्र कोडिंग रणनीतियां भिन्न होती हैं। प्रमुख अमरीकी स्टूडियोज में से पैरामाउन्ट पिक्चर्स तथा यूनिवर्सल स्टूडियोज ने अपने सभी शीर्षक क्षेत्र-मुक्त रिलीज़ किये हैं।[68][69] सोनी पिक्चर्स और वार्नर ब्रदर्स ने अपने अधिकांश शीर्षक क्षेत्र-मुक्त रिलीज़ किये हैं।[70][71][72] लायंसगेट (Lionsgate) और वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स ने क्षेत्र-मुक्त व क्षेत्र-कोडित शीर्षकों का एक मिश्रण रिलीज़ किया है।[73][74] 20th सेंचुरी फॉक्स (20th Century Fox) ने अपने अधिकांश शीर्षक क्षेत्र-कोडित रिलीज़ किये हैं।[75]

ब्लू-रे डिस्क कोडीकरण योजना विश्व को तीन क्षेत्रों में बांटती है, जिन्हें 'A', 'B' व 'C' के रूप में चिन्हित किया गया है।

  • क्षेत्र A में उत्तरी, मध्य व दक्षिणी अमरीका का अधिकांश भाग तथा दक्षिण एशियाई देश एवं ताइवान, हांग कांग, जापान और कोरिया शामिल हैं।
  • क्षेत्र B में यूरोप का अधिकांश भाग, अफ्रीकी तथा दक्षिण-पश्चिम एशिया के देश एवं आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड शामिल हैं।
  • क्षेत्र C में शेष मध्य व दक्षिण एशियाई देश तथा चीन एवं रूस शामिल हैं।

क्षेत्र कोडिंग प्रतिबंधों को धोखा देने के उद्देश्य से कभी-कभी बाहरी पक्षों (third-parties) द्वारा स्वतन्त्र (Stand-alone) ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स को संशोधित कर दिया जाता है, ताकि किसी भी क्षेत्र कोड वाली ब्लू-रे (तथा DVD) डिस्क को चलाने की अनुमति दी जा सके.[76] कम्प्यूटर BD डिस्क प्लेयर अनुप्रयोगों को अनिश्चित काल के लिए बहु-क्षेत्रीय बनाने हेतु इनमें से कुछ के ब्लू-रे डिस्क क्षेत्र काउंटर को पुनर्निर्धारित (reset) करने की प्रक्रिया का वर्णन करनेवाले निर्देश ("हैक्स") वीडियो-उत्साही वेबसाइटों व फोरम पर भी नियमित रूप से लिखे जाते हैं। DVD क्षेत्र कोड के विपरीत, ब्लू-रे क्षेत्र कोड केवल प्लेयर सॉफ्टवेयर द्वारा सत्यापित किये जाते हैं, ड्राइव तथा कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा नहीं. यह कोड प्लेयर प्रोग्राम की एक फ़ाइल या रजिस्ट्री में संग्रहित होता है। स्वतन्त्र प्लेयर्स में यह फर्मवेयर का एक भाग होता है।

डिजिटल अधिकारों का प्रबंधन

ब्लू-रे डिस्क प्रारूप में डिजिटल अधिकार प्रबंधन के विभिन्न स्तरों का प्रयोग किया जाता है।[77][78]

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द AACS की डिक्रिप्शन प्रक्रिया.

AACS

एडवांस्ड एक्सेस कंटेंट सिस्टम (AACS) सामग्री के वितरण और डिजिटल अधिकारों के प्रबंधन के लिए एक मानक है। इसे AS लाइसेंसिंग एडमिनिस्ट्रेटर, LLC (AACS LA) नामक एक संघ द्वारा विकसित किया गया है, जिसमें डिज्नी, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, पैनासॉनिक, वार्नर ब्रदर्स, IBM, तोशिबासोनी शामिल हैं।

2006 से उपकरणों में इसकी उपस्थिति के बाद से इस प्रारूप पर अनेक सफल आक्रमण किये जा चुके हैं। सर्वप्रथम ज्ञात आक्रमण एक विश्वसनीय उपभोक्ता समस्या पर आश्रित था। साथ ही, विकोडन कुंजियां (Decryption keys) एक कमजोर रूप से रक्षित प्लेयर (WinDVD) से निकाली गईं थीं। चूंकि, नए रिलीज़ में कुंजियों को बदला जा सकता है, अतः यह केवल एक अस्थाई आक्रमण है और नवीनतम डिस्क को विकोडित करने के लिए लगातार नई कुंजियों की खोज करना अनिवार्य होता है।[79] चूहे और बिल्ली का यह खेल विभिन्न चक्रों से होकर गुज़र चुका है और अगस्त 2008 की जानकारी के अनुसार सभी वर्तमान AACS विकोडन कुंजियां इंटरनेट पर उपलब्ध हैं।[उद्धरण चाहिए]

BD+

BD+ को क्रिप्टोग्राफी रिसर्च इनकार्पोरेटेड (Cryptography Research Inc.) द्वारा विकसित किया गया है और यह डिजिटल सामग्री के स्व-संरक्षण की उनकी अवधारणा पर आधारित है।[80] BD+, प्राधिकृत प्लेयर्स में अन्तः स्थापित एक प्रभावी रूप से छोटी आभासीय मशीन, सामग्री प्रदाताओं को ब्लू-रे डिस्क पर क्रियान्वयन-योग्य प्रोग्रामों को शामिल करने की अनुमति देती है। इस प्रकार के प्रोग्राम्स निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं:[77]

  • मेज़बान वातावरण का परीक्षण करके यह देखना कि क्या प्लेयर के साथ कोई छेड़-छाड़ की गई है। लाइसेंसधारी प्रत्येक प्लेबैक उपकरण उत्पादक द्वारा उसके उपकरणों की पहचान हेतु मेमोरी पदचिन्हों के साथ एक BD+ लाइसेंसिंग प्राधिकार प्रदान किया जाना अनिवार्य होता है।
  • इस बात को सत्यापित करना कि प्लेयर की कुंजियों को बदला नहीं गया है।
  • मूल कोड को क्रियान्वित करना, संभवतः एक अन्यथा असुरक्षित सिस्टम को ढंकने के लिए.
  • ऑडियो और वीडियो आउटपुट को रूपांतरित करना. सामग्री के कुछ भाग तब तक देखे नहीं जा सकेंगे, जब तक BD+ प्रोग्राम को उन्हें खोलने न दिया जाए.

यदि एक प्लेबैक उपकरण निर्माता यह पाता है कि उसके उपकरणों को हैक कर लिया गया है, तो वह इस भेद्यता का पता लगाने व उसे धोखा देने के लिए संभावित BD+ कोड रिलीज़ कर सकता है। फिर ये प्रोग्राम सामग्री के सभी नए रिलीज़ में शामिल किये जा सकते हैं।[उद्धरण चाहिए]

BD+ वर्चुअल मशीन के विनिर्देशन केवल लाइसेंसधारी उपकरण उत्पादकों को ही उपलब्ध होते हैं। लाइसेंसधारी वाणिज्यिक अनुकूलकों (Licensed Commercial Adopters) की एक सूची BD+ वेबसाइट पर उपलब्ध है।

BD+ का प्रयोग करनेवाले सबसे पहले शीर्षक अक्टूबर 2007 में रिलीज़ किये गए थे। AnyDVD HD प्रोग्राम के विभिन्न संस्करणों द्वारा BD+ सुरक्षा के संस्करणों को धोखा दिया जा चुका है। BD+ सुरक्षा को धोखा देने की योग्यता रखने के लिए प्रसिद्ध एक अन्य प्रोग्राम DumpHD (संस्करण 0.6 व अधिक, कुछ समर्थक सॉफ्टवेयर के साथ) है, जो कि फ्रीवेयर लाइसेंस के साथ उपलब्ध है और MacOS X, लिनक्स, विन्डोज़ तथा जावा को चलानेवाले अन्य प्रोग्राम्स के साथ संगतता के लिए जाना जाता है।[81]

BD-ROM मार्क

BD-ROM मार्क क्रिप्टोग्राफिक डाटा की एक छोटी मात्रा है, जिसे सामान्य ब्लू-रे डिस्क डाटा से अलग संग्रहित किया जाता है। उन बिट-दर-बिट प्रतियों को डीकोड करना असंभव होता है, जो BD-ROM मार्क की प्रतिलिपि नहीं बनातीं.[उद्धरण चाहिए] प्रतिलिपि बनाने (Replication) के दौरान माध्यम में ROM-चिन्ह डालने के लिए हार्डवेयर के एक विशेष रूप से लाइसेंसीकृत भाग की आवश्यकता होती है। BDA का विश्वास है कि विशेष हार्डवेयर तत्त्व की लाइसेंसिंग के द्वारा वह प्राधिकार के बिना बड़े पैमाने पर BD-ROM का उत्पादन किये जाने की संभावना को दूर कर सकेगी.[उद्धरण चाहिए]

प्लेयर प्रोफाइल

BD-ROM विनिर्देशन में ब्लू-रे डिस्क प्लेयर के चार प्रोफाइल परिभाषित किये गए हैं, जिनमें एक केवल-ऑडियो (Audio-only) प्लेयर प्रोफाइल (BD-Audio) भी शामिल है, जिसमें वीडियो डीकोडिंग या BD-J की आवश्यकता नहीं होती.[82] वीडियो-आधारित प्लेयर के तीनों प्रोफाइल (BD-Video) के लिए हार्डवेयर समर्थन के विभिन्न स्तरों के साथ, BD-J के पूर्ण क्रियान्वयन की आवश्यकता होती है।

अधिक जानकारी विशेषता, BD-ऑडियो ...
विशेषता BD-ऑडियो BD-वीडियो
ग्रेस पीरियड [d] बोनस व्यू BD-लाइव [e]
प्रोफ़ाइल 3.0[c] प्रोफाइल 1.0 प्रोफाइल 1.1 प्रोफाइल 2.0
अंत:निर्मित स्थायी मेमोरी नहीं 64 KB 64 KB 64 KB
स्थानीय भंडारण क्षमता [a] नहीं वैकल्पिक 256 MB 1 GB
द्वितीयक वीडियो विकोडक (pip) नहीं वैकल्पिक अनिवार्य अनिवार्य
द्वितीयक ऑडियो विकोडक[b] नहीं वैकल्पिक अनिवार्य अनिवार्य
वर्चुअल फ़ाइल सिस्टम नहीं वैकल्पिक अनिवार्य अनिवार्य
इंटरनेट कनेक्शन क्षमता नहीं नहीं नहीं अनिवार्य
बंद करें

^ a इसका प्रयोग ऑडियो/वीडियो तथा टाइटल अपडेट के संग्रहण के लिए किया जाता है। यह एक अंत:निर्मित मेमोरी या कोई हटाया जा सकने वाला (Removable) माध्यम, जैसे एक मेमोरी कार्ड या USB फ्लैश मेमोरी, हो सकता है।
^ b एक द्वितीयक ऑडियो विकोडक का प्रयोग विशिष्ट रूप से अंत:सक्रिय ऑडियो व विवरण (Commentary) के लिए किया जाता है।
[186]c प्रोफाइल 3.0 एक अलग केवल-ऑडियो प्लेयर प्रोफ़ाइल है। पहला ब्लू-रे अल्बम Lindberg Lyd. रिकार्ड लेबल द्वारा रिलीज़ किया गया Divertimenti था, जो कि PS3 पर चलने के लिए प्रमाणित किया जा चुका है।[83][84]
[191]d प्रारंभिक मानक प्रोफ़ाइल के रूप में भी जाना जाता है।
[192]e अंतिम मानक प्रोफ़ाइल के रूप में भी जाना जाता है।

बाज़ार में रिलीज़ किये गए नए BD-Video प्लेयर्स के लिए न्यूनतम प्रोफाइल के रूप में ग्रेस पीरियड प्रोफाइल (Grace Period Profile) का स्थान 1 नवम्बर 2007 को बोनस व्यू (Bonus View) ने ले लिया।[85] जब बोनस व्यू या BD-लाइव हार्डवेयर क्षमताओं पर आधारित अंत:सक्रिय विशेषताओं के साथ प्राधिकृत न किया गया कोई ब्लू-रे डिस्क सॉफ्टवेयर प्रोफाइल 1.0 प्लेयर के साथ chalaaya जाता है, तो यह डिस्क की प्रमुख विशेषताओं को चलाने में सक्षम होता है, लेकिन कुछ अतिरिक्त विशेषताएं उपलब्ध न होना संभव है अथवा उनकी क्षमता सीमित रहेगी.[86]

BD-लाइव

बोनस व्यू और BD-लाइव के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि BD-लाइव में ब्लू-रे डिस्क प्लेयर के लिए इंटरनेट आधारित सामग्री का अभिगमन करने हेतु एक इन्टरनेट कनेक्शन का होना आवश्यक होता है। BD-लाइव की विशेषताओं में इंटरनेट चैट, निदेशक के साथ पूर्व-निर्धारित चैट, इन्टरनेट गेम्स, डाउनलोड की जा सकने योग्य लघु-फिल्में (Featurettes), डाउनलोड की जा सकने योग्य पहेलियां, तथा डाउनलोड किये जा सकने योग्य फिल्म-ट्रेलर्स शामिल हैं।[87][88][89] ध्यान दें कि कुछ बोनस व्यू प्लेयर्स में एक ईथरनेट पोर्ट हो सकता है, लेकिन उनका प्रयोग फर्मवेयर अद्यतन के लिए किया जाता है और इंटरनेट-आधारित सामग्री के लिए नहीं किया जाता.[उद्धरण चाहिए] साथ ही, इस सामग्री को संभालने के लिए प्रोफाइल 2.0 में अधिक स्थानीय संग्रहण की भी आवश्यकता होती है।

नवीनतम प्लेयर्स तथा प्लेस्टेशन 3 के अपवाद के अलावा, प्रोफाइल 1.0 प्लेयर्स को बोनस व्यू अथवा BD-लाइव संगत होने के लिए प्रोन्नत नहीं किया जा सकता.[90][91][92]

पश्चगामी संगतता

यद्यपि यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन ब्लू-रे डिस्क एसोसियेशन की यह सिफारिश है कि पश्चगामी संगतता (Backward Compatibility) के लिए ब्लू-रे डिस्क ड्राइव्स में मानक DVDs एवं CDs को पढ़ने की क्षमता भी होनी चाहिए.[93] 2006 में रिलीज़ किये गए कुछ प्रारम्भिक ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स मानक DVDs को चला पाने में सक्षम थे, लेकिन CDs को नहीं.[94][95][96]

वर्तमान में जारी विकास

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एक प्रयोगात्मक 200GB रीराइटेबल ब्लू-रे डिस्क का मुख.

यद्यपि ब्लू-रे डिस्क विनिर्देशन को अंतिम रूप दिया जा चुका है, तथापि इस तकनीक को उन्नत बनाने के लिए इंजीनियर्स लगातार कार्य कर रहे हैं। क्वैड-परत (100 GB) डिस्क का प्रदर्शन संशोधित प्रकाशिकी (TDK संस्करण) तथा मानक अपरिवर्तित प्रकाशिकी ("हिताची ने एक मानक ड्राइव का प्रयोग किया था।") के साथ किया जा चुका है।[97][98] हिताची ने कहा कि इस प्रकार की एक डिस्क का प्रयोग 32 Mbit/s वीडियो (HDTV) के सात घंटों या 64 Mbit/s वीडियो (Cinema 4K) के 3.5 घंटों को संग्रहित करने के लिए किया जा सकता है। अगस्त 2006 में TDK ने यह घोषणा की कि उन्होंने छ: 33 GB डाटा परतों का प्रयोग करके एक कार्यरत प्रायोगिक ब्लू-रे डिस्क का निर्माण किया है, जो एक ओर 200 GB डाटा को रख पाने में सक्षम है।[99]

CES 2007 में, बंद दरवाजों के पीछे, Ritek ने यह उदघाटित किया कि उन्होंने उच्च परिभाषा वाली एक प्रकाशीय डिस्क प्रक्रिया सफलतापूर्वक विकसित कर ली है, जो डिस्क की क्षमता को दस परतों तक बढ़ा देती है, जिससे डिस्क की क्षमता 250 GB तक बढ़ जाती है। हालांकि, उन्होंने ध्यान दिलाया कि मुख्य बाधा यह है कि वर्त्तमान रीड/राइट तकनीक अतिरिक्त परतों का समर्थन नहीं कराती.[100]

JVC ने तीन-परतों वाली एक तकनीक विकसित की है, जो मानक-परिभाषा DVD तथा HD, दोनों के डाटा को एक BD/(मानक) DVD संयोजन पर रखने की अनुमति देती है। यदि सफलतापूर्वक वाणिज्यीकृत कर लिया जाए, तो यह उपभोक्ता को एक ऐसी डिस्क खरीदने की क्षमता देगी, जिसे वर्त्तमान DVD प्लेयर्स पर चलाया जा सकेगा और जो BD प्लेयर्स पर चलाये जाने पर अपने HD संस्करण को प्रदर्शित करेगी.[101] जापानी प्रकाशीय डिस्क उत्पादक इन्फिनिटी (Infinity) ने घोषणा की थी कि प्रथम "संकरित" ब्लू-रे डिस्क/(मानक) DVD संयोजन, 18 फ़रवरी 2009 को रिलीज़ किया जाएगा. "कोड ब्लू" में डिस्क के एक ही ओर एकल ब्लू-रे डिस्क परत (25 GB) वाली चार संकरित डिस्क तथा दो DVD परतें (9 GB) होंगी.[102]

जनवरी 2007 में, हिताची ने चार परतों वाली एक 100 GB ब्लू-रे डिस्क प्रदर्शित की, जिसमें से प्रत्येक परत 25 GB की थी।[103] TDK और पैनासॉनिक की 100 GB डिस्क के विपरीत, इनका दावा है कि यह डिस्क वर्त्तमान में प्रयोग की जा रही मानक ब्लू-रे डिस्क ड्राइव पर पढ़ी जा सकती हैं और यह माना जाता है कि इसे वर्तमान प्लेयर्स तथा ड्राइव्स पर पढ़े जाने योग्य बनाने के लिए केवल फर्मवेयर अद्यतन करने की आवश्यकता है।[104]

दिसंबर 2008 में, पायनियर कार्पोरेशन ने एक 400 GB ब्लू-रे डिस्क (16 डाटा परतों वाली, जिनमें से प्रत्येक 25 GB की थी) का अनावरण किया, जो कि फर्मवेयर को अद्यतन कर लेने पर वर्त्तमान प्लेयर्स के साथ संगत होगी. इसके विमोचन के लिए नियोजित समय-सीमा ROM के लिए 2009-10 तथा पुनर्लेखन योग्य डिस्क के लिए 2010-13 रखी गई है। 2013 तक एक 1 TB ब्लू-रे डिस्क का निर्माण करने के लिए विकास कार्य जारी है।[105]

CES 2009 में, पैनासॉनिक ने प्रथम पोर्टेबल ब्लू-रे डिस्क प्लेयर, DMP-B15, का तथा शार्प ने LC-BD60U एवं LC-BD80U श्रेणी, प्रथम LCD HDTVs, जिनमें एकीकृत ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स हैं, का अनावरण किया। शार्प ने यह घोषणा भी कि है कि 2009 के अंत में वे एकीकृत ब्लू-रे डिस्क रिकार्डर वाले HDTVs को संयुक्त राज्य अमरीका में बेचना शुरू कर देंगे.

अप्रैल 2008 के अनुसार [dated info], ब्लू-रे डिस्क के लिए एक संयुक्त लाइसेंसिंग समझौते को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।[106] एक संयुक्त लाइसेंसिंग समझौते के होने पर कंपनियों के लिए ब्लू-रे डिस्क का लाइसेंस ले पाना आसान हो जाएगा और उन्हें उस प्रत्येक कम्पनी के पास जाने की आवश्यकता नहीं होगी, जिसके पास ब्लू-रे डिस्क पेटेंट का स्वामित्व है। यही कारण है कि DVD6C लाइसेंसिंग एजेंसी द्वारा अंतत: DVD के लिए एक संयुक्त लाइसेंसिंग समझौता बनाया गया था।[107]

3D टेलीविजन सामग्री को ब्लू-रे डिस्क पर रखने के लिए मानक परिभाषित करने में सहायता के लिए ब्लू-रे डिस्क एसोसियेशन ने एक कार्य-दल का गठन किया, जिसमें फिल्म उद्योग तथा उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक्स एवं IT क्षेत्र के अधिकारी शामिल थे।[108] 17 दिसम्बर 2009 को, BDA ने वर्तमान 2D ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स के साथ पश्चगामी संगतता के साथ ब्लू-रे डिस्क के लिए 3D चश्मों की आधिकारिक रूप से घोषणा की.[109] "ब्लू-रे 3D विनिर्देशन वर्त्तमान में सभी ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स द्वारा समर्थित ITU-T H.264 एडवांस्ड वीडियो कोडिंग (AVC) कोडेक के एक विस्तार, मल्टीव्यू वीडियो कोडिंग (MVC), का प्रयोग करके 3D वीडियो की एन्कोडिंग करने की मांग करता है। MPEG4-MVC बाईं व दाहिनी, दोनों आँखों के दृश्यों को समकक्ष 2D सामग्री की तुलना में एक विशिष्ट 50% ओवरहेड के साथ संपीड़ित करता है तथा वर्तमान 2D ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स के साथ पूर्ण 1800p रेजोल्यूशन पश्चगामी संगतता प्रदान कर सकता है।" [243] साथ ही, सोनी के अनुसार, प्लेस्टेशन 3 कंसोल 3D डिस्क के प्रदर्शन के लिए एक फार्मवेयर अद्यतन के लिए पात्र होगा.

1 जनवरी 2010 को, सोनी ने, पैनासॉनिक के साथ मिलकर, अपनी ब्लू-रे डिस्क की संग्रहण क्षमता 25 GB से बढ़ाकर 35.4 GB करने की योजना की घोषणा की. सोनी के अनुसार, यह बढ़ी हुई डिस्क, एक फार्मवेयर अद्यतन के साथ वर्तमान व्लू-रे डिस्क प्लेयर्स पर पढी जाने योग्य होगी. बढे हुए स्थान को शामिल करने के लिए कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन Blu-ray.com के अनुसार "यह इस वर्ष के अंत में किसी समय होना संभावित है।"[110]

विभिन्न संस्करण

मिनी ब्लू-रे डिस्क

"मिनी ब्लू-रे डिस्क" ("मिनी-BD" और "मिनी ब्लू-रे" भी) एक ब्लू-रे डिस्क का 8 cm (~3in)- व्यास वाला एक कॉम्पैक्ट संस्करण है, जिसमें लगभग 7.5GB डाटा संग्रहित किया जा सकता है। इसकी अवधारणा MiniDVD तथा MiniCD के समान ही है। मिनी ब्लू-रे डिस्क के रिकार्ड किये जा सकने योग्य (Recordable) (BD-R) तथा पुनर्लेखन योग्य (Rewritable) (BD-RE) संस्सकरण विशिष्टत: कॉम्पैक्ट कैमकोर्डर और अन्य कॉम्पैक्ट रिकार्डिंग उपकरणों के लिए विकसित किये गए हैं।[111]

ब्लू-रे डिस्क रिकार्डेबल

"ब्लू-रे डिस्क रिकार्डेबल" दो प्रकाशीय डिस्क प्रारूपों को उल्लेखित करता है, जिन्हें एक प्रकाशीय डिस्क रिकार्डर के साथ रिकार्ड किया जा सकता है। BD-R डिस्क को एक बार लिखा जा सकता है, जबकि BD-RE को अनेक बार मिटाया व पुन: लिखा जा सकता है। ब्लू-रे डिस्क के लिए वर्तमान अधिकतम व्यावहारिक गति 12x है। घूर्णन की उच्च गति (10,000+ rpm) के कारण डिस्क लड़खड़ाने लगती है, जिससे इसे अच्छी तरह नहीं पढ़ा जा सकता, जैसा कि 20x एवं 52x की अधिकतम गतियों में क्रमश: मानक DVDs तथा CDs के साथ भी होता है।

सितम्बर 2007 से, BD-RE 8 cm के छोटे मिनी ब्लू-रे डिस्क आकार में भी उपलब्ध है।[111][112]

18 सितम्बर 2007 को, पायनियर और मित्सुबिशी ने मिलकर BD-R LTH ("Low to High" in groove recording) का विकास किया, जिसकी विशेषता एक कार्बनिक डाई रिकार्डिंग परत है, जिसे वर्तमान CD-R एवं DVD-R में संशोधन करके विकसित किया जा सकता है, जिससे उत्पादन की लागत लक्षणीय रूप से कम हो जाती है।[113] फरवरी 2008 में, ताइयो युदेन, मित्सुबिशी और मैक्सेल ने पहली BD-R LTH डिस्क रिलीज़ की,[114] और मार्च 2008 में सोनी के प्लेस्टेशन 3 को 2.20 फार्मवेयर अपडेट के साथ BD-R LTH के लिए आधिकारिक समर्थन प्राप्त हुआ।[115] मई 2009 में, वर्बेटिम/मित्सुबिशी ने उद्योग के पहले 6X BD-R LTH माध्यम की घोषणा की, जो 25 GB डिस्क को लगभग 16 मिनटों में रिकार्ड करने की अनुमति देता है।[116]

120 mm प्रकाशीय डिस्क (अर्थात CDs तथा मानक DVDs) की पिछली रिलीज़ के विपरीत, ब्लू-रे के प्रथम प्रवेश के लगभग साथ ही बाज़ार में ब्लू-रे रिकार्डर्स का भी आगमन हुआ।

BD9 और BD5

25/50 GB BD-ROM के एक लागत-प्रभावी विकल्प के रूप में वार्नर होम वीडियो ने ब्लू-रे डिस्क एसोसियेशन के सामने BD9 प्रारूप को प्रस्तुत किया। इस प्रारूप द्वारा ब्लू-रे डिस्क वीडियो के समान ही कोडेक्स तथा प्रोग्राम संरचना का प्रयोग किया जाना अभीष्ट था, परन्तु इसे कम महंगी 9GB दोहरी-परत वाली DVD पर रिकार्ड किया जाना था। लाल-लेज़र वाला यह माध्यम 25/50GB ब्लू-रे माध्यमों से कम उत्पादन लागत में वर्तमान DVD उत्पादन पंक्तियों पर ही उत्पादित किया जा सकता था।[117]

"दबाई गई (pressed)" डिस्क पर सामग्री की रिलीज़ के लिए BD9 का प्रयोग कभी लोकप्रिय नहीं हुआ है। प्रारूप युद्ध की समाप्ति के बाद प्रमुख उत्पादकों ने ब्लू-रे डिस्क का उत्पादन बढ़ा दिया और उनकी कीमत DVD डिस्क के स्तर तक कम कर दी. वहीं दूसरी ओर, सस्ते DVD माध्यमों के प्रयोग का विचार एकल प्रयोक्ताओं के बीच लोकप्रिय हुआ। इस प्रारूप का एक निम्न-क्षमता वाले संस्करण, जो एकल-परत 4.5GB DVD का प्रयोग करता है, को अनौपचारिक रूप से BD5 कहा जाता है। इन दोनों प्रारूपों का प्रयोग एकल प्रयोक्ताओं द्वारा ब्लू-रे प्रारूप में उपलब्ध उच्च-परिभाषा वाली सामग्री को रिकार्डेबल DVD माध्यमों पर रिकार्ड करने के लिए किया जाता है।[118][119]

इस तथ्य के बावजूद कि BD9 प्रारूप को BD-ROM के बुनियादी प्रारूप के एक भाग के रूप में अपनाया गया है, कोई भी वर्तमान ब्लू-रे प्लेयर मॉडल स्पष्ट रूप से इसका समर्थन नहीं करता. अर्थात, इस बात की कोई गारंटी नहीं दी जाती कि BD9 तथा BD5 प्रारूपों में रिकार्ड की गई डिस्क मानक ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स पर चलाई जा सकेंगी.

AVCHD तथा AVCREC भी DVD डिस्क की तरह सस्ते माध्यमों का प्रयोग करते हैं, लेकिन BD9 और BD5 के विपरीत इन प्रारूपों में अंत:सक्रियता, कोडेक प्रकार तथा डाटा दरें सीमित होती हैं।

AVCHD

AVCHD को मूलत: टेपरहित उपभोक्ता कैमकॉर्डर्स के लिए एक उच्च परिभाषा प्रारूप के रूप में विकसित किया गया है। ब्लू-रे डिस्क विनिर्देशन से लिया गया AVCHD निम्न डाटा दर, सरल अंत:सक्रियता तथा सस्ते माध्यमों का प्रयोग करता है। AVCHD विनिर्देशन AVC-एनकोडेड वीडियो को DVD डिस्क पर तथा साथ ही अन्य प्रकार के यादृच्छिक अभिगमन माध्यमों (Random Access Media), जैसे SD/SDHC मेमोरी कार्ड, "मेमोरी स्टिक" कार्ड तथा हार्ड-डिस्क ड्राइव पर रिकार्ड करने की अनुमति देता है।[120]

प्राथमिक रूप से एक अभिग्रहण प्रारूप होने के कारण AVCHD का प्रयोग सस्ते माध्यमों, जैसे पारंपरिक DVD डिस्क तथा फ्लैश मेमोरी कार्ड का प्रयोग करके उच्च परिभाषा वीडियो के वितरण के लिए भी किया जा सकता है। कई ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स DVD डिस्क से AVCHD को चलाने का समर्थन करते हैं। पैनासॉनिक तथा JVC HD के अनेक टेलीविजन सेट्स तथा ब्लू-रे डिस्क प्लेयर्स SDHC मेमोरी कार्ड्स से AVCHD को चलाने का समर्थन करते हैं।

AVCREC

AVCREC पारंपरिक DVD डिस्क पर उच्च-परिभाषा सामग्री को रिकार्ड करने के लिए BDAV कंटेनर का प्रयोग करता है।[121] वर्तमान में AVCREC जापानी ISDB प्रसारण मानक के साथ दृढतापूर्वक एकीकृत है और जापान से बाहर इसका विपणन नहीं किया जाता. AVCREC का प्रयोग मुख्यत: सेट-टॉप डिजिटल वीडियो रिकार्डर में किया जाता है और इस संबंध में इसकी तुलना HD REC के साथ की जा सकती है।

इन्हें भी देखें

Blu-ray प्रवेशद्वार
  • ब्लू-रे डिस्क संलेखन
  • ब्लू-रे डिस्क रिकॉर्ड युक्त
  • उच्च परिभाषा ऑप्टिकल डिस्क प्रारूपों की तुलना
  • HD-DVD
  • HDTV

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

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