दीवाना 1992 की हिन्दी भाषा की नाटकीय प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसका निर्देशन राज कँवर ने किया। मुख्य भूमिका में ऋषि कपूर, दिव्या भारती और शाहरुख खान है। यह शाहरुख की पहली फिल्म थी और वह फिल्म के दूसरे भाग में ही दिखाई देते हैं। दिल आशना है शाहरुख खान की पहली फिल्म होने वाली थी, लेकिन दीवाना को पहले जून 1992 को रिलीज़ किया गया। इसलिए यह उनकी पहली फिल्म हुई। यह फ़िल्म 1992 की बेटा के बाद दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म थी। इस फ़िल्म ने 17 करोड़ की कमाई की। इसका संगीत 1992 का सबसे ज्यादा बिकने वाला संगीत था।
दीवाना | |
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दीवाना का पोस्टर | |
निर्देशक | राज कँवर |
निर्माता |
गुड्डू धनोआ, ललित कपूर |
अभिनेता |
ऋषि कपूर, दिव्या भारती, शाहरुख़ ख़ान, अमरीश पुरी |
संगीतकार | नदीम श्रवण |
प्रदर्शन तिथि |
26 जून 1992 |
लम्बाई |
162 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
काजल (दिव्या भारती) एक प्रसिद्ध गायक रवि (ऋषि कपूर) के प्यार में पड़ती है और उससे शादी करती है। रवि के लालची चाचा प्रताप (अमरीश पुरी) और चचेरा भाई नरेंद्र (मोहनीश बहल) रवि के धन पर अपना कब्जा करने के लिए दृढ़ हैं। नरेंद्र पहले काजल से बलात्कार करने की कोशिश करता है लेकिन पकड़ा जाता है। प्रताप तब रवि की हत्या के लिए गुंडो को काम पर रखता जो प्रताप के बेटे नरेंद्र के साथ उसे चट्टान से फेंक देते हैं।
काजल की सास (सुषमा सेठ) एक नया जीवन शुरू करने के लिए काजल को दूसरे शहर में ले जाती है। एक नए शहर में, विधवा और उदास काजल अपने दर्द को भूलने की कोशिश करती है। एक दिन एक युवा आदमी राजा (शाहरुख खान) काजल से मिलता है और उसके साथ प्यार करता है। जब वह काजल से अपना प्यार कबूल करता है, तो वह बताती है कि वह विधवा है। राजा के पिता अपने नौकरों से काजल से छुटकारा पाने के कहते है। ऐसा पता लगने के बाद राज अपने पिता के साथ संबंध खत्म करता है। वह काजल की सास से प्रार्थना करता है कि काजल उससे विवाह करे। उसकी सास को लगता है कि काजल को फिर से शादी करनी चाहिए इसलिए वह उसे राजी करती है।
राजा और काजल शादी कर लेते हैं लेकिन वो उसे नहीं स्वीकारती। एक दिन अस्पताल से लौटने के बाद, काजल उसे स्वीकार करती है और उसके साथ प्यार करती है और दोनों अंतत एक साथ खुश हैं। एक दिन राजा एक आदमी को गुंडों से बचाता है। वह उसका इलाज करता है और उस आदमी से मित्रता करता है, जो रवि ही है।
जब राजा रवि को घर लाता है, तो काजल यह देखकर चौंक जाती है कि उसके पति का नया दोस्त उसका पहला पति है। हालाँकि जब सत्य प्रकट होता है तब काजल राजा के साथ रहती है और रवि की मां रवि के साथ रहती है। रवि के चाचा जान जाते हैं कि रवि जीवित है और राजा और काजल का अपहरण कराते हैं। काजल एक बम से बंधी होती है। रवि बम को बंद करने का प्रबंधन करता है, लेकिन प्रताप प्रकट होता है और कहता है कि वह राजा को मार देगा और काजल को विधवा बना देगा। रवि बम को बंद कर देता है जिससे एक बड़ा विस्फोट हुआ और प्रताप के साथ-साथ रवि मारा गया। रवि की स्मृति का सम्मान करते हुए काजल और राजा एक साथ रहते हैं।
मुख्य कलाकार
- ऋषि कपूर - रवि
- दिव्या भारती - काजल सहाय
- शाहरुख खान - राजा सहाय
- अमरीश पुरी - धीरेंद्र प्रताप
- मोहनीश बहल - नरेंद्र प्रताप (धीरेंद्र के पुत्र)
- आलोक नाथ - श्री शर्मा के रूप में
- सुषमा सेठ - रवि की मां
- दलीप ताहिल - रमाकांत सहाय (राजा के पिता)
संगीत
दीवाना | ||||
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नदीम-श्रवण द्वारा | ||||
जारी | 1992 | |||
लेबल | वीनस म्यूजिक | |||
नदीम-श्रवण कालक्रम | ||||
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सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत नदीम-श्रवण द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "ऐसी दीवानगी" | अलका याज्ञनिक, विनोद राठौड़ | 6:59 |
2. | "कोई न कोई चाहिए" | विनोद राठौड़ | 6:23 |
3. | "सोचेंगे तुम्हें प्यार" | कुमार सानु | 6:03 |
4. | "तेरी उम्मीद तेरा इंतजार" | कुमार सानु, साधना सरगम | 6:19 |
5. | "पायलिया" | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 7:57 |
6. | "तेरे दर्द से दिल" | कुमार सानु | 4:51 |
7. | "तेरी इसी अदा पर सनम" | कुमार सानु, साधना सरगम | 5:12 |
8. | "तेरी उम्मीद तेरा इंतजार" (II) | कुमार सानु, साधना सरगम | 2:13 |
नामांकन और पुरस्कार
- बेस्ट डेब्यू - शाहरुख खान
- वर्ष का लक्स न्यू फेस - दिव्या भारती
- सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देश - नदीम श्रवण
- सर्वश्रेष्ठ गीतकार - समीर "तेरी उम्मीद तेरा इंतजार" के लिए
- सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक - कुमार सानु "सोचेंगे तुम्हे प्यार" के लिए
बाहरी कड़ियाँ
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