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एक ब्रिटिश जासूस के बारे में काल्पनिक साहित्यिक कामों की श्रृंखला विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
जेम्स बॉण्ड (अंग्रेज़ी: James Bond) 1953 में अंग्रेज़ लेखक इयान फ़्लेमिंग द्वारा रचित एक काल्पनिक पात्र है। 007 के गुप्त नाम से प्रसिद्ध यह एजेंट फ़्लेमिंग की बारह पुस्तकों व दो लघुकथाओं में मौजूद है। 1964 में फ़्लेमिंग की मृत्यु के पश्चात छः अन्य लेखकों ने बॉण्ड की आधिकृत पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें किंग्सले ऐमिस, क्रिस्टोफ़र वुड्स, जॉन गार्ड्नर, रेमंड बेनसन, सबैश्चियन फ़ॉक्स और जेफ़्री डेवर शामिल हैं। इसके साथ चार्ली हिग्सन ने जेम्स बॉण्ड के बचपन के कारनामों पर एक श्रृंखला व केट वॅस्टब्रुक ने मनीपॅनी, जो हर पुस्तक में मौजूद किरदार है, की डायरी पर आधारित तीन पुस्तकें लिखी हैं।
जेम्स बॉण्ड | |
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जेम्स बॉण्ड, 007 पात्र | |
प्रथम प्रकटन | कसीनो रोयाल, 1953 की पुस्तक |
अंतिम प्रकटन | क्वांटम ऑफ़ सोलेस, 2008 फ़िल्म |
निर्माता | इयान फ़्लेमिंग |
प्रदर्शन | बैरी नेल्सन (1954) शॉन कॉनरी (1962–1971 & 1983) |
वाच्य | बॉब होलनेस (1956) जॉर्ज बेकर (1969) |
कहानी में जानकारी | |
लिंग | पुरुष |
शीर्षक | कमाण्डर (रॉयल नेवल रिज़र्व) |
पेशा | 00 ऐजंट |
संबद्धता | ऍम॰आइ॰6 |
परिवार | ऐंड्रू बॉण्ड (पिता) मोनीक डेलाक्रोई बॉण्ड (माँ) |
जीवनसाथी | टेरेसा डी विसेंज़ो (तलाकशुदा) किसी सुज़ुकी हैरिएट हॉर्नर |
बच्चे | जेम्स सुज़ुकी बॉण्ड |
संबंधी | चार्मियन बॉण्ड (बुआ) मैक्स बॉण्ड (चाचा) |
राष्ट्रीयता | ब्रिटिश |
ब्रिटिश गोपनीय संस्था के इस काल्पनिक पात्र को कई फ़िल्मों, रेडियो, कॉमिक्स व वीडियो गेम्स में अपनाया जा चुका है और इसकी फ़िल्म श्रृंखला विश्व की सबसे लंबी व दूसरी सबसे अधिक कमाई वाली श्रृंखला है। इसकी शुरुआत 1962 में बनी फ़िल्म डॉ॰ नो से हुई थी, जिसमें शॉन कॉनरी ने बॉण्ड की भूमिका अदा की थी। 2012 तक जेम्स बॉण्ड की इयान प्रोडक्शन्स द्वारा बाइस फ़िल्में बनाई जा चुकी हैं और तेइसवीं फ़िल्म स्कायफॉल अक्टूबर 2012 को रिलीज़ हुई। इसमें डैनियल क्रैग तीसरी बार बॉण्ड की भूमिका निभाई। वे छठे अभिनेता हैं जिन्होंने इयान श्रृंखला में यह भूमिका निभाई है।
जेम्स बॉण्ड की फ़िल्में कईं चीज़ों के लिए मशहूर हैं, जिसमें फ़िल्म की ध्वनि, जिसे कई बार अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन प्राप्त हुआ है, शामिल है। फ़िल्म की प्रसिद्धि का दूसरा कारण इसमें मौजूद बॉण्ड की गाड़ियाँ, बन्दूकें व तकनीकी उपकरण शामिल हैं जो उसे क्यू की शाखा प्रदान करती है।
इयान फ़्लेमिंग ने अपने लेखन कार्यों के लिए मुख्य पात्र जेम्स बॉण्ड की रचना की, जो आम तौर पर एम॰आइ॰6 कहलाने वाली ब्रिटिश गोपनीय संस्था का एक जानकारी विशेषज्ञ है। बॉण्ड की पहचान उसका गुप्त अंक 007 है और वह रॉयल नेवल रिज़र्व का कमांडर है।
जेम्स बॉण्ड अंग्रेज़ी साहित्य में बहुत महत्वपूर्ण, पर बहुत बदनाम पराकाष्ठा भरी परंपरा है। बचपन में फ़्लेमिंग बुलडॉग ड्रमॉन्ड की ल्युटनंट कर्नल हर्मन रिरिल मैक'निले की कहानियों और रिचर्ड हन्ने की जॉन बुचन की कहानियों को काफ़ी पसंद करते थे। उनकी प्रतिभा यह थी कि उन्होने इन सब कारनामों को विश्वयुद्ध के बाद के ब्रिटन के अनुसार ढाल दिया.... बॉण्ड में उन्होने बुलडॉग ड्रमॉन्ड को जेट युग के लिए बना दिया।
द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इयान फ़्लेमिंग ने अपने मित्रों से कहा कि वह एक जासूसी उपन्यास लिखना चाहते हैं।[2] 1952 की शुरुआत में, अपनी गर्भवती प्रेयसी ऐन चार्टरिस से शादी के बाद फ़्लेमिंग ने कसीनो रोयाल लिखना शुरू किया। फ़्लेमिंग ने यह काम जमायका में स्थित अपनी गोल्डनआय इस्टेट में 17 फ़रवरी 1952 को शुरू किया[3] और उन्होंने अपने अनुभव व कल्पना से शुरूआत में ही 2,000 शब्द लिख डाले।[4] 18 मार्च 1952 में,[5] एक महीने बाद ही, उन्होंने अपनी पुस्तक पूरी कर ली।[6] अपने कार्य को एक "गँवार का बकवास काम"[7] कह कर उन्होने अपनी पूर्व प्रेयसी क्लेअर ब्लैनचार्ड को दिखाया जिसने उन्हें इसे कभी प्रकाशित न करने की सलाह दी और कहा कि अगर वे प्रकाशित करना भी चाहें तो किसी अन्य नाम से करें।[8] फ़्लेमिंग ने आगे चल कर कुल बारह पुस्तकें व दो छोटे कहानी संग्रह लिखे।[9] 12 अगस्त 1964 की सुबह उनकी मृत्यु हो गई। आखिरी दो पुस्तकें, द मैन विद द गोल्डन गन और आक्टोपसी ऐंड द लिविंग डे लाइट्स उनके मरने के पश्चात् प्रकाशित की गयीं।[10]
फ़्लेमिंग ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान नेवल जानकारी विभाग में कार्य करते हुए उन्हें मिले कई लोगों पर बॉण्ड का किरदार आधारित किया और यह क़ुबूल भी किया कि बॉण्ड "उन सभी ख़ुफिया जासूसों व कमांडो का मिला जुला रूप है जिनसे मैं युद्ध के दौरान मिला"।[11] इनमें इयान के भाई पीटर भी शामिल हैं[11] जिन्होंने युद्ध के समय नॉर्वे और ग्रीस में शत्रुओं की सीमा में कार्यवाहियाँ की थीं।[12]
फ़्लेमिंग के भाई के अलावा अन्य कई लोगों ने बॉण्ड के निर्माण में कुछ न कुछ योगदान दिया जिनमें फ़्लेमिंग को 1930 में किट्ज़बुहेल में मिले गुप्तचर कॉनरैड ओ'ब्रायन-फ़्रेंच, युद्ध के दौरान क्र॰ सं॰ 30 कमांडो यूनिट में सेवा प्रदान करने वाले पैट्रिक डॉलज़ेल-जॉब और हस्त निर्मित सूट पहन कर पैरिस में रॉल्स-रॉयस में घूमने वाले एम॰आइ॰6 के पेरिस स्टेशन हेड बिल "बिफ़ी" डंडरडेल भी शामिल हैं।[11][13]
फ़्लेमिंग को अपने पात्र का नाम अमेरिकी पक्षी विशारद जेम्स बॉण्ड से मिला जो करिबियाई पक्षियों के विशेषज्ञ व बर्ड्स ऑफ़ द वेस्ट इंडिज़ के लेखक थे। स्वयं पक्षियों में रुचि रखने वाले फ़्लेमिंग ने बॉण्ड की पत्नी से कहा कि "मुझे ऐसा लगा कि यह छोटा, बिना रुचि वाला किन्तु मर्दाना अंग्रेज़ी नाम ही है जिसकी मैं तलाश में था और इस तरह दूसरे बॉण्ड का जन्म हुआ"।[14]
जब मैंने 1953 में पहली कहानी लिखी, मैं चाहता था कि बॉण्ड एक बहुत ही सुस्त रसहीन व्यक्ति हो जिसके साथ घटनाएँ घटती हैं; मैं उसे कुंद ज़रिये की तरह देखता था।.. जब मैं नाम तलाश रहा था तब मुझे लगा कि हे भगवान, [जेम्स बॉण्ड] से अधिक सुस्त नाम मैंने आज तक नहीं सुना।
एक अन्य अवसर पर फ़्लेमिंग ने कहा कि "मुझे एक साधारण और सुस्त नाम चाहिए था और 'जेम्स बॉण्ड' पैराग्रिन कैरुथर्स जैसे नाम से कई गुना बेहतर था।" उसके इर्द-गिर्द विचित्र घटनाएँ घटती हैं परंतु वह स्वयं एक विरक्त रूप है - एक सरकारी विभाग की कार्यों को अंजाम देने का एक अनामित कुंद ज़रिया।"[16] पक्षी विशारद की पत्नी से मुलाकात के बाद उन्होने उन्हे "प्यारा जोडा जो मेरे मज़ाक पर बहुत खुश था" कहा।[17]
यह अंक फ़्लेमिंग ने प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटिश नेवल इंटेलिजन्स की एक प्रमुख उपलब्धी, जर्मन राजनयिक कोड तोड़े जाने के संदर्भ में भी प्रयोग किया है।[18] 0075 कोड वाला एक जर्मन दस्तावेज़, ज़िमरमैन टेलिग्राम, जिसे अंग्रेज़ों ने सुलझा कर पढ़ लिया था,[19] अमेरिका के युद्ध में शामिल होने के मुख्य कारणों में से था।
शक्ल से बॉण्ड संगीतकार, गायक व अभिनेता हावर्ड कारमाइकल जैसा दिखता है। कसीनो रोयाल में वेस्पर लेंड कहती है कि, "बॉण्ड मुझे हावर्ड कारमाइकल की याद दिलाता है, बस फ़र्क इतना है कि उसमें क्रूरता भरी है।" इसी तरह मुनरेकर में स्पेशल ब्रांच अफ़सर गाला ब्रैंड को लगता है कि बॉण्ड "दिखने में बहुत बढ़िया है।.. हावर्ड कारमाइकल जैसा। दाईं भौं के ऊपर गिरते काले बाल, ... पर कुछ क्रूरता है उसकी आँखों में।"[20] कुछ लोग, जिनमें बेन मैकिनटायर शामिल है, को लगता है कि बॉण्ड में फ़्लेमिंग की छाप भी दिखती है।[21] पुस्तकों में बॉण्ड का वर्णन "दुष्ट, क्रूर और रूपवान" किया गया है।[22]
पुस्तकों में (मुख्यतः फ़्रॉम रशिया, विद लव में) बॉण्ड को शारिरिक दृष्टि से सुडौल बताया गया है, जिसके दाहिने गाल पर ऊपर से नीचे जाता 3 इंच पतला लम्बा दाग (स्कार) है, नीली-धुमैली आँखें, क्रूर मुँह और छोटे काले बाल हैं। ऊँचाई में वह 6 फ़ीट लंबा है और वज़न में लगभग 76 किलो है।[22] कसीनो रोयाल के बाद बॉण्ड के हाथ के पिछले हिस्से पर रूसी अक्षर "Ш" (SH) का निशान है जो एक स्मर्ष एजंट ने उसे दिया था और जिसका उद्देश्य उसे जासूस चिन्हित करना था।[23]
इयान फ़्लेमिंग की कहानियों में जेम्स बॉण्ड की उम्र तीस के आस-पास होती है और कभी नहीं बढती।[24] मुनरैकर में बॉण्ड मानता है कि वह 00 की सेवानिवृत्ती की आयु से आठ वर्ष छोटा है, जो पैंतालिस की है, जिसका अर्थ है वह अडतीस साल का है।[25] फ़्लेमिंग ने कभी बॉण्ड की जन्म तिथी नहीं बताई पर जॉन पियर्सन की लिखी जेम्स बॉण्ड की काल्पनिक जीवनी जेम्स बॉण्ड: द ऑथराइज़्ड बायोग्राफ़ी ऑफ़ 007 में उसकी जन्म तिथी 11 नवम्बर 1920 बताई गयी है।[26] जॉन ग्रिसवल्ड, एक बॉण्ड विद्वान, के अनुसार बॉण्ड की पुस्तकें मई 1951[27] से फ़रवरी 1964 के बीच घटती है जिस दौरान बॉण्ड की आयु 42 है।[28]
यदि इन पुस्तकों की गुणवत्ता, या उनकी सच्चाई की तीव्रता थोडी भी अधिक होती तो लेखक को अधिकृत गोपनियता अधिनियम के तहत सज़ाए मौत सुनाई जाती। यह मंत्रालय में काल्पिक तिरस्कार के रूप में देखी जाती है और यह कार्य काल्पनिक होने के कारण लेखक या प्रकाशक के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
अपनी आखिरी पुस्तक यु ओन्ली लिव ट्वाइस में फ़्लिमिंग ने बॉण्ड के परिवार की जानकारी उसके काल्पनिक मृत्युलेख में दी।[30] यह पहली पुस्तक थी जो डॉ॰ नो, जिसमें शॉन कॉनरी ने बॉण्ड की भूमिका निभाई थी, की रिलीज़ के बाद लिखी गई थी। फ़िल्म ने फ़्लेमिंग के कार्य को प्रभावित किया जिसके चलते उन्होने बॉण्ड को हँसोड़पन - भावना व स्कॉटिश पूर्ववृत्त प्रदान किया जो पहले की पुस्तकों में नहीं था।[31] पुस्तक इस बात का खुलासा करती है कि बॉण्ड के पिता, ऐंड्रू बॉण्ड, स्कॉटिश थे और माँ, मॉनिक डेलाक्रॉक्स, एक स्विस थी।[32] बचपन में बॉण्ड के अपना अधिकांश समय विदेश में व्यतीत किया और कईं भाषाओं में महारत हासिल की। इसका मुख्य कारण यह था कि उसके पिता विकर्स में काम करते थे जो हथियार बनाने की कंपनी थी। एक पर्वतारोहण शिविर दुर्घटना में उनकी मृत्यु के बाद से बॉण्ड अनाथ है।[33]
अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद बॉण्ड अपनी चाची मिस. चेअरमैन बॉण्ड के पास पेट बॉटम के गांव में रहने चला गया था जहां उसने अपना शुरुआती शिक्षण पूर्ण किया। बाद में कुछ समय के लिए उसने 12 की उम्र में एटॉन कॉलेज में दाखिला लिया पर दो सत्रों के बाद ही उसे वहां से लडकियों को परेशान करने की वजह से निकाल दिया गया।[30] एटॉन कॉलेज से निकाले जाने के बाद बॉण्ड स्कॉटलैंड स्थित फ़ेटस कॉलेज में चले गया जो उसके पिता का विद्यालय था। सोलहः वर्ष की आयु में पैरिस दौरे के दरमियां उसने अपना कौमार्य तोडा जिसे फॉर युअर आइज़ ओन्ली के अध्याय "फ़्रॉम अ व्यू टू किल" में बताया गया है।[34] फ़ेटस छोडने के बाद की घटनाऐं फ़्लेमिंग ने स्वयं के जीवन पर आधारित की है, जिसमें बॉण्ड ने कुछ काल युनिवर्सिटी ऑफ़ जनेवा में बिताया (जैसा फ़्लेमिंग ने बिताया था), बाद में उसने किट्ज़बुहेल में हैंस ओबरहाउज़र से स्की करना सीखा (जैसा फ़्लेमिंग ने सीखा था), जो ऑक्टोपुसी ऐंड द लिविंग डेलाइट्स के अध्याय "ऑक्टोपुसी" में मारा गया।[35][34]
1941 में बॉण्ड रक्षा मंत्रालय में शामिल हो गया और रॉयल नेवल वॉलेंटियर सर्विसेस में लेफ़्टिनंन्ट बन गया और युद्ध समाप्ती तक कमांडर का औहदा हासिल कर लिया। बॉण्ड ने एम को गोपनिय संस्था में कार्य करने के लिए प्रस्ताव भेजा और मुख्य अफ़सर बन गया।[36]
फ़्लेमिंग की पहली पुस्तक कसिनो रोयाल में बॉण्ड पहले से ही 00 एजंट है जो दो दुश्मनों के जासुसों को मारने के बाद उसे प्रदान किया जाता है।
फ़्लेमिंग के जीवनकार ऐंड्रू लेसेट ने कहा कि, "[कसिनो रोयाल] के शुरुआती पन्नों में इयान ने बॉण्ड की कईं हरकतों व पहचानों का वर्णन किया है", जिसमें उसका अवतार, उसकी बेंटली और उसकी पीने व धुम्रपान की लत शामिल है।[37] बॉण्ड की मार्टिनी की जानकारी पुस्तक के सांतवें अध्याय तक नहीं बताई गई है जिसमें वह वेस्पर लैंड के नाम पर उसका नाम "द वेस्पर" रखता है।
'एक ड्राय मार्टिनी,' उसने कहा। 'बडे शैम्पेन के ग्लास में।'
'जी जनाब।'
'ज़रा रुको। तीन हिस्से गॉर्डन के, एक वोड़का का और आधा लिलेट का। ठंडा होने तक अच्छे से हिलाना और बाद में एक लंबे पतले नींबू के टुकडे के साथ लाना। समझे?'
'ज़रुर जनाब।' बारटेंडर इस खयाल से संतुष्ट दिखा।
'हे भगवान, यह तो काफ़ी तगडी ड्रिंक है,' लेटर ने कहा।
बॉण्ड को हंसी आगई। 'जब मैं...अ...ध्यान लगाता हूँ,' उसने कहा, 'तब मैं डिनर से पहले एक से अधिक ड्रिंक नहीं लेता। पर जब मैं वह लेता हूँ तो चाहता हूँ कि वह काफ़ी बडी, काफ़ी ताकतवर और बहुत ठंडी हो जिसे बढिया तरीके से बनाया गया हो। मुझे किसी भी चीज़ के छोटे हिस्सों से नफ़रत है, खास कर जब उनका स्वाद बकवास हो। यह ड्रिंक मेरी खुद की बनाई हुई है। मैं इसे पेटेंट कर लूंगा जब मुझे इसके लिए एक अच्छा नाम मिल जाएगा।'
बॉण्ड की पीने की आदत पुस्तकों की शृंखला में एक समान रहती है। अकेले ऑन हर मेजेस्टीज़ सीक्रेट सर्विस के दौरान बॉण्ड छयालिस ड्रिंक्स लेता है जिनमें पॉली-फुइसे, रिक्युविहर और मार्सला वाईन, अलज़िरियाई वाईन, चिताउ मॉटन रोथ्सचाइल्ड क्लारेट के साथ टैटिंजर और क्रुग शैम्पेन और बेबीचैम शमिल है।[39][40]
बिना शराब वाले पेयों में बॉण्ड चाय से नफ़रत करता है और उसे "कीचड" कहकर ब्रिटिश राज के पतन का कारण बताता है। इसके बदले वह कॉफ़ी लेना पसंद करता है।[41]
इंगलंड में जब वह मिशन पर नहीं होता, तब बॉण्ड साधारण खाना खाता है जैसा फ़्लेमिंग करते थे।[42] मिशन के दौरान बॉण्ड बढिया तरीके का स्वादिष्ट भोजन करता है।[43] इसका मुख्य कारण यह है कि 1953 के दौरान जब कसिनो रोयाल प्रकाशित की गई थी तब अधिकतर खाद्य सामग्री राशन में उपलब्ध नहीं थी[1] और बॉण्ड "ब्रिटन के युद्ध के बाद भुखमरी, राशन की समस्या और खोई शक्ति का एक मेव तोड़ था"।[44] इस तरह बॉण्ड का विदेशों में जाकर स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों का आनन्द उठाना उसके वाचकों को बहुत भाता था[45] जो कभी विदेशों में नहीं जा पाते थे।[46]
1 अप्रैल 1958 को फ़्लेमिंग ने द मैनचेस्टर गार्डियन को अपने कार्य के बचाव में खत लिखा जिसने डॉ॰ नो पुस्तक की समिक्षा की थी।[16] फ़्लेमिंग ने बॉण्ड के वाइन व खाने की आदतों के बारे में "उसकी दुर्भाग्यपूर्ण व्यापार-चिह्न है। मैं स्वयं वाइन और खाद्य पदार्थों का शौकीन हूँ। मेरा पसंदिदा खाना तले हुए अंड्डे है।"[16] फ़्लेमिंग को तले हुए अंड्डे इतने पसंद थे कि उन्होने इसे एक छोटी कहानी "007 इन न्यू यॉर्क" को अपने पसंदिदा खाने का नुस्खा बताने में उपयोग किया। यह उनके मित्र आयवार ब्रिस के घरबारी मेय से उन्होने लिया जिसका नाम बॉण्ड के घरबारी को भी दिया गया।[47]
बॉण्ड भारी धूम्रपान का आदी है और दिन में 70 सिगरेट तक का सेवन करता है।[48] बॉण्ड की सिगरेट ग्रॉसवेनर स्ट्रीट के मोरलैंड द्वारा विशेष तौर से बनाई जाती है जिसमें बाल्कन और टर्किश तंबाकू का उपयोग किया जाता है और इसमें आम सिगरेट की तुलना में निकोटिन अधिक होता है। इन सिगरेटों के फ़िल्टर पर तीन सुनहरी पट्टियां होती है।[49] बॉण्ड अपनी सिगरेटों को एक बड़े गनमेटल सिगरेट केस में लेकर घुमता है जो पचास सिगरेट रखने की क्षमता रखाता है। इसके साथ ही वह एक काला ऑक्सिडाइज़्ड रॉन्सन लाइटर रखता है।[50] यह सिगरेट उसी ब्रांड की है जिसका सेवन फ़्लेमिंग करते थे। साधारणतः बॉण्ड दिन में साठ सिगरेट पिता है परन्तु थंडरबॉल में स्वास्थ्य केंद्र के दौरे के बाद यह संख्या घटा कर पच्चिस कर देता है।[50] फ़्लेमिंग स्वयं दिन में 80 सिगरेट पिया करते थे।[51]
बॉण्ड अपनी कार्य क्षमता बढाने के लिए कभी-कबार अपनी ड्रिंक्स के साथ नशीले पदार्थों का मिश्रित सेवन करता है। मुनरेकर में वह बड़ी मात्रा में ऐंफ़ेटामाइन बेंज़ेड्राइन का शैम्पेन सेवन करता है[52] इसके साथ ही वह नशीले पदार्थों का उपयोग लिव ऐंड लेट डाय में शार्क बे को तैर कर पार करने के लिए करता है।[53]
शैक्षिक जर्मी ब्लैक के अनुसार बॉण्ड को एक उलझे हुए किरदार के रूप में लिखा गया है, यहां तक कि वह फ़्लेमिंग के पूर्वाग्रहों की आवाज़ का एक प्रतिरुप है।[54] इन पूर्वाग्रहों के कारण और बॉण्ड के कारनामों की कहानियों के चलते पत्रकार युरी झुकोव ने 1965 में सोवियत अख़बार प्रावदा के लिए एक लेख लिखा।
जेम्स बॉण्ड एक बुरे सपनें जैसी दुनिया में रहता है जहां कानून बन्दूक की नोक पर लिखे जाते है, जहां विनयभंग और बलात्कार को वीरता और खून करने को एक मज़े का औज़ार समझा जाता है….बॉण्ड का काम उँचे लोगों की रक्षा करना है और यह उन युवाओं से कम नहीं है जिनके बारे में हिटलर ने कहा था कि वह उन्हे जंगली जानवरों जैसा बनाएगा जो बिना सोचे किसी को मारने की क्षमता रखते हो।
ब्लैक ने इस बात का खंड़न किया है और उनके अनुसार बॉण्ड कोई वहशी जानवर नहीं है जो बिना सोचे समझे किसी की हत्या करता है।[56] फ़्रॉम रशिया, विद लव में बॉण्ड कर्मी बे को एक बल्जेरियाई हत्यारे को मारता देख यह सोचता है कि उसने कभी किसी को इतनी बेरहमी से नहीं मारा।[57] लिविंग डेलाइट्स में बॉण्ड जान-बुझ कर एक स्नाइपर को बक्श देता है जब उसे पता चलता है कि वह एक ख़ुबसुरत महिला सेलो वादक है।[58] गोल्डफ़िंगर की शुरूआत में बॉण्ड अपने अनुभवों पर विचार करता है जब उसने एक मेक्सिकन हत्यारे को मारा था।
लोगों को मारना उसके पेशे का हिस्सा था। इसमें उसे कोई ख़ुशी नहीं होती थी और जब उसे किसी को मारना पड़ता था तब वह इस तरह करता था कि उसे आसानी से भुला सके। एक ख़ुफ़िया एजंट जो दुर्लभ डबल-ओ उपसर्ग—ख़ुफ़िया संस्था में किसी को मारने का हक— रखता था, यह उसकी ज़िम्मेदारी थी कि वह मौत के बारे में उसी तरह शांत रहे जैसे एक सर्जन होता है। अगर मौत हुई तो हुई। खेद करना व्यवहारिक नहीं था।
जेम्स बॉण्ड चेल्सा में किंग्स रोड पर एक फ़्लैट में रहता है। उसके फ़्लैट की देखभाल एक वृद्ध स्कॉटिश महिला में करती है। में का नाम फ़्लेमिंग के नज़दीकी अमेरिकी मित्र इवार ब्राइस की घरबारी में मैक्सवेल से लिया गया था।[47] 1995 में बॉण्ड की वार्षिक आमदनी £2,000 थी (2012 के अनुसार £39,058 पाउंड्स) हालांकि मिशन के वक्त उसे अनिर्धारित मात्रा में खर्च करने की छूट थी।[60] फ़्लेमिंग का अधिकांश समय द सन्डे टाइम्स में व्यतीत होता था जिसे उन्होने बॉण्ड की कहानियों में मिला दिया[61] और मुनरैकर की शुरूआत में इसे बयान किया।
...दस से छः तक फ़ैले काम करने का समय; खाना, ज़्यादातर कैंटिन में; शाम नज़दीकी मित्रों के साथ ताश खेलते हुए व्यतित करना, या फ़िर क्रॉकफ़ोर्ड्स में; या किसी एक शादिशुदा महिला के साथ रात बिताके; शनिवार और रविवार उँची शर्तों पर लंदन के नज़दीकी क्लबों में गोल्फ़ खेलना।
शृंखला में केवल एक बार फ़्लेमिंग ने बॉण्ड के फ़्लैट में सहयोगी टिफ़नी केस का आगमन बताया है जो डायमंड्स आर फ़ॉरेवर में बॉण्ड के अमरिकी मिशन में उसके साथ होती है। इसके बाद लिखी फ़्रॉम रशिया, विद लव में केस एक अमेरिकी से शादी करने के लिए फ़्लैट छोड़ देती है।[60] बॉण्ड की केवल एक बार शादी हुई है, जिसे ऑन हर मैजेस्टिज़ सिक्रेट सर्विस में बताया गया है। उसकी पत्नी टेरेसा "ट्रेसी" दी विसेंज़ो को शादी के दिन ही अर्न्स्ट स्टैवरो ब्लोफ़िल्ड मार देता है।[63]
आखिरी पुस्तक यू ओन्ली लिव ट्वाइस में बॉण्ड को यार्दाश्त ख़ोने की बिमारी हो जाती है। उसका किसी सुज़ुकी के साथ रिश्ता बन जाता है जिसके चलते वह गर्भवती हो जाती है पर बॉण्ड को द्वीप छोड़ने तक कुछ नहीं बताती।[64]
कसिनो रोयाल को पुरा करने के बाद फ़्लेमिंग ने पाण्डुलिपि अपने मित्र (और बाद में सम्पादक) विलियम प्लोमर को पढने के लिए दी। प्लोमर को यह बेहद पसंद आई और उन्होने इसे प्रकाशक जॉनाथन केप को दी पर उन्हे यह कुछ खास नहीं भाइ। 1953 में आखिरकार केप ने इसे फ़्लेमिंग के बड़े भाई पिटर, जो उस वक्त यात्राओं के लेखक थे, के कहने पर प्रकाशित किया।[8] 1953 से 1966 के बिचन, फ़्लेमिंग की मृत्यु के दो वर्ष बाद, बारह पुस्तकें व दो कहानी-संग्रह प्रकाशित किए जा चुके थे जिनमें आखिरी दो पुस्तकें द मैन विद द गोल्डन गन और आक्टोपुसी ऐंड द लिविंग डे लाइट्स उनके मरने के पश्च्यात प्रकाशित की गई। सभी पुस्तकें इंग्लंद में जॉनाथन केप द्वारा प्रकाशित की गई है।
1981 में फ़्लेमिंग इस्टेट ने जॉन गार्डनर से बॉण्ड की आगे की पुस्तकें लिखने का अनुरोध किया।[80] हालांकि शुरुआत में उन्होने इससे इंकार कर दिया[81] पर बाद में उन्होने 1981 में लाइसेंस रिन्युड़[82] से लेकर 1996 में कोल्ड तक कुल चौदह पुस्तकें व दो फ़िल्मों के रुपांतर लिखे।[83] अमरिकी प्रकाशक पुतनाम्स के प्रभाव के चलते गार्डनर की पुस्तकों में अमरिकीपन का असर दिखाई देने लगा।[80] जेम्स हार्कर ने द गार्डियन में लिखते हुए गार्डनर की पुस्तकों को "मुर्खता से भरी" कहा।[80] बिमारी के चलते गार्डनर ने 1996 में बॉण्ड की पुस्तकों से सन्यास ले लिया।[84]
गार्डनर ने कहा कि वह "बॉण्ड को 1980 के दशक में लाना चाहते थे"[85] हालांकि उन्होने बॉण्ड की उम्र उसी तरह रखी जिस तरफ फ़्लेमिंग ने उसे छोडा था।[36] बॉण्ड की उम्र स्थिर रखने के बावजुद उन्होने उसके बाल कानों के पास सफ़ेद बताए जो बढती उम्र के प्रतिक थे।[86] 1980 के बाकी असर भी बॉण्ड पर दिखाई देते हैं जैसे वह अब अलग किस्म की सिगरेट का सेवन करता है[87] और अपने स्वास्थ्य को लेकर काफ़ी सजग है।[88]
1981 में बॉण्ड की वापसी ने उसे राजनैतिक दृष्टिकोण से काफ़ी सही पाया गया और उसकी पसंदिदा कार बनी —साब 900 टर्बो।[84] बाद में गार्डनर ने बॉण्ड को बेंटले मुल्सेन टर्बो दी।[89] उन्होने बॉण्ड का हथियार भी बदला: गार्डनर का बॉण्ड शुरुआत में ब्राउनिंग 9मिलिमिटर उपयोग करता था पर बाद में हेक्लर ऐंड कोच वीपी70 और उसके बाद हेक्लर ऐंड कोच पी7 उपयोग करने लगा।[36] 1982 के फ़ॉकलैंड युद्ध में भी बॉण्ड की भूमिका का उल्लेख किया गया है।[90] गार्डनर ने फ़्लेमिंग के बॉण्ड को विकसित किया और मौजुदा राजनेताओं का कहानियों में उपयोग किया। उन्होने फ़िल्मों में मौजुद क्यू शाखा[91] के अत्याधुनिक उपकरणों का भी उपयोग किया। हालांकि जर्मी ब्लैक ने यह पाया कि बॉण्ड खुद क्षमताओं पर कम और उपकरणों पर अधिक निर्भर है।[92]
जॉन गार्डनर की निवृत्ती के बाद 1996 में रेमंड बेनसन ने बॉण्ड के लेखक की भूमिका संभाली। पहले अमरिकी बॉण्ड के लेखक होने के कारण यह एक विवादास्पद चुनाव था।[108] बेनसन ने इससे पुर्व 1984 में द जेम्स बॉण्ड बिसाइड कंपैनियन प्रकाशित की थी।[109] बेनसन का पहला कार्य एक छोटी कहानी "ब्लास्ट फ़्रॉम द पास्ट" था जो 1997 में प्रकाशित की गई।[110] 2002 तक अन्य पुस्तकों की ओर रुख करने से पहले उन्होने छः बॉण्ड की पुस्तकें, तीन फ़िल्मों के रुपांतर व तीन छोटी कहानियां लिख चुकी थी।[111] उनका आखिरी कार्य 2002 में प्रकाशित द मैन विद द रेड टैटू थी।[112]
बॉण्ड और उसके संसार में कहानी इस तरह हो कि वह उसे और हमारी सभ्यता को खतरा पैदा कर सके। इसमें आकर्शण के लिए विदेशी स्थानों का मिश्रण हो जिसे "आम आदमी" केवल सपनों में ही जाने की ख्वाइश रखता है और कहानी में इच्छा बनाए रखने के लिए सेक्स और अहिंसा की पर्याप्त सामग्री होनी चाहिए।
बेनसन ने गार्डनर का अनुसरण करते हुए बॉण्ड को 1990 के दशक में लाया[114] और जर्मी ब्लैक के अनुसार यह बॉण्ड फ़्लेमिंग की रचना के काफ़ी करीब था।[115] उन्होने बॉण्ड को पुनः उसकी वाल्दर पीपीके बन्दूक दी,[110] उसे जैगुआर एक्सकें8 की स्टियरिंग थमा दी[89] और इस बार धिक गालियां देने की छूट प्रदान की।[116] जेम्स हार्कर ने गौर किया कि "जहां फ़्लेमिंग का बॉण्ड एक्सप्रेस का वाचक था वहीं बेनसन का रेड टॉप्स का आनंद लेता है। वह सबसे पहले समूह-सेक्स करने और वैश्याओं के पास जाने वालों मे से है"।[80] वहीं ब्लैक ने ध्यान दिया कि इस बॉण्ड में बढता भोंडापन दिखाई देता है जो फ़्लेमिंग और गार्डनर के बॉण्ड में नहीं था।[115]
1967 में, फ़्लेमिंग की मृत्यु के चार साल बाद, उनके साहित्यिक प्रकाशक गिल्डरोज़ प्रॉडक्शन्स ने किंग्सले अमिस से अनुरोध किया कि बॉण्ड की कहानियां आगे बढाए और उन्हे £10,000 (2012 के £135,353 पाउंड्स) देने की पेशकश की।[80] परिणाम स्वरुप "कर्नल सन" 1968 में प्रकाशित हुई जिसे रॉबर्ट मार्खम के नाम से प्रकाशित किया गया।[126] पत्रकार जेम्स हार्कर ने गौर किया कि हालांकि पुस्तक फ़्लेमिंग का पुरा अंदाज़ नहीं ला पाई थी पर काफ़ी स्टाइलिश थी।[80] रेमंड बेनसन के अनुसार "कर्नल सन" में बॉण्ड का किरदार व पिछली पुस्तकों की सारी घटनाएं बरकरार रखी गई थी[127] और कहा कि "वह वही काले बालों वाला सुंदर व्यक्ती है जिसे पहली बार कसिनो रोयाल में पेश किया गया था।"[128]
आखिरी बार बेनसन द्वारा लिखित डाय अनदर डे प्रकाशित होने के पश्च्यात छः वर्षों तक कोई बॉण्ड की पुस्तक प्रकाशित नहीं हुई और आखिरकार इयान फ़्लेमिंग पब्लिकेशन्स ने सबैश्चियन फ़ॉल्क्स को बॉण्ड की पुस्तकें लिखने की ज़िम्मेदारी सौंपी। फ़ॉल्क्स की पुस्तक —डेविल मे केअर —28 मई 2008 को फ़्लेमिंग के जन्मदिन की सौंवी सालगिरह पर प्रकाशित की गई।[129] इसे इंगलंद में पेंग्विन बुक्स ने और अमरिका में डबलडे ने प्रकाशित किया।[130]
फ़ॉल्क्स ने बॉण्ड को पुनः उसके असली काल, 1960 में रचा, जो फ़्लेमिंग और अमिस द्वारा लिखी पुस्तकों का दशक था।[114] उन्होने कईं चिज़ें अपनाई जो साठ के दशक में घटी थी।[131] फ़ॉल्क्स ने एक सही बॉण्ड को वाचकों के सामनें पेश किया जो सही माइने में फ़्लेमिंग का किरदार था[114] और जो 1967 की टी-सीरिज़ बेंटले चलाता था।[89]
26 मई 2011 को अमरिकी लेखक जेफ़्रे डेवर ने बॉण्ड की कमान संभाली और कार्टे बलांचे रिलीज़ की।[132] डेवर ने बॉण्ड की पूर्णतया नए से शुरुआत की जिसमें उसकी जन्म तिथी को 1980 में ढकेल दिया। पुस्तक में बॉण्ड 9/11 के हादसे के बाद की संस्था के लिए कार्य करता है जो ना ही एमाअई5 और एमाअई6 से जुडी हुई है।[133]
फ़िल्में मुझे प्रभावित नहीं करती और ना ही अब तक की लिखी पुस्तकें। मैं चाहता था कि पुराना बॉण्ड वापस ला सकूं जो रानी और अपने देश के लिए सब कुछ त्यागने के लिए तत्पर हो। वह बेहद वफ़ादार है परन्तु एक हत्यारा भी है और यह बात उसे परेशान करते रहती है। मैने उसे हमेशा आधुनिक युग की पहचान के रूप में ही देखा है।
2005 में चार्ली हिग्सन ने सिल्वरफिन रिलीज़ की जो बॉण्ड के बचपन पर आधारित लघुकहानी थी।[135] उनका आखिरी कार्य अ हार्ड मैन टू किल था जो डेंजर सोसायटी: द यंग बॉण्ड डोज़ियर का एक हिस्सा था। यह पुस्तक यंग बॉण्ड शृंखला का एक हिस्सा थी।[136] इसमें सभी कहानियां 1930 के दशक में लिखी गईं है।[137]
द मोनिपेनी डायरिज़ तीक पुस्तकों की एक शृंखला है जो एम की सहायक मिस मोनिपेनी के जीवन पर आधारित है। यह पुस्तकें समांथा विनबर्ग ने अपने दुसरे नाम केट वेस्टब्रुक से लिखी है जिसे पुस्तक का "सम्पादक" बताया गया है।[144] इस शृंखला की पहली पुस्तक गार्डियन ऐंजल 10 अक्तुबर 2005 को रिलीज़ की गई थी।[145]
1954 में सीबीएस ने इयान फ़्लेमिंग को $1,000 (2012 के $8,171) की पेशकश की ताकि वह उनकी पुस्तक कसिनो रोयाल को एक घंटे के टेलिविज़न धारावाहिक में शामिल कर सके।[149] 21 अक्तुबर 1954 को प्रदर्शित किए गए इस एपिसोड में बैरी नेल्सन ने "कार्ड सेन्स" जेम्स "जिम्मी" बॉण्ड और पिटर लोर ने ली शिफ़र की भूमिका निभाई।[150] पुस्तक को अमेरिकी दर्शकों के लिए बदला गया, जिसमें बॉण्ड एक अमेरिकी एजंट है और फ़ेलिक्स लेटर का पात्र (जो पुस्तक में अमेरिकी है) अंग्रेज़ है।[151]
1973 में बीबीसी की डॉक्युमेंट्री ओमिनिबस: द ब्रिटिश हीरो में क्रिस्टोफ़र कैज़ेनोव ने ऐसे कईं पात्र निभाए। इसमें जेम्स बॉण्ड की गोल्डफ़िंगर के दृष्य अपनाएं गए जिनमें — बॉण्ड को कहानी की घूमती आरी से डराया जाता है, जहाँ फ़िल्म डायमंड्स आर फ़ॉरेवर में आरी की जगह लेज़र किरणे उपयोग में लाई गई थीं।[152]
1956 में मुनरैकर को दक्षिण अफ़्रिका के रेडियो रुपांतरण में पेश किया गया जिसमें बॉब होलनेस ने बॉण्ड को आवाज़ दी।[153] द इंडिपेंडंट के अनुसार "श्रोता बॉब की आवाज़ सुनके उत्साहित हो गए थे जब वह विश्व ग्रहण की दुश्मनों की मनोकामना को ध्वस्त कर देता है"।[154]
बीबीसी ने फ़्लेमिंग की तीन पुस्तकों का प्रसारण किया है जिसमें 1990 में यू ओन्ली लिव ट्वाइस का 90 मिनट का रेडियो नाटक, जिसमें माइकल जेस्टन ने बॉण्ड को आवाज़ दी, शमिल है। निर्माण की पुनर्वृत्ती 2008-2011 के बीच कईं बार की गई।[155] 24 मई 2008 को बीबीसी रेडियो 4 ने डॉ॰ नो का रुपांतरण पेश किया जिसमें अभिनेता टोबी स्टिफ़न्स, जिन्होने इयॉन प्रॉडक्शन्स की फ़िल्म डाय अनदर डे में मुख्य विलन गुस्ताव ग्रेव्ज़ की भूमिका निभाई, ने बॉण्ड का किरदार और डेविड सुशे ने डॉ॰ नो का किरदार अदा किया।[156] डॉ॰ नो की सफ़लता के बाद 3 अप्रैल 2010 को बीबीसी रेडियो 4 ने गोल्डफ़िंगर का प्रसारण किया जिसमें टोबी स्टिफ़न्स ने पुन: बॉण्ड की भूमिका संभाली।[157] सर इयान मैकलेन ने गोल्डफ़िंगर व स्टिफ़न्स की डाय अनदर डे की सह-अदाकारा रोसामंड पाइक ने पुसी गैलोर की भूमिका अदा की।[158]
1957 में द डेली एक्सप्रेस ने फ़्लेमिंग से उनकी कहानियों को कॉमिक्स स्ट्रिप में रुपांतरित करने का अनुरोध किया और उन्हे हर पुस्तक के लिए £1,500 देने की पेशकश की।[159] फ़्लेमिंग को लगा कि कॉमिक्स में उनकी लिखावट की गुणवत्ता नहीं दिखेगी परन्तु शुरुआती विरोध के बाद वे इसके लिए राज़ी हो गए।[160] डेली एक्सप्रेस को मदद करने के लिए फ़्लेमिंग ने एक कलाकार की सहायता से बॉण्ड का स्केच तैयार किया। छायाकार जॉन मैकलस्की को लगा कि फ़्लेमिंग के बॉण्ड का चित्र युद्ध के पहले का व काफ़ी पुराना लगता है इसलिए उन्होने उसे मज़बुत व क्रूर रूप दिया।[161] पहली स्ट्रिप कसिनो रोयाल 7 जुलाई 1958 से 13 दिसम्बर 1958 के बीच प्रकाशित की गई[162] जिसका लेखन कार्य ऐन्थोनी हर्ण व चित्रिकरण का काम जॉन मैकलस्की ने संभाला था।[163]
बॉण्ड की अधिकांश कहानियां व पुस्तकें कॉमिक्स रुपांतरण में पेश की जा चुकी है जिसमें किंग्सले अमिस की कर्नल सन भी शामिल है। सभी कार्यों का लेखन हेनरी गैमिग या जिम लॉरेंस द्वारा किया गया है और 1966 में यारोस्लाव होराक ने बाद में मैकलस्की की जगह चित्रिकरण की ज़िम्मेदारी संभाली।[162] फ़्लेमिंग और अमिस के कार्यों के रुपांतरण के बाद नई कहानियां निर्मित की गई जो द डेली एक्सप्रेस और संडे एक्सप्रेस में मई 1977 तक प्रकाशित की गई।[161]
1981 में फ़ॉर युअर आइज़ ओन्ली के रिलीज़ के पश्च्यात मार्वल कॉमिक्स ने फ़िल्म का रुपांतरण दो भागों की कॉमिक्स के रूप में किया।[164][165] इसी तरह 1983 में रिलीज़ ऑक्टोपसी को भी मार्वल ने कॉमिक्स में रुपांतरित किया।[166] एक्लिप्स ने भी एक कॉमिक लाइसेंस टू किल को मद्देनज़र रख कर निर्मित की परन्तु टिमोथी डाल्टन ने अपना कार्टुन उपयोग में लाने से मना कर दिया।[167] नई बॉण्ड की कहानियां भी 1989 के बाद से मार्वल कॉमिक्स, एक्लिप्स कॉमिक्स और डार्क हॉर्स कॉमिक्स द्वारा प्रकाशित की गई।[166][165]
1962 में कनेडियाई हैरी सॉल्ट्ज़मैन और अमरिकी अलबर्ट आर. ब्रॉकली की इयॉन प्रॉडक्शन्स ने इयान फ़्लेमिंग की पुस्तक को पहली बॉण्ड फ़िल्म, डॉ॰ नो के रूप में प्रस्तुत किया जिसमें शॉन कॉनरी ने 007 की भूमिका अदा की।[168] कॉनरी ने अगली चार बॉण्ड फ़िल्मों में अभिनय किया और यु ओन्ली लिव ट्वाइस के बाद जॉर्ज लेज़नबाय ने बॉण्ड की भूमिका संभाली।[169] लेज़नबाय केवल एक फ़िल्म, ऑन हर मेजेस्टीज़ सीक्रेट सर्विस के लिए बॉण्ड रहे[170] और उनके जाने के बाद कॉनरी ने पुनः अपनी आखिरी इयॉन द्वारा निर्मित बॉण्ड फ़िल्म डायमंड्स आर फॉरेवर में जेम्स बॉण्ड की भूमिका साकार की।[171]
1973 में रॉजर मुर नए जेम्स बॉण्ड बने और उन्होंने लिव ऐंड लेट डाई से शुरुआत की। उन्होने अगली छः फ़िल्मों में बारह वर्षों तक बॉण्ड की भूमिका साकारी और आगे चलकर यह कार्य टिमोथी डाल्टन ने संभाला। डाल्टन केवल दो फ़िल्मों के लिए ही बॉण्ड रहे। छः साल चली कानूनी लडाई के कारण बॉण्ड फ़िल्मों का निर्माण थम गया, परन्तु इयॉन को फ़िल्मों के अधिकार वापस मिलते ही[172] 1995 में आयरिश अभिनेता पियर्स ब्रॉसनन नए बॉण्ड के रूप में गोल्डनआय के द्वारा दर्शकों के सामने आए। उन्होने यह भूमिका अगली चार फ़िल्मों तक निभाई और 2002 में यह भूमिका अगले अभिनेता के लिए खाली की। 2006 में डैनियल क्रैग को यह भूमिका सौंपी गई जिन्होने बॉण्ड फ़िल्मों की कसिनो रोयाल द्वारा एक नई शुरुआत की।[173]
शीर्षक | वर्ष | अभिनेता | निर्देशक |
---|---|---|---|
डॉ॰ नो | 1962 | शॉन कॉनरी | टेरेंस यंग |
फ्रॉम रशिया विद लव | 1963 | ||
गोल्डफिंगर | 1964 | गाय हैमिल्टन | |
थंडरबॉल | 1965 | टेरेंस यंग | |
यु ओन्ली लिव ट्वाइस | 1967 | लेविस गिलबर्ट | |
ऑन हर मेजेस्टीज़ सीक्रेट सर्विस | 1969 | जॉर्ज लेज़नबाय | पिटर आर. हंट |
डायमंड्स आर फॉरेवर | 1971 | शॉन कॉनरी | गाय हैमिल्टन |
लिव ऐंड लेट डाई | 1973 | रॉजर मूर | |
द मैन विद द गोल्डन गन | 1974 | ||
द स्पाय हू लव्ड मी | 1977 | लेविस गिलबर्ट | |
मुनरैकर | 1979 | ||
फॉर युअर आइज़ ओन्ली | 1981 | जॉन ग्लेन | |
ऑक्टोपसी | 1983 | ||
अ व्यु टू अ किल | 1985 | ||
द लिविंग डेलाइट्स | 1987 | टिमोथी डाल्टन | |
लाइसेंस टू किल | 1989 | ||
गोल्डनआय | 1995 | पियर्स ब्रॉसनन | मार्टिन कैम्पबेल |
टुमॉरो नेवर डाइस | 1997 | रॉजर स्पॉटिसवुडी | |
द वर्ल्ड इज़ नॉट इनफ | 1999 | माइकल ऐप्टेड | |
डाय अनदर डे | 2002 | ली तमाहोरी | |
कसिनो रोयाल | 2006 | डैनियल क्रैग | मार्टिन कैम्पबेल |
क्वांटम ऑफ सोलेस | 2008 | मार्क फ़ोस्टर | |
स्कायफॉल | 2012 | सैम मेंडेस | |
स्पेक्टर | 2015 | सैम मेंडेस | |
नो टाइम टू डाई | 2020 | कैरी जोजी फुकुनागा |
1967 में कसिनो रोयाल को एक मज़ाकिया फ़िल्म रुपांतरण में पेश किया गया जिसमें डेविड निवेन ने जेम्स बॉण्ड और उर्सुला ऐंड्रेस ने वेस्पर लैंड की भूमिका निभाई थी। डेविड निवेन फ़्लेमिंग की बॉण्ड के लिए पहली पसंद थे।[174] लंदन के हाई कोर्ट में केस के परिणाम स्वरुप 1963 में केविन मैकलोरी को थंडरबॉल का पुनः निर्माण करने का अधिकार मिला जिसे उन्होने नेवर से नेवर अगेन के रूप में 1983 में रिलीज़ किया।[175] इस फ़िल्म में शॉन कॉनरी ने बॉण्ड की भूमिका निभाई, हालांकी यह इयॉन प्रोडक्शन की फ़िल्म नहीं थी। 1997 में सोनी कॉर्पोरेशन ने मैकलोरी के सारे फ़िल्म के अधिकार खरिद लिए जिसे बाद में 4 दिसम्बर 1997 में एमजीएम ने खरिद लिया।[176][177] इयॉन के पास अब बॉण्ड की सभी फ़िल्मों के अधिकार है।
शीर्षक | वर्ष | अभिनेता | निर्देशक |
---|---|---|---|
कसिनो रोयाल | 1967 | डेविड निवेन | केन ह्युजेस जॉन हस्टन जोसफ़ मैकग्रैथ रॉबर्ट पैरिश वाल गेस्ट रिचर्ड टालमेज |
नेवर से नेवर अगेन | 1983 | शॉन कॉनरी | आयर्विन क्रशर |
फ़िल्मों की लोकप्रिय धुन "जेम्स बॉण्ड थीम" मॉन्टी नॉर्मन द्वारा लिखी गई थी और जॉन बेरी द्वारा रची गई जिसे सबसे पहले डॉ॰ नो में अपनाया गया। हालांकि ध्वनी के असली लेखक को लेकर काफ़ी विवाद हुआ है।[178] 2001 में नॉर्मन को भुगतान के तौर पर द संडे टाइम्स द्वारा £30,000 दिए गए जिसने यह कहा था कि बेरी अकेले इस धुन के लेखक है।[179] बैरी ने कुल ग्यारह फ़िल्मों का संगीत निर्देशन किया और डॉ॰ नो के लिए गुमनाम तौर पर बॉण्ड थीम की रचना की।
बॉण्ड फ़िल्म की अन्य खासियत फ़िल्म के शीर्षक के दौरान सुनाई देने वाले गाने है जिन्हे कईं लोकप्रिय गायकों ने गाया है।[180] कईं गानो को अकादमी पुरस्कार नामांकन भी प्राप्त हुआ है जिसमें पॉल मैकार्टनी द्वारा गाया गया "लिव ऐंड लेट डाय",[181] कार्ले सिम्पसन का "नोबडी डज़ इट बेटर"[182] और शीना इस्टन्स का "फ़ॉर युअर आइज़ ओन्ली" शामिल है।[183] इयॉन के अलावा बनाई गई फ़िल्म कसिनो रोयाल जिसमें बर्ट बखार्च द्वारा रचित "द लुक ऑफ़ लव" को भी सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए अकादमी पुरस्कारों में नामांकरण प्राप्त हुआ।[184]
1983 में पार्कर ब्रदर्स द्वारा निर्मित पहला बॉण्ड वीडियो गेम आटारी 2600, आटारी 5200, आटारी 800, कमोडोर 64 व कोलेकोविज़न के लिए प्रकाशित किया गया।[185] इसके बाद कईं गेम्स बनाए जा चुके हैंजो फ़िल्मों पर या खुद के नए कथानक पर आधारित है। 1997 में प्रथम-व्यक्ती-शुटर वीडियो गेम गोल्डनाआय 007 रेअर द्वारा निंटेंडो 64 के लिए बनाया गया था जो 1995 की फ़ील्म गोल्डनआय पर आधारित था जिसमें पियर्स ब्रॉसनन बॉण्ड बने थे।[186] इस गेम को समिक्षकों द्वारा काफ़ी सराहा गया[187] और वर्ष 1988 के बाफ़्ता इंटरैक्टिव इंटरटेन्मेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[188] इसने विश्वभर में $25 करोड कमाए।[189]
1999 में इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स ने गेम के लाइसेंस खरिदने के बाद टुमॉरो नेवर डाइज़ को 16 दिसम्बर 1999 को रिलीज़ किया।[190] अक्तुबर 2000 में उन्होने द वर्ल्ड इज़ नॉट इनफ[191] को निंटेंडो 64 के लिए[192] और बाद में 007 रेसिंग को प्लेस्टेशन के लिए 21 नवम्बर 2000 को रिलीज़ किया।[193] 2003 में एवरिथिंग ऑर नथिंग[194] को रिलीज़ किया गया जिसमें पियर्स ब्रॉसनन, विलेम डाफ़ो, ज्यूडी डेंच, हेडी क्लुम और जॉन क्लिस की आवाज़ शामिल की गई थी।[195] नवंबर 2005 में इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स ने फ्रॉम रशिया विद लव[196] का वीडियो गेम रुपांतरण रिलीज़ किया जिसमें शॉन कॉनरी ने बॉण्ड को आवाज़ दी।[196]
अपनी पहली पुस्तक में फ़्लेमिंग ने बॉण्ड को बरेटा 418 बन्दूक दी। परन्तु बाद में उन्हें इकत्तीस वर्षीय बन्दूक विशेषज्ञ जिओफ्रे बुथ्रोइड ने एक खत लिखा जिसमें उन्होंने फ़्लेमिंग के चुनाव की निंदा की[197] और उसे "एक लड़की की बन्दूक" कहा।[198] उन्होंने सलाह दी की उसकी बन्दूक को वाल्डर पीपीके 7.65 एमएम से बदल दिया जाए। उनकी यह सलाह डॉ॰ नो में अपनाई गई।[199] बुथ्रोइड ने फ़्लेमिंग को बर्न्स-मार्टिन ट्रिपल ड्रॉ शोल्डर होल्स्टर व अन्य अनेक हथियारों पर भी सलाह दी जो स्मर्ष व अन्य गुंडे उपयोग करते थे।[200] इसके धन्यवाद स्वरूप फ़्लेमिंग ने एमआई6 के हथियार विशेषज्ञ को मेजर बुथ्रोइड का नाम दिया और डॉ॰ नो में एम द्वारा उसे बॉण्ड के समक्ष "विश्व के महान बन्दूक विशेषज्ञ" कहकर प्रस्तुत किया।[199] बॉण्ड कई प्रकार की राइफलों का भी प्रयोग करता है जिनमे फॉर युअर आइज़ ओनली में सैवेज मॉडल 99 और लिविंग डेलाइट्स में विनचेस्टर .308 टारगेट राइफल शामिल है।[201] अन्य उपयोग की गई बंदूकों में कोल्ट डिटेक्टिव स्पेशल और लंबे बैरल वाली कोल्ट .45 आर्मी स्पेशल शामिल है।[201]
पहली बॉण्ड फ़िल्म डॉ॰ नो में एम बॉण्ड को अपनी बरेटा छोड़ कर वाल्दर पिपिके अपनाने को कहती है जो फ़िल्मों का बॉण्ड आगे की अठारह फ़िल्मों में उपयोग करता है।[202] टुमॉरो नेवर डाइज़ के बाद से बॉण्ड का मुख्य हथियार वाल्दर पि99 सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल है।[203]
बॉण्ड की शुरुआती कहानियों में फ़्लेमिंग ने बॉण्ड को चांदी के रंग की बेंटले 4½ लीटर गाडी दी जिसमें अम्हर्स्ट विलियर्स सुपर्चार्जर लगा था।[204] मूनरेकर में जब ह्यूगो ड्रेक्स ने बॉण्ड की कार हटा दी तब फ़्लेमिंग ने बॉण्ड को मार्क II कांटिनेंटल बेंटले दिई जिसे उन्होंने अपनी बाकी की पुस्तकों में उपयोग किया।[205] गोल्डफिंगर के दौरान बॉण्ड को एश्टन मार्टिन डीबी मार्क III दी गई जिसमे होमिंग यंत्र लगा था जिसके ज़रिए वह गोल्डफिंगर का फ़्रांस में पीछा कर पाया था। अपनी अगली कहानियों में बॉण्ड पुनः बेंटले चलाने लगा।[205]
फ़िल्म के बॉण्ड ने कई प्रकार की गाडियां चलाई है जिनमे एश्टन मार्टिन वि8 विंटेज (1989 के दौरान)[206], वि१२ वैन्क्विश[206] और डीबीएस (२००० के दौरान)[207] व लोटस एस्पिरिट, बीएमडब्लू ज़ी३, बीएमडब्लू ७५०लि और बीएमडब्लू ज़ि८ शामिल है।
बॉण्ड की सर्वाधिक लोकप्रिय कार चांदी के रंग की एश्टन मार्टिन डीबी5 है जिसे पहली बार गोल्डफिंगर में देखा गया था[208] और आगे इसे थंडरबॉल, गोल्डनआय, टुमॉरो नेवर डाइस और कसीनो रोयाल में प्रयोग किया गया।[209] फ़िल्मों में कई प्रकार की एश्टन मार्टिनों का प्रयोग चित्रीकरण व प्रचार के लिए किया गया है। ऐसी ही एक गाडी जनवरी 2006 में नीलामी के दौरान $2,090,000 अमेरिकी डॉलर में बेची गई थी।[210]
फ़्लेमिंग के उपन्यासों और शुरूआती रूपांतरो में बेहद कम उपकरण दिखाए गए थे जैसे कि झांसा देने वाला अटैची केस जिसे फ्रॉम रशिया विद लव में प्रयोग किया गया था, परन्तु आगे की फ़िल्मों में यह पूर्णतः बदल गए। दो बोंड फ़िल्मों, डॉ॰ नो और फ्रॉम रशिया विद लव का असर अगले उपन्यास द मैन विद द गोल्डन गन में दिखाई दिया जिसमे उपकरणों के उपयोग में वृद्धि की गई।
फ्लेमिंग के उपन्यासों के फ़िल्मी रूपांतरों में बोंड को क्यू की शाखा जानकारी व उपकरण प्रदान करती है जो पूरी शृंखला में एक महत्वपूर्ण कड़ी बन गई है।
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