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भारतीय दूरसंचार कंपनी विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
जियो भारत एक भारतीय दूरसंचार कंपनी और रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुंबई,
भूतपूर्व |
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कंपनी प्रकार | सहायक कंपनी |
उद्योग | टेलीकम्युनिकेशन |
स्थापित | 15 February 2007 |
स्थापक | मुकेश अंबानी |
मुख्यालय | , |
प्रमुख लोग |
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उत्पाद | |
आय | ₹19,513 करोड़ (US$2.85 अरब) (Q1 2020) [2] |
परिचालन आय | ₹4,556 करोड़ (US$665.18 मिलियन) (Q1 2020)[2] [3] |
शुद्ध आय | ₹2,520 करोड़ (US$367.92 मिलियन) (FY 2020)[2] [3] |
कुल संपत्ति | ₹1,87,720 करोड़ (US$27.41 अरब) (FY 2019)[4] [5] |
कुल हिस्सेदारी | ₹70,864 करोड़ (US$10.35 अरब) (FY 2019)[4] [5] |
सदस्य | 398.3 million [6] (30 जून 2020) |
मूल कंपनी | रिलायंस इंडस्ट्रीज़ |
सहायक | एलवाईएफ़ (LYF, लाइफ) |
वेबसाइट | www |
महाराष्ट्र में है।
जियो भारत में मोबाइल टेलीफोन, ब्रॉडबैण्ड सेवाएँ तथा डिजिटल सेवाएँ प्रदान करने वाली सबसे बड़ी कम्पनी है। [7] यह सभी 22 दूरसंचार क्षेत्रों में एलटीई नेटवर्क संचालित करती है। यह प्रारम्भ से ही केवल 4जी Volte सेवा ही प्रदान करती है[8]। वर्तमान में यह 5G की भी सेवा प्रदान कर रही है यह कहीं पर भी 2जी अथवा 3जी सेवा प्रदान नहीं करती।[9][10]
कंपनी को 15 फरवरी 2007 को रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के रूप में अहमदाबाद, (गुजरात) में पंजीकृत किया गया था। जून 2010 में रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने 4,800 करोड़ रुपये में इन्फोटेल ब्रॉडबैंड सर्विसेज लिमिटेड (IBSL) में 96% हिस्सेदारी खरीदी। असूचीबद्ध, IBSL एकमात्र कंपनी थी जिसने 4 जी नीलामी में भारत के सभी 22 सर्किलों में ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम जीता था। बाद में इसने आरआईएल की दूरसंचार सहायक कंपनी के रूप में काम किया। जनवरी 2013 में इन्फोटेल ब्रॉडबैंड सर्विसेज लिमिटेड को रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (RJIL) के रूप में नाम दिया गया।
जून 2015 में, जियो ने घोषणा की कि वह 2015 के अंत तक पूरे देश में अपना परिचालन शुरू कर देगी। [11] लेकिन कंपनी ने लॉन्चिंग अगले साल के लिए टाल दी। [12]
अंततः जियो ने 5 सितम्बर 2016 को राष्ट्रीय स्तर पर नेटवर्क प्रारम्भ किया।
अपनी योजना के तहत् इसने २०१६ में बड़े पैमाने पर सिम काडॆ का वितरण किया और लोगो तक ४जी सेवाऐ पहुचाँई। वर्तमान में जियोके सबसे ज्यादा उपभोक्ता महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार-झारखण्ड और उत्तर प्रदेश (पूर्व) दूरसंचार क्षेत्रों में है।[13]
जियो के पास भारत के 22 टेलीकॉम क्षेत्रों में 850, 1800 और 2300 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम का स्वामित्व है। स्पेक्ट्रम 2035 तक वैध है। [14]
Telecom circle | FDD-LTE 1800 आवृत्ति LTE frequency bands 3 |
FDD-LTE 850 आवृत्ति LTE frequency bands 5 |
TDD-LTE 2300 आवृत्ति LTE frequency bands 40 |
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असम | |||
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पश्चिम बंगाल | |||
पश्चिमी उत्तर प्रदेश |
this is the worlds Best 4g fake Network in India
अगस्त 2018 में, Jio ने Jio GigaFiber के रूप में जानी जाने वाली होम सर्विस के लिए एक नए ट्रिपल प्ले फाइबर का परीक्षण करना शुरू किया। साथ ही टेलीविजन और लैंडलाइन टेलीफोन सेवाएं भी उपलब्ध करवाई।[15][16]
अगस्त 2019 में, यह घोषणा की गई थी कि कंपनी की आधिकारिक वर्षगांठ के उपलक्ष्य में यह सेवा आधिकारिक तौर पर 5 सितंबर 2019 को के रूप में जियो फाइबर लॉन्च होगी। कंपनी इसके माध्यम से 1 Gbps की स्पीड प्रदान करती है। [17][18][19]
जियो कंपनी के पास देश में 250,000 किमी से अधिक ऑप्टिक फाइबर केबल का नेटवर्क है।
जून 2015 में जियो ने घरेलू हैंडसेट निर्माता इंटेक्स के साथ 4जी हैंडसेट सप्लाई करने का सौदा किया ताकि वॉइस ओवर LTE (VoLTE) सेवा प्रदान की जा सके। इसके द्वारा इसकी योजना फाइबर नेटवर्क हाई-स्पीड इन्टरनेट सर्विस तथा वायरलेस 4जी सर्विस के अलावा 4जी वॉइस कॉलिंग भी प्रदान करने की है।[20][21] हालाँकि अक्टूबर 2015 में जियो ने घोषणा की कि ये एलवाईएफ़ (LYF) ब्रांड नाम के साथ अपने मोबाइल हैंडसेट लॉन्च करेगी।[22][23][24]
25 जनवरी 2016 को कंपनी ने अपने रिलायंस रिटेल से वॉटर 1 फ़ोन के साथ अपनीLYF स्मार्टफोन सीरीज़ लॉन्च की।[25] तीन और हैंडसेट मॉडल्स भी लॉन्च हो चुके हैं, जिनके नाम हैं वॉटर 2,[26] अर्थ 1,[27] और फ्लेम 1।[28][29]
सारे भारत में 4जी और टेलीफोन सेवा लॉन्च से पहले जियो ने अनेक शहरों में फ्री वाई फाई हॉटस्पॉट सेवा देना शुरू कर दिया जिसमें गुजरात के अहमदाबाद सूरत में, और आंध्र प्रदेश के विशाखापट्नम में[30] इंदौर, जबलपुर, देवास और उज्जैन[31] मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र में मुम्बई की कुछ चुनी हुई लोकेशन्स पर,[32] पश्चिम बंगाल में कोलकाता में,[33] उत्तर प्रदेश में लखनऊ,[34] ओडिशा में भुवनेश्वर में,[35][35] उत्तरखंड में मसूरी में, मेरठ के कलेक्टोरेट ऑफिस में, विजयवाड़ा में एम जी रोड पर ये सेवा दी गयी।[36]
मार्च 2016 में, जियो ने आईसीसी 2016 वर्ल्ड कप टी20 की मेजबानी करने वाले छह क्रिकेट स्टेडियमों में दर्शकों के लिए मुफ्त वाई-फाई इंटरनेट उपलब्ध कराया। जियोनेट को वानखेड़े स्टेडियम (मुंबई), एस बिंद्रा स्टेडियम (मोहाली), हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ स्टेडियम (धर्मशाला), चिन्नास्वामी स्टेडियम (बैंगलोर), फिरोज शाह कोटला ग्राउंड (दिल्ली), और ईडन गार्डन्स (कोलकाता) में उपलब्ध कराया गया।[37]
मई 2016 में जियो ने गूगल प्ले पर अपनी आने वाली 4जी सर्विस के हिस्से के तौर पर अनेक मल्टीमीडिया ऐप्स लॉन्च की। वैसे ऐप्स सभी के लिये डाउनलोड करने को उपलब्ध है, पर उन्हें इस्तेमाल करने के लिए जियो सिम की जरुरत पड़ती है। साथ ही अधिकतर ऐप्स बीटा फेज़ (परीक्षण) में हैं।[38][39] आगे ऐप्स की एक लिस्ट दी गयी है:[40]
24 दिसंबर, 2015 को बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को जियो ब्रांड एंबेसडर के रूप में नियुक्त किया गया था।[51][52][53]
जियो ने 21 फरवरी 2017 को 10 करोड़ यूज़र्स का आंकअड़ा पार कर लिया। [54]रिलायंस जियो इंफोकॉम ने लॉन्चिंग के बाद से हर मिनट औसतन 1000 ग्राहक अपने नेटवर्क से जोड़े। इस तरह हर दिन करीब छह लाख नए ग्राहक जुड़े।कंपनी ने अपनी 4जी सेवाओं की औपचारिक शुरुआत पांच सितंबर 2016 को की थी। इस तरह से 21 फरवरी तक इसने 160 दिन पूरे कर लिए। कंपनी ने अपने बिजनेस के पहले 83 दिन में ही पांच करोड़ ग्राहक का आंकड़ा पार कर रिकार्ड बनाया था।[55]
ब्रॉडबैंड पैनीट्रेशन में भारत जियो से पहले पूरी दुनिया में 150वीं श्रेणी में आता था। जियो के लॉन्च के बाद भारत मोबाइल डाटा यूसेज के मामले में पूरे विश्व में नंबर 1 देश बन गया। जियो यूजर्स द्वारा प्रतिदिन 3.3 करोड़ गीगाबाइट से ज्यादा यूसेज किया गया तथा यूजर्स ने प्रतिदिन 5.5 करोड़ घंटे वीडियो देखते हुए बिताए।
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