जाता है। इसे माइसनर प्रभाव (Meissnereffect) कहते हैं। इस परिघटना की खोज जर्मनी के भौतिकशास्त्री वाल्थर माइसनर (Walther Meissner) तथा रॉबर्ट आक्सेनफिल्ड (Robert
पदार्थ के भीतर चुम्बकीय क्षेत्र भी शून्य हो जाता है जिसे मेसनर प्रभाव (Meissnereffect) के नाम से जाना जाता है। सुविदित है कि धात्विक चालकों की प्रतिरोधकता